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आंबेडकर विवि में परीक्षा की उत्तर पुस्तिका बदलने को लेकर ईडी ने दर्ज करायी FIR

आगरा के डाॅ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में परीक्षा की उत्तर पुस्तिका बदलने के मामले में ईडी ने गिरोह के खिलाफ केस दर्ज कराया है. पुलिस ने इस मामले के सामने के बाद से अब तक 9 लोगों को जेल भेजा है.

crime news Agra
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Published : Jul 8, 2023, 12:42 PM IST

आगराः प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने डाॅ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की परीक्षा की उत्तर पुस्तिका बदलने के मामले में बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने लखनऊ में उत्तर पुस्तिका बदलने गिरोह के खिलाफ धन-शोधन निवारण अधिनियम में केस दर्ज कराया है. यह कार्रवाई मामले के सामने के 11 माह बाद की गई है. बीते दिनों आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी कर ईडी ने अहम सबूत जुटाए थे. इस दौरान कुछ अन्य काॅलेज में भी इसी तरह से एमबीबीएस और बीएएमएस की परीक्षा में फर्जीवाड़ा के सबूत मिले हैं.

बता दें कि अगस्त 2022 में हरीपर्वत थाना पुलिस ने इस मामला का खुलासा किया था. तबसे लेकर अब तक इस मामले में 9 लोगों को जेल भेजा जा चुका है. पुलिस कोर्ट में डॉक्टर छात्र नेता समेत 13 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट भी पेश कर चुकी है. अब ईडी की टीम जल्द ही आगरा आ सकती है. दरअसल, 26 अगस्त 2022 को डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के बीएएमएस परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं बदलने का मामला सामने आया था. विश्वविद्यालय प्रशासन ने हरीपर्वत थाना में इसकी शिकायत दी थी. इस पर पुलिस ने ऑटो चालक देवेंद्र को गिरफ्तार करके उससे पूछताछ की थी. बीएएमएस उत्तर पुस्तिकाएं बदलने के मास्टरमाइंड छात्र नेता राहुल पाराशर का नाम सामने आया था.

26 उत्तर पुस्तिकाएं एमबीबीएस की बदलींः वहीं, आगरा फिरोजाबाद हाईवे पर टूंडला स्थित एफएच मेडिकल कॉलेज के छात्रों की उत्तर पुस्तिकाएं बदलने का मामला सामने आया है. एफएच मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के 26 छात्रों की कॉपियां का हस्तलेख बदलने का खुलासा किया गया था. वहीं, बीएएमएस परीक्षा की 14 कॉपी बदली गई हैं.

ऐसे बदली जाती थीं उत्तर पुस्तिकाएंः डाॅ. भीमराव आंबेडकर की बीएएएमएस और एमबीबीएस परीक्षा की उत्तर पुस्तिका बदलने वाले गैंग की जड़ें अंदर तक थीं. गैंग अपनी पहुंच से विश्वविद्यालय की खाली उत्तर पुस्तिका प्राप्त कर लेता था. उन्हें लिखवाता था. इसके बाद टेंपो चालक से उत्तर पुस्तिकाएं रास्ते में बदलवाता थे, जो परीक्षा केंद्र से एजेंसी तक उत्तर पुस्तिका पहुंचाता था. जब आगरा पुलिस ने छापेमारी की, तो उत्तर पुस्तिकाओं के सीरियल नंबर अलग-अलग मिले थे. इसके बाद विश्वविद्यालय के टेंपो चालक देवेंद्र को जेल भेजा गया था. फिर पुलिस ने दिल्ली से डॉ. अतुल को पकड़ा और पुनीत व दलाल दुर्गेश भी धर लिए गए.

इनके खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट पेशः हरिपर्वत थाना प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार ने बताया कि बीएएमएस की उत्तर पुस्तिकाएं बदलने के मामले में 13 लोगों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट लगाई जा चुकी है. इनमें टेंपो चालक देवेंद्र, डॉ. अतुल, साल्वर पुनीत, दलाल दुर्गेश, छात्र नेता मास्टरमाइंड राहुल पाराशर, शैलेंद्र बघेल, उमेश, भीकम सिंह, शिव कुमार दिवाकर, अतुल कटियार, रवि उर्फ रविंद्र राजपूत और इजमाम शामिल हैं.

मास्टरमाइंड ने किया था कोर्ट में सरेंडरः गौरतलब है कि पुलिस ने टेपों चालक देवेंद्र को जेल भेजने के बाद गिरोह के मास्टरमाइंड छात्र नेता राहुल पराशर और अन्य की तलाश शुरू की. इसमें पुलिस ने 4 आरोपियों को जेल भी भेजा. इनमें छलेसर स्थित फार्मेसी कालेज के कर्मचारी शैलेंद्र बघेल, मूल्यांकन केंद्र का कर्मचारी उमेश, भीकम सिंह और पूर्व कर्मचारी शिव कुमार शामिल थे. पुलिस लगातार छात्र नेता राहुल पाराशर की तलाश में जुटी थी. मगर, उसने पुलिस को चकमा देकर खुद को कोर्ट में सरेंडर कर दिया. इसके बाद जब पुलिस ने उसे रिमांड पर लिया तो तमाम चैंकाने वाले खुलासे हुए.

