आगराः शहर के राजकीय बाल गृह(शिशु) का एक वायरल वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इस वीडियो में अधीक्षिका पूनम पाल एक बच्ची को चप्पल से पीटते हुए नजर आ रही हैं. हालांकि इस वीडियो की पुष्टि ईटीवी भारत नहीं करता है. प्रशासन ने इस वीडियो को गंभीरता से लेते हुए जांच की. डीएम के आदेश पर 12 सितंबर को ही अधीक्षिका को निलंबित कर दिया गया. वहीं. कमिश्नर रित माहेश्वरी के मुताबिक, आरोपी अधीक्षिका के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया गया है. उसे गिरफ्तार भी कर लिया गया है.
आगरा में पंचकुइयां स्थित राजकीय बाल गृह(शिशु) का एक वीडियो वायरल हुआ था. 4 सितंबर के इस वायरल वीडियो में अधीक्षिका पूनम पाल बेड पर सोती एक बच्ची को बिना बात के चप्पलों से मार-मार कर अधमरा कर देती हैं. इस पर डीएम भानुचंद्र ग़ोस्वामी ने इस मामले की जांच नगर मजिस्ट्रेट और जिला प्रोबेशन अधिकारी को सौंपी थीं.
जांच में टीम को अधीक्षिका के अमानवीय व्यवहार के कई सबूत मिले थे. जांच रिपोर्ट मिलने के बाद डीएम ने 12 सितंबर को अधीक्षिका को निलंबित कर दिया था. साथ ही जिला प्रशासन ने आरोपी राजकीय बाल गृह(शिशु) अधीक्षिका पूनम पाल सहित स्टाफ के ख़िलाफ़ थाना शाहगंज में किशोर न्याय अधिनियम(2015) की धारा 75 के तहत 13 सितंबर को मुक़दमा दर्ज कराया. कमिश्नर रितु माहेश्वरी ने बताया कि वायरल वीडियो की जांच के बाद आरोपी अधीक्षिका को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया गया है. शाहगंज पुलिस ने पूनम पाल को गिरफ्तार कर लिया है.
दो अन्य निलंबित : पुलिस अधीक्षिका का मेडिकल कराने के बाद न्यायालय के समक्ष पेश करने वाली है. वीडियो वायरल करने के शक में शासन स्तर से लगातार अधिकारियों पर गाज गिर रही है. शिकायत करने वाली कर्मचारी महिलाओं से भी पुलिस पूछताछ में जुटी है. पूर्व प्रभारी अधीक्षक विकास कुमार और राजकीय किशोर संप्रेक्षण गृह अधीक्षक ऋषि कुमार को भी निलंबित कर दिया गया है. ऊपर से लेकर निचले स्तर तक के कर्मचारियों के मोबाइल चेक किए जा रहे हैं. वीडियो वायरल करने में कौन-कौन शामिल था. इसकी पुलिस पड़ताल कर रही हैं. कयास लगाए जा रहे है कि पुलिस इस मामले में अभी ओर गिरफ्तारियां कर सकती हैं.
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