आगरा: कोरोना की दूसरी लहर (second wave of corona) में डेल्टा वेरिएंट (Delta Variants) और कप्पा वेरिएंट (Kappa variant) ने आगरा (Agra) में कहर बरपाया था. एसएन मेडिकल कॉलेज से जीनोम सिक्वेंसिंग (genome sequencing) के लिए भेजे गए कोरोना संक्रमित (Covid infected) मरीजों के सैंपल की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है. एसएनएमसी से पांच जुलाई-2021 को 15 सैंपल केजीएमयू (Kgmu) लखनऊ भेजे गए थे, जिसमें से 11 सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट में डेल्टा वेरिएंट और एक में कप्पा वेरिएंट का खुलासा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक, 12 में से 8 सैंपल आगरा के हैं, जिनमें सात सैंपल में डेल्टा और एक सैंपल की रिपोर्ट कप्पा वेरिएंट की आई है. बाकी के दो सैंपल हाथरस, एक-एक सैंपल मथुरा और मैनपुरी का है.
आगरा में कोरोना की दूसरी लहर अप्रैल-2021 में आई थी. एसएसएमसी से अप्रैल-2021 से अब तक 94 संक्रमितों के सैंपल लखनऊ केजीएमयू जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए थे. लखनऊ केजीएमयू से मंगलवार को 15 सैंपल की रिपोर्ट आई है. इनमें आगरा के सात सैंपल में डेल्टा वेरियंट की पुष्टि हुई है, जबकि एक सैंपल में कप्पा वेरिएंट मिला है.
बता दें कि, एसएनएमसी से पांच जून 2021 को 40 और 26 जून को 20 सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए 60 सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग इंस्टीटयूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटेड बायोलॉजी दिल्ली भेजे थे, जिनमें से 40 की रिपोर्ट अभी आई है. 40 सैंपल की रिपोर्ट में से 16 कोरोना संक्रमित में डेल्टा वेरिएंट की पुष्टि हुई है. इसमें 10 कोरोना संक्रमित आगरा के हैं. इनमें से तीन की मौत हो चुकी थी, जबकि सात ठीक हो गए हैं. इसके साथ ही दो हाथरस, दो फिरोजाबाद, एक मैनपुरी और एक सहारनपुर का कोरोना संक्रमित है. अभी 20 सैंपल की दिल्ली से रिपोर्ट आने का इंतजार है. इसके साथ ही पहले भी एसएनएमसी की ओर से 33 सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए लखनऊ केजीएमयू भेजे थे, जिनकी अभी रिपोर्ट नहीं आई है.
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दिल्ली के जीनोम सिक्वेंसिंग इंस्टीटयूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटेड बायोलाजी और केजीएमयू की ओर से अभी तक मिली रिपोर्ट के मुताबिक, आगरा में अभी तक एक भी कोरोना संक्रमित में डेल्टा प्लस वेरिएंट नहीं मिला है. डेल्टा प्लस वेरिएंट का संक्रमण तेजी से फैलता है. इसलिए डेल्टा प्लस वेरिएंट बेहद घातक है.
एसएनएमी के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि केजीएमयू लखनऊ से 12 सैंपल की रिपोर्ट आई है, जिसमें आठ सैंपल आगरा के हैं. इनमें से सात सैंपल में डेल्टा वेरिएंट और एक सैंपल में कप्पा वेरिएंट की पुष्टि हुई है. यह सैंपल किन किन मरीजों के हैं. इसकी जानकारी जुटाई जा रही है. अच्छी बात यह है कि, अभी तक की रिपोर्ट के मुताबिक, आगरा के किसी भी मरीज में डेल्टा प्लस वेरिएंट नहीं मिला है.
यह वेरिएंट हैं घातक
डेल्टा, डेल्टा प्लस, कप्पा, लैम्ब्डा, अल्फा, बीटा, गामा, लोटा, ईटा वेरिएंट
शाहगंज निवासी 72 वर्षीय मरीज को एसएनएमसी में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. जहां, उपचार के दौरान मरीज की आइसीयू में मौत हो गई. जीनोम सिक्वेंसिंग इंस्टीटयूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटेड बायोलाजी की रिपोर्ट में डेल्टा वेरियंट की पुष्टि हुई थी. दयालबाग के सरला बाग निवासी 69 वर्षीय मरीज को हाई फ्लो ऑक्सीजन पर रखकर उपचार किया गया था. मगर, इलाज के दौरान मौत हो गई. जीनोम सिक्वेंसिंग इंस्टीटयूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटेड बॉयोलाजी की रिपोर्ट में डेल्टा वेरियंट की पुष्टि हुई थी. शास्त्रीपुरम निवासी 49 वर्षीय महिला मरीज को ऑक्सीजन का स्तर कम होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां दो दिन तक मरीज का उपचार चला, लेकिन मौत हो गई. जीनोम सिक्वेंसिंग इंस्टीटयूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटेड बायोलाजी की रिपोर्ट में डेल्टा वेरियंट की पुष्टि हुई थी.