आगरा: सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आगरा मंडल की विकास परियोजनाओं की समीक्षा की. इसमें सीएम योगी ने आगरा मेट्रो और सिविल एन्क्लेव के कार्य में तेजी लाने के अधिकारियों को निर्देश दिए. वहीं सीएम योगी ने मुगल म्यूजियम का नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी म्यूजियम रखने के भी आदेश दिए. साथ ही जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने और कोरोना से हो रही मौत में कमी लाने के निर्देश दिए.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जिले के अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे. सीएम योगी ने आगरा मंडल में चल रही 50 करोड़ तक की विकास परियोजनाओं की समीक्षा की. इसमें अधिकारी और जनप्रतिनिधियों से उन्होंने बातचीत की. सीएम ने 10 से 50 करोड़ तक की विकास परियोजनाओं को पारदर्शिता के साथ तेजी से करने के निर्देश दिए. आगरा सिविल एन्क्लेव और आगरा मेट्रो परियोजनाओं में भी तेजी लाने मुख्यमंत्री के निर्देश दिए.
सीएम योगी ने आगरा में निर्माणाधीन मुगल म्यूजियम का नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी नाम रखने के निर्देश दिए हैं. समीक्षा बैठक में मंडल की स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के निर्देश कमिश्नर अनिल कुमार को दिए. वहीं डीएम को निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना से हो रही मौत के मामले में कमी लाई जाए. एडीए, आवास विकास परिषद, नगर निगम और जनप्रतिनिधि के साथ बेहतर सामंजस्य बनाने के भी निर्देश दिए. साथ ही पेयजल संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए कमिश्नर को निर्देश दिए.
समीक्षा बैठक की खास बातें
- सीएम योगी ने निर्माणाधीन मुगल म्यूजियम का नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी म्यूजियम रखने के दिए निर्देश
- स्मार्ट सिटी और अमृत योजना के तहत पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करने और सीवर व्यवस्था के काम में तेजी लाने के निर्देश
- सिविल एन्क्लेव की बाधाओं को दूर करने को सुप्रीम कोर्ट में पैरवी और केंद्र सरकार से बेहतर सामंजस्य बनाने के निर्देश
- सामुदायिक शौचालय और ग्राम पंचायत सचिवालय के निर्माण में तेजी लाने के सीएम योगी ने दिए निर्देश
यह रहे समीक्षा बैठक में मौजूद
जिला मुख्यालय स्थित एनआईसी में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कोरोना प्रोटोकॉल के तहत दो जगह अधिकारी और जनप्रतिनिधि के बैठने की व्यवस्था की गई थी. बैठक में कमिश्नर अनिल कुमार, डीएम प्रभु नारायण सिंह, सीडीओ जे रीवा और नगरायुक्त निखिल टी फुंडे मौजूद रहे. वहीं जनप्रतिनिधियों में आगरा सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल, विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल, विधायक जितेंद्र वर्मा, विधायक महेश गोयल और अन्य जनप्रतिनिधि शामिल रहे.