ETV Bharat / state

पुरानी हो चुकी लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा फेंकें नहीं इस संस्था को दें, शहर में इस जगह पर लगा स्टॉल - देवी देवता पुरानी प्रतिमा विसर्जन

दीपावली के त्योहार पर अक्सर लोग देवी-देवताओं की पुरानी प्रतिमाओं (Agra Lord Old idol Immersion) को फेंक देते हैं. आगरा में देवी-देवताओं की बेकदरी रोकने के लिए एक संस्था ने अनोखी पहल की है.

पुरानी प्रतिमाओं की बेकदरी रोकने के लिए संस्था ने अनोखी पहल की है.
पुरानी प्रतिमाओं की बेकदरी रोकने के लिए संस्था ने अनोखी पहल की है.
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 12, 2023, 10:50 AM IST

पुरानी प्रतिमाओं की बेकदरी रोकने के लिए संस्था ने अनोखी पहल की है.

आगरा : ब्राह्मण परिषद दीपावली के त्योहार पर 101 स्थानों पर स्टॉल लगाकर पुरानी लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाओं को एकत्रित करेगी. बाद में इन्हें यमुना किनारे पर कुंड बनाकर गंगाजल में पूरे मंत्रोच्चारण के साथ गंगाजल में विसर्जित किया जाएगा. इसकी शुरुआत शनिवार को फतेहाबाद रोड के पास स्टॉल लगाकर की गई. ब्राह्मण परिषद की ओर से यह पहल की जा रही है. मकसद है कि देवी-देवताओं की प्रतिमाओं की बेकदरी को रोका जाए.

पांच साल से अभियान चला रही संस्था : ब्राह्मण परिषद के महासचिव ब्रह्मदत्त शर्मा ने बताया कि दीपावली के त्योहार पर लोग पुराने लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाओं के स्थान पर नई प्रतिमाओं से पूजन करते हैं. पुराने लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाओं का लोग जाने-अनजाने अनादर करते हैं. भगवान के इसी अनादर को रोकने के लिए आगरा की ब्राह्मण परिषद ने 5 साल पहले एक पहल की शुरुआत की थी. जिसके तहत प्रतिमाओं को एकत्रित कर पूरे विधि-विधान से ब्राह्मण परिषद हर साल पुरानी लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाओं का विसर्जन कराती हैं.

15 नवंबर तक लगाई गई है स्टॉल : महासचिव ने बताया कि शनिवार को फतेहाबाद रोड स्थित होटल पन्ना पैराडाइज के बाहर दीप प्रज्जवलित कर स्टॉल लगाया गया. महामंत्री ब्रह्मदत्त शर्मा ने बताया कि बीते पांच साल से संस्था हर साल यह पहल करती है. दीपावली पर लोगों के घरों से पुराने लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाओं को एकत्रित किया जाता हैं. इस साल शहर के प्रमुख 101 स्थानों पर ब्राह्मण परिषद द्वारा स्टॉल लगाकर पुराने लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा एकत्रित करेगा. यह स्टॉल 11 नवंबर से 15 नवंबर तक लगाई जा रही है. 18 नवंबर को यमुना किनारे हाथी घाट पर नगर निगम के सहयोग से कुंड खुदवाकर पूरे मंत्रोच्चारण के साथ इन प्रतिमाओं का विसर्जन गंगाजल में किया जाएगा.

नगर निगम भी करेगा सहयोग : संस्था के सदस्य ऋषि दुबे ने बताया कि इस पहल से युवाओं की सोच में भी बदलाव हुआ है. क्षेत्रीय युवा घरों से लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाएं एकत्रित कर स्टॉल पर लाकर जमा कराते हैं. इन प्रतिमाओं का विसर्जन 18 नवंबर को हाथी घाट पर कुंड बनाकर किया जाएगा. महासचिव ने बताया कि इस पहल में नगर निगम भी संस्था की मदद करेगा. नगरायुक्त ने लक्ष्मी-गणेश की पुरानी प्रतिमाओं को एकत्रित करने के लिए नगर निगम द्वारा वाहन मुहैया कराने का आश्वासन दिया गया है. संस्था से जुड़े लोग घर-घर जाकर लोगों को इस काम के लिए प्रेरित कर रहे हैं. भगवान की दुर्गति को रोका जा सके.