एसटीएफ ने जांच में जुटाया था कच्चा चिट्ठाः सूबे के मुखिया सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एसटीएफ ने डाॅ. भीमराव आंबेडकर विश्चविद्यालय में हुए घोटालों का कच्चा चिट्ठा जुटाया था. इसमें पांच वर्ष के दौरान विश्चविद्यालय में हुए कार्यों से संबंधित प्रपत्र जुटाए गए थे. करीब 6 हजार पन्नों में एसटीएफ ने अपनी रिपोर्ट बनाई थी. इसमें कालेजों को मान्यता देने, विश्वविद्यालय व उससे संबंधित कालेजों में नियुक्तियां, फर्नीचर खरीद, स्टेशनरी खरीद, विश्वविद्यालय में कराए गए कार्य शामिल थे. इसके बाद अभियोग वापस होने के चलते मामला ठंडे बस्ते में चला गया. अब ईडी की जांच शुरू होते ही एसटीएफ के घोटाले से संबंधित एकत्रित किए गए. यह प्रपत्र अब महत्वपूर्ण हो गए हैं.

चल और अचल संपत्ति के दस्तावेजः ईडी ने बीएएमएस और एमबीबीएस की उत्तर पुस्तिकाएं बदलने के मामले में आरोपियों पर शिकंजा कसने से पहले उनकी चल और अचल संपत्ति के दस्तावेज जुटाए थे. इनमें आरोपी देवेंद्र सिंह, भीकम सिंह, शैलेंद्र बघेल उर्फ शैलू, उमेश, राहुल पाराशर, शिवकुमार दिवाकर, पुनीत, अतुल, दुर्गेश शामिल हैं.

बीएएमएस की होगी विशेष परीक्षाः डाॅ. भीमराव आंबडेकर विवि के परीक्षा नियंत्रक डाॅ. ओमप्रकाश ने बताया कि बीएएमएस की विशेष परीक्षा कराने की योजना बनाई गई है. परीक्षा फाॅर्म भी भरवाए जा चुके हैं. इसमें 2000 छात्र भी शामिल हैं. उन्होंने कार्यालय में प्रार्थना पत्र दिया था. इन छात्रों अंक सही नहीं आए हैं. इस पर उन्होंने बताया कि उत्तर पुस्तिकाओं की जांच के बाद बीएएमएस की विशेष परीक्षा करने की योजना तैयार की गई है.

ये भी पढ़ेंः लविवि: स्नातक पाठ्यक्रमों में एडमिशन के लिए प्रवेश पत्र जारी, 10 जुलाई से होगी प्रवेश परीक्षा

आगराः प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने डाॅ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की परीक्षा की उत्तर पुस्तिका बदलने के मामले में बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने लखनऊ में उत्तर पुस्तिका बदलने गिरोह के खिलाफ धन-शोधन निवारण अधिनियम में केस दर्ज कराया है. यह कार्रवाई मामले के सामने के 11 माह बाद की गई है. बीते दिनों आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी कर ईडी ने अहम सबूत जुटाए थे. इस दौरान कुछ अन्य काॅलेज में भी इसी तरह से एमबीबीएस और बीएएमएस की परीक्षा में फर्जीवाड़ा के सबूत मिले हैं.

बता दें कि अगस्त 2022 में हरीपर्वत थाना पुलिस ने इस मामला का खुलासा किया था. तबसे लेकर अब तक इस मामले में 9 लोगों को जेल भेजा जा चुका है. पुलिस कोर्ट में डॉक्टर छात्र नेता समेत 13 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट भी पेश कर चुकी है. अब ईडी की टीम जल्द ही आगरा आ सकती है. दरअसल, 26 अगस्त 2022 को डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के बीएएमएस परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं बदलने का मामला सामने आया था. विश्वविद्यालय प्रशासन ने हरीपर्वत थाना में इसकी शिकायत दी थी. इस पर पुलिस ने ऑटो चालक देवेंद्र को गिरफ्तार करके उससे पूछताछ की थी. बीएएमएस उत्तर पुस्तिकाएं बदलने के मास्टरमाइंड छात्र नेता राहुल पाराशर का नाम सामने आया था.

26 उत्तर पुस्तिकाएं एमबीबीएस की बदलींः वहीं, आगरा फिरोजाबाद हाईवे पर टूंडला स्थित एफएच मेडिकल कॉलेज के छात्रों की उत्तर पुस्तिकाएं बदलने का मामला सामने आया है. एफएच मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के 26 छात्रों की कॉपियां का हस्तलेख बदलने का खुलासा किया गया था. वहीं, बीएएमएस परीक्षा की 14 कॉपी बदली गई हैं.

