आगरा: जिलाधिकारी के आवास पर इलेक्ट्रीशियन का काम करने वाला एक कर्मचारी साइबर ठगी का शिकार हो गया. साइबर ठग ने ऑपरेशन रजिस्ट्रेशन के नाम पर कर्मचारी को शिकार बनाया. इसका पता कर्मचारी को तब हुआ, जब खाते से पैसा निकल गया. इसके बाद कर्मचारी ने बुधवार को रकाबगंज थाने में केस दर्ज कराया.
जिलाधिकारी आवास पर इलेक्ट्रिशियन का काम करने वाले कर्मचारी गोपाल दास साइबर ठगी के शिकार हो गए. थाना रकाबगंज में बुधवार को दर्ज एफआईआर के अनुसार, कर्मचारी गोपाल दास के पास एक अनजान नंबर से कॉल आई थी. उसने कर्मचारी से उसकी बीमारी के चलते होने वाले ऑपरेशन के रजिस्ट्रेशन के नाम पर लिंक भेजकर ओटीपी के सहारे 1 लाख 99 हज़ार की रकम कलेक्ट्री चौराहे स्थित एसबीआई खाते से किसी अंजान खाते में ट्रांसफर कर ली. जब बैंक से निकले खाता स्टेटमेंट से इस बात को जानकारी वादी गोपाल दास को हुई तो उनके पैरो तले जमीन खिसक गई. इसके बाद पीड़ित ने थाना रकाबगंज में अज्ञात साइबर ठग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया.
इस मामले में थाना रकाबगंज प्रभारी का कहना है कि उन्होंने अज्ञात साइबर ठग के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. जोन की साइबर सेल टेक्निकल माध्यम से साइबर ठगी के लिए उपयोग हुए मोबाइल नंबर और खाते की जांच में जुटी है. जल्द इस मामले का पुलिस खुलासा करेगी. प्रदेश में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहा है. लोगों की जरा सी लापरवाही उनको लाखों रुपये का नुकसान पहुंचा देती है.
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