यह भी पढ़ें : दीपावली पर इस तरह करेंगे पूजन तो बरसेगी मां लक्ष्मी की कृपा, पूजा में इन सामग्रियों का होना जरूरी, पढ़िए डिटेल

पुरानी प्रतिमाओं की बेकदरी रोकने के लिए संस्था ने अनोखी पहल की है.

आगरा : ब्राह्मण परिषद दीपावली के त्योहार पर 101 स्थानों पर स्टॉल लगाकर पुरानी लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाओं को एकत्रित करेगी. बाद में इन्हें यमुना किनारे पर कुंड बनाकर गंगाजल में पूरे मंत्रोच्चारण के साथ गंगाजल में विसर्जित किया जाएगा. इसकी शुरुआत शनिवार को फतेहाबाद रोड के पास स्टॉल लगाकर की गई. ब्राह्मण परिषद की ओर से यह पहल की जा रही है. मकसद है कि देवी-देवताओं की प्रतिमाओं की बेकदरी को रोका जाए.

पांच साल से अभियान चला रही संस्था : ब्राह्मण परिषद के महासचिव ब्रह्मदत्त शर्मा ने बताया कि दीपावली के त्योहार पर लोग पुराने लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाओं के स्थान पर नई प्रतिमाओं से पूजन करते हैं. पुराने लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाओं का लोग जाने-अनजाने अनादर करते हैं. भगवान के इसी अनादर को रोकने के लिए आगरा की ब्राह्मण परिषद ने 5 साल पहले एक पहल की शुरुआत की थी. जिसके तहत प्रतिमाओं को एकत्रित कर पूरे विधि-विधान से ब्राह्मण परिषद हर साल पुरानी लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाओं का विसर्जन कराती हैं.

15 नवंबर तक लगाई गई है स्टॉल : महासचिव ने बताया कि शनिवार को फतेहाबाद रोड स्थित होटल पन्ना पैराडाइज के बाहर दीप प्रज्जवलित कर स्टॉल लगाया गया. महामंत्री ब्रह्मदत्त शर्मा ने बताया कि बीते पांच साल से संस्था हर साल यह पहल करती है. दीपावली पर लोगों के घरों से पुराने लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाओं को एकत्रित किया जाता हैं. इस साल शहर के प्रमुख 101 स्थानों पर ब्राह्मण परिषद द्वारा स्टॉल लगाकर पुराने लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा एकत्रित करेगा. यह स्टॉल 11 नवंबर से 15 नवंबर तक लगाई जा रही है. 18 नवंबर को यमुना किनारे हाथी घाट पर नगर निगम के सहयोग से कुंड खुदवाकर पूरे मंत्रोच्चारण के साथ इन प्रतिमाओं का विसर्जन गंगाजल में किया जाएगा.

नगर निगम भी करेगा सहयोग : संस्था के सदस्य ऋषि दुबे ने बताया कि इस पहल से युवाओं की सोच में भी बदलाव हुआ है. क्षेत्रीय युवा घरों से लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाएं एकत्रित कर स्टॉल पर लाकर जमा कराते हैं. इन प्रतिमाओं का विसर्जन 18 नवंबर को हाथी घाट पर कुंड बनाकर किया जाएगा. महासचिव ने बताया कि इस पहल में नगर निगम भी संस्था की मदद करेगा. नगरायुक्त ने लक्ष्मी-गणेश की पुरानी प्रतिमाओं को एकत्रित करने के लिए नगर निगम द्वारा वाहन मुहैया कराने का आश्वासन दिया गया है. संस्था से जुड़े लोग घर-घर जाकर लोगों को इस काम के लिए प्रेरित कर रहे हैं. भगवान की दुर्गति को रोका जा सके.

यह भी पढ़ें : दीपावली पर इस तरह करेंगे पूजन तो बरसेगी मां लक्ष्मी की कृपा, पूजा में इन सामग्रियों का होना जरूरी, पढ़िए डिटेल

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.