आगरा: जिले के दयालबाग शिक्षण संस्थान के छात्रों ने शनिवार को संस्थान के बाहर हंगामा कर दिया था. उनका कहना था कि कॉलेज प्रशासन छात्र-छात्राओं के साथ धोखा कर रहा है. हमने संस्थान में एमबीए के लिए प्रवेश लिया था, लेकिन अब संस्थान हमें एमए में प्रवेश के लिेए बोल रहा है. मामले को तीन दिन बीत चुके हैं, लेकिन तीसरे दिन भी कोई बात नहीं बनी.
दरअसल, छात्रों का कहना है कि हमारे मोबाइल पर शुक्रवार शाम को एमए में प्रवेश के लिए मैसेज आता है, जबकि उन सभी ने एमबीए में प्रवेश लिया था. छात्र उसकी फीस भी जमा कर चुके हैं. करीब एक हफ्ते से एमबीए की ऑनलाइन क्लासेज भी ले रहे हैं, लेकिन संस्थान की तरफ से विद्यार्थियों को मैसेज भेजकर बताया गया कि सभी को एमए समाजशास्त्र और बिजनेस मैनेजमेंट पाठ्यक्रम में प्रवेश दिया जाएगा. मैसेज के बाद शनिवार को करीब 15 से 20 विद्यार्थी डीआई पहुंचे, लेकिन जब स्कूल प्रशासन ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया तो वे लोग बाहर ही विरोध करने लगे.
दो दिन तक जब छात्रों और संस्थान प्रशासन के बीच कोई भी समन्वय नहीं बना, तो कॉलेज प्रशासन ने पुलिस को बुला लिया. इसके बाद छात्र और कॉलेज प्रशासन थाना न्यू आगरा पहुंच गए, जहां पर कुछ समय के बातचीत के बाद यह बताया गया कि संस्थान की तरफ से जो मैसेज छात्रों के मोबाइल पर गए हैं, वह किसी टेक्निकल एरर की वजह से हुआ है, जिसको जल्द ही सही कर लिया जाएगा. हालांकि कॉलेज प्रशासन और छात्र कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं.
अब इस हंगामे में न तो विद्यार्थी ही पीछे हट रहे हैं और न ही विद्यालय प्रशासन पीछे हट रहा है. इसके बाद यह मामला पुलिस प्रशासन के पास पहुंच गया है. पुलिस इसमें सुलह कराने की कोशिश में लगी हुई है.
आगरा: दयालबाग छात्रों के हंगामे के तीसरे दिन भी नहीं बनी कोई बात
यूपी के आगरा में जिले के दयालबाग शिक्षण संस्थान के छात्रों ने शनिवार को संस्थान के बाहर हंगामा कर दिया था. छात्रों का कहना है कि उन्होंने संस्थान में एमबीए के लिए प्रवेश लिया था, लेकिन अब संस्थान उन्हें एमए में प्रवेश के लिेए बोल रहा है. मामले में तीसरे दिन भी कोई बात नहीं बनी.
आगरा: जिले के दयालबाग शिक्षण संस्थान के छात्रों ने शनिवार को संस्थान के बाहर हंगामा कर दिया था. उनका कहना था कि कॉलेज प्रशासन छात्र-छात्राओं के साथ धोखा कर रहा है. हमने संस्थान में एमबीए के लिए प्रवेश लिया था, लेकिन अब संस्थान हमें एमए में प्रवेश के लिेए बोल रहा है. मामले को तीन दिन बीत चुके हैं, लेकिन तीसरे दिन भी कोई बात नहीं बनी.
दरअसल, छात्रों का कहना है कि हमारे मोबाइल पर शुक्रवार शाम को एमए में प्रवेश के लिए मैसेज आता है, जबकि उन सभी ने एमबीए में प्रवेश लिया था. छात्र उसकी फीस भी जमा कर चुके हैं. करीब एक हफ्ते से एमबीए की ऑनलाइन क्लासेज भी ले रहे हैं, लेकिन संस्थान की तरफ से विद्यार्थियों को मैसेज भेजकर बताया गया कि सभी को एमए समाजशास्त्र और बिजनेस मैनेजमेंट पाठ्यक्रम में प्रवेश दिया जाएगा. मैसेज के बाद शनिवार को करीब 15 से 20 विद्यार्थी डीआई पहुंचे, लेकिन जब स्कूल प्रशासन ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया तो वे लोग बाहर ही विरोध करने लगे.
दो दिन तक जब छात्रों और संस्थान प्रशासन के बीच कोई भी समन्वय नहीं बना, तो कॉलेज प्रशासन ने पुलिस को बुला लिया. इसके बाद छात्र और कॉलेज प्रशासन थाना न्यू आगरा पहुंच गए, जहां पर कुछ समय के बातचीत के बाद यह बताया गया कि संस्थान की तरफ से जो मैसेज छात्रों के मोबाइल पर गए हैं, वह किसी टेक्निकल एरर की वजह से हुआ है, जिसको जल्द ही सही कर लिया जाएगा. हालांकि कॉलेज प्रशासन और छात्र कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं.
अब इस हंगामे में न तो विद्यार्थी ही पीछे हट रहे हैं और न ही विद्यालय प्रशासन पीछे हट रहा है. इसके बाद यह मामला पुलिस प्रशासन के पास पहुंच गया है. पुलिस इसमें सुलह कराने की कोशिश में लगी हुई है.