ऐसे बदली जाती थीं उत्तर पुस्तिकाएंः डाॅ. भीमराव आंबेडकर की बीएएएमएस और एमबीबीएस परीक्षा की उत्तर पुस्तिका बदलने वाले गैंग की जड़ें अंदर तक थीं. गैंग अपनी पहुंच से विश्वविद्यालय की खाली उत्तर पुस्तिका प्राप्त कर लेता था. उन्हें लिखवाता था. इसके बाद टेंपो चालक से उत्तर पुस्तिकाएं रास्ते में बदलवाता थे, जो परीक्षा केंद्र से एजेंसी तक उत्तर पुस्तिका पहुंचाता था. जब आगरा पुलिस ने छापेमारी की, तो उत्तर पुस्तिकाओं के सीरियल नंबर अलग-अलग मिले थे. इसके बाद विश्वविद्यालय के टेंपो चालक देवेंद्र को जेल भेजा गया था. फिर पुलिस ने दिल्ली से डॉ. अतुल को पकड़ा और पुनीत व दलाल दुर्गेश भी धर लिए गए.

इनके खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट पेशः हरिपर्वत थाना प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार ने बताया कि बीएएमएस की उत्तर पुस्तिकाएं बदलने के मामले में 13 लोगों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट लगाई जा चुकी है. इनमें टेंपो चालक देवेंद्र, डॉ. अतुल, साल्वर पुनीत, दलाल दुर्गेश, छात्र नेता मास्टरमाइंड राहुल पाराशर, शैलेंद्र बघेल, उमेश, भीकम सिंह, शिव कुमार दिवाकर, अतुल कटियार, रवि उर्फ रविंद्र राजपूत और इजमाम शामिल हैं.

मास्टरमाइंड ने किया था कोर्ट में सरेंडरः गौरतलब है कि पुलिस ने टेपों चालक देवेंद्र को जेल भेजने के बाद गिरोह के मास्टरमाइंड छात्र नेता राहुल पराशर और अन्य की तलाश शुरू की. इसमें पुलिस ने 4 आरोपियों को जेल भी भेजा. इनमें छलेसर स्थित फार्मेसी कालेज के कर्मचारी शैलेंद्र बघेल, मूल्यांकन केंद्र का कर्मचारी उमेश, भीकम सिंह और पूर्व कर्मचारी शिव कुमार शामिल थे. पुलिस लगातार छात्र नेता राहुल पाराशर की तलाश में जुटी थी. मगर, उसने पुलिस को चकमा देकर खुद को कोर्ट में सरेंडर कर दिया. इसके बाद जब पुलिस ने उसे रिमांड पर लिया तो तमाम चैंकाने वाले खुलासे हुए.

एसटीएफ ने जांच में जुटाया था कच्चा चिट्ठाः सूबे के मुखिया सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एसटीएफ ने डाॅ. भीमराव आंबेडकर विश्चविद्यालय में हुए घोटालों का कच्चा चिट्ठा जुटाया था. इसमें पांच वर्ष के दौरान विश्चविद्यालय में हुए कार्यों से संबंधित प्रपत्र जुटाए गए थे. करीब 6 हजार पन्नों में एसटीएफ ने अपनी रिपोर्ट बनाई थी. इसमें कालेजों को मान्यता देने, विश्वविद्यालय व उससे संबंधित कालेजों में नियुक्तियां, फर्नीचर खरीद, स्टेशनरी खरीद, विश्वविद्यालय में कराए गए कार्य शामिल थे. इसके बाद अभियोग वापस होने के चलते मामला ठंडे बस्ते में चला गया. अब ईडी की जांच शुरू होते ही एसटीएफ के घोटाले से संबंधित एकत्रित किए गए. यह प्रपत्र अब महत्वपूर्ण हो गए हैं.

चल और अचल संपत्ति के दस्तावेजः ईडी ने बीएएमएस और एमबीबीएस की उत्तर पुस्तिकाएं बदलने के मामले में आरोपियों पर शिकंजा कसने से पहले उनकी चल और अचल संपत्ति के दस्तावेज जुटाए थे. इनमें आरोपी देवेंद्र सिंह, भीकम सिंह, शैलेंद्र बघेल उर्फ शैलू, उमेश, राहुल पाराशर, शिवकुमार दिवाकर, पुनीत, अतुल, दुर्गेश शामिल हैं.

बीएएमएस की होगी विशेष परीक्षाः डाॅ. भीमराव आंबडेकर विवि के परीक्षा नियंत्रक डाॅ. ओमप्रकाश ने बताया कि बीएएमएस की विशेष परीक्षा कराने की योजना बनाई गई है. परीक्षा फाॅर्म भी भरवाए जा चुके हैं. इसमें 2000 छात्र भी शामिल हैं. उन्होंने कार्यालय में प्रार्थना पत्र दिया था. इन छात्रों अंक सही नहीं आए हैं. इस पर उन्होंने बताया कि उत्तर पुस्तिकाओं की जांच के बाद बीएएमएस की विशेष परीक्षा करने की योजना तैयार की गई है.

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