आगरा: पिनाहट क्षेत्र के अंतर्गत कस्बा भदरौली के पास ग्राम पंचायत गजौरा के कछपुरा गोकुलपुरा गांव के नजदीक चंबल नहर फूट गई. इससे किसानों की दर्जनों बीघा फसल जलमग्न होकर खराब हो गई. नहर गुरुवार सुबह फूट गई. इसकी जानकारी होने पर किसानों में भगदड़ मच गई.
बर्बाद हो गईं फसलें
खेतों में पानी भरता देख ग्रामीण नहर की तरफ भागे. ग्रामीणों ने फूटी हुई नहर को मिट्टी से बंद करने का प्रयास किया. लेकिन असफल रहे. खेतों में पानी को लगातार बढ़ता देख किसानों ने इसकी सूचना तत्काल नहर विभाग के कर्मचारियों को दी गई. कई घंटे बीत जाने के बावजूद भी मौके पर नहर विभाग के कर्मचारी नहीं पहुंचे.
किसानों ने की मुआवजे की मांग
एकत्रित किसानों ने जेसीबी मशीन को मंगाकर कड़ी मशक्कत से नहर की कटी हुई पट्टी को ठीक कराया. इसके बाद नहर का पानी बंद हुआ. नहर के पानी से किसानों की गेहूं, जौ, आलू, सरसों की फसल जल मग्न होकर खराब हो गई. ग्रामीणों और किसानों ने नहर विभाग के कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया. किसानों का कहना है कि पूर्व में भी कई बार कई जगह नहर और रजवाह फूटने से किसानों की फसल खराब हुई है. आज तक फसल को देखने के लिए गांव में कोई नहीं आया. उन्होंने कहा कि नहर की सफाई ठीक से होती और किनारों को ठीक किया जाता तो नहर नहीं फूटती. किसानों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए नहर विभाग के कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की है. ग्रामीणों ने फसल के नुकसान के लिए शासन प्रशासन से मुआवजा मांगा है.
इन किसानों की हुई फसल खराब
चंबल नहर फूटने से किसान रामरूप की 3 बीघा, लेखराज की 4 बीघा, केशव सिंह की 2 बीघा, गोपाल सिंह की 3 बीघा, पंचम सिंह की 4 बीघा, चकोरी लाल की 3 बीघा, राजू की 3बीघा, संजू की 3 बीघा, रामदत्त की 4 बीघा, सिनाम सिंह की 8 बीघा, बुध सिंह की 4 बीघा, सोरन सिंह की 8 बीघा, एतराज सिंह की 4 बीघा, आत्मप्रकाश की 6 बीघा, आसाराम की 3 बीघा, राजकुमार की 6 बीघा, रामकिशन की 6 बीघा, शिवकुमार की 6 बीघा, जय राम की 4 बीघा, शिवनारायण की 6 बीघा फसल जलमग्न होकर खराब हो गई.
फिर ठीक होगी नहर
एसडीओ नहर विभाग भूपेंद्र सिंह का कहना है कि ग्रामीणों की सूचना पर नहर को बंद करा दिया गया है. फूटी हुई नहर को जेसीबी मशीन के मिट्टी डालकर बंद करा दिया गया है. नहर का पानी कम होते ही नहर की पट्टी को मजबूती के साथ दोबारा से ठीक किया जाएगा.