आगरा : पिनाहट क्षेत्र से सटे चंबल नदी घाट पर मंगलवार की शाम 150 लोगों से भरा स्टीमर नदी की बीच धारा में फंस गया. इससे यात्रियों में चीख-पुकार मच गई. करीब दो घंटे तक यात्री परेशान होते रहे. एसडीएम बाह कृष्णानंद तिवारी मौके पर पहुंच गए. इसके बाद वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू कर सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला.
दो घंटे तक फंसे रहे यात्री : उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के यात्रियों की सुविधा के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से निशुल्क स्टीमर का संचालन चंबल नदी में किया जाता है. रोजाना स्टीमर से हजारों की संख्या में यात्री चंबल नदी पार करते हैं. मंगलवार की शाम पिनाहट के चंबल घाट से 150 लोगों को लेकर स्टीमर चंबल नदी पारकर मध्य प्रदेश की सीमा की ओर जा रहा था. इस दौरान स्टीमर चंबल नदी के बीचोंबीच निर्माणाधीन पक्के पुल के पिलर की सरियों में फंस गया. स्टीमर काफी प्रयास के बावजूद आगे नहीं बढ़ पा रहा था. जान आफत में देख यात्रियों में चीख-पुकार मच गई. करीब दो घंटे तक यात्री फंसे रहे.
स्टीमर संचालक ने की लापरवाही : यात्री पवन तोमर ने बताया कि स्टीमर चलाने वाले ने ध्यान नहीं दिया. इससे स्टीमर पिलर में फंस गया. सभी यात्री परेशान रहे. वे गांव जाने के लिए स्टीमर में बैठे थे. स्थानीय निवासी शिवदत्त शर्मा ने बताया कि करीब दो घंटे से यह स्टीमर फंसा रहा. संचालक को पता था कि चंबल में पुल का निर्माण कार्य चल रहा है. ऐसे में जहां पर चंबल के पिलर बन रहे हैं, उसके पास से स्टीमर नहीं निकालना चाहिए था. स्टीमर ठेकेदार और कर्मचारियों की लापरवाही इससे पहले भी देखने को मिली है.
वन विभाग की बोट से सभी सुरक्षित निकाले गए : चंबल की बीच धारा में फंसे 150 लोगों की जान बचाने के लिए एक बार फिर वन विभाग की टीम सामने आई. वन विभाग की टीम ने अपनी बोट से स्टीमर में फंसे यात्रियों को निकालने का रेस्क्यू ऑपरेशन किया. वन विभाग की टीम ने अपनी बोट से स्टीमर में फंसे यात्रियों को एक-एक करके सुरक्षित निकाला.
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