आगराः सीएम योगी आदित्यनाथ ने सड़कों से निराश्रित गोवंश हटाने के निर्देश दिए हैं. सड़कों पर घूमने वाले आवारा पशुओं पर अंकुश लगाने के लिए नगर निगम की टीम 3 शिफ्ट में काम करेगी. इसका असर आगरा में जल्द देखने के लिए मिलेगा. नगर आयुक्त ने सोमवार को अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश जारी कर दिया है, जिससे अब सड़कों पर घूमने वाले निराश्रित गोवंश पकड़ कर गोशाला में भेजे जायेंगे. बता दें कि सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लगातार आवारा पशुओं के आतंक को लेकर सीएम योगी पर निशाना साधते रहते हैं.
गौरतलब है कि आगरा नगर निगम के पशु चिकित्सा विभाग में 7 कैटल कैचर वाहन हैं. हर कैटल कैचर पर 6 कर्मचारियों की तैनाती है. नगर निगम का दावा है कि आवारा जानवरों को पकड़ने के लिए लगातार अभियान चल रहा है. लेकिन, शहर का कोई भी इलाका ऐसा नहीं है, जहां आवारा गोवंश से जनता परेशान न हों. पिछले दिनों शहर में हुए जानलेवा घटनाओं से लखनऊ में हड़ंकप मच गया था.
तीन शिफ्ट में कैटल कैचर्स पर कर्मचारी किए तैनातः सीएम के निराश्रित गोवंश पकड़कर गोशालाओं में भेजने के निर्देश से आगरा के अधिकारियों में खलबली मची हुई है. इसलिए, आगरा नगर निगम ने विशेष अभियान कार्य योजना बनायी है. इसमें नगर निगम के पशु चिकित्सा विभाग की टीमें अब दिन में तीन शिफ्ट में काम करेंगी. नगर निगम के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ. अजय कुमार सिंह ने बताया कि 3 शिफ्ट के हिसाब से सातों कैटल कैचरों पर कर्मचारियों की तैनाती की गई है.
सीडीओ को लिखा जा रहा है पत्रः नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने बताया कि नगर निगम की टीमें रोजाना करीब 80 से 100 निराश्रित गोवंश पकड़ रही हैं. नगर निगम की नराइच स्थित गोशाला की क्षमता अधिकतम 1200 गोवंश रखने की है. लेकिन, वहां पर क्षमता से अधिक करीब 2200 गोवंश रखे जा रहे हैं. इससे स्थिति खराब भी हो सकती है. इसलिए, सीडीओ को पत्र लिखकर निराश्रित गोवंश जिले की अन्य गोशालाओं में रखने की व्यवस्था कराने की मांग की है.
निगम के अधिकारियों पर हो चुकी है कार्रवाईः आवारा गोवंश को लेकर सीएम सख्त हैं. शहर में मंडलायुक्त अब तक नगर निगम के दो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर चुकी हैं. आगरा मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने अपर नगर आयुक्त के खिलाफ जहां चेतावनी जारी की है, तो वहीं नगर निगम के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ. अजय कुमार सिंह को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है.
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