आगरा: ताजनगरी के बलिदानी कैप्टन शुभम की मां ने उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से आर्थिक सहायता का चेक लेकर आए मंत्री के फोटो खिंचवाने पर आडे़ हाथों लिया था. शहीद की मां ने कहा था कि यहां प्रदर्शनी मत लगाओ. बलिदानी की मां के बयान पर अब सियासत गरमा गई. शहीद के पिता ने वीडियो जारी कर कहा है कि सीएम योगी आदित्यनाथ का संदेश लेकर मंत्री योगेंद्र उपाध्याय और भाजपा विधायक डाॅ. धर्मेश उनके घर पहुंचे थे.
बता दें कि शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता की मां को प्रदेश सरकार की तरफ से 50 लाख रुपए का चेक दिया गया था. इस चेक को लेकर यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, भाजपा विधायक डाॅ. धर्मेश और अन्य भाजपा नेता शहीद शुभम के घर पहुंचे थे. चेक के साथ फोटो खिंचवाने को लेकर शहीद की मां ने कहा था कि यहां प्रदर्शनी न लगाओ. इसके बाद भाजपा नेताओं की किरकिरी शुरू हो गई. इसके बाद अब शहीद शुभम के पिता बसंत गुप्ता ने एक वीडियो जारी कर बयान दिया है.
जंगल में छिपे थे आतंकी
बता दें कि जम्मू कश्मीर के धर्मसाल के बाजीमाल इलाके में बीते बुधवार को 2 आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना मिली थी. जिस पर सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया था. इस सर्च ऑपरेशन के दौरान ही जंगल में छिपे आतंकियों ने पुलिस और सेना की टीम पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. इस आंतकी हमले में सेना के 2 अधिकारी और सैनिक शहीद हो गए. इन शहीदों में कैप्टन शुभम गुप्ता भी शामिल थे.
शहीद के पिता ने जारी किया बयान
बलिदानी कैप्टन शुभम गुप्ता के पिता डीजीसी बसंत गुप्ता ने शनिवार को 50 लाख रुपये के चेक मामले में एक वीडियो जारी किया है. वीडियो में शहीद शुभम गुप्ता के पिता कह रहे हैं कि, चेक लेते समय कैप्टन शुभम की मां भावुक हो गईं थीं. इस मामले में अब अनावश्यक टीका टिप्पणी बंद होनी चाहिए. ये मेरी अपील है.
अनावश्यक टीका टिप्पणी बंद हो
बलिदानी कैप्टन शुभम गुप्ता के पिता डीजीसी बसंत गुप्ता का कहना है कि कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय और विधायक डॉ. जीएस धर्मेश परिवार को ढांढस बंधाने के साथ ही सीएम योगीजी का संदेश लेकर आए थे. मैंने स्वयं शहीद की मां पुष्पा देवी को बाहर बुलाया था. वो तीन दिनों से लगातार रोये जा रहीं थीं. वह बेहद कष्ट में थीं. उन्हें बाहर बुलाया और दिखाया था कि पूरा शहर बेटे की शहादत को नमन करने आया है. जिससे उनका मन बेटे के शौर्य को देखकर ठीक हो जाए. इसी दौरान उन्हें चेक प्रदान किए गए. जिस पर टीका टिप्पणी की जा रही है. ये उचित नहीं है. उनकी लोगों से अपील है कि अनावश्यक टीका टिप्पणी बंद कर दी जाए.
सेना ने खोया जांबाज अफसर
रक्षा मंत्रालय और 9-पैरा के अधिकारी बलिदानी कैप्टन शुभम गुप्ता के घर पहुंचे. अधिकारियों ने तस्वीर के साथ शोकाकुल पिता बसंत गुप्ता और परिजन से मिले. उन्हें कैप्टन की बहादुरी के बारे में बताया. इसके बाद बलिदानी कैप्टन शुभम गुप्ता के पिता को रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने रक्षामंत्री का संवेदना पत्र सौंपा और सलामी दी. सेना के अधिकारियों ने कहा कि एक सैनिक बनाने में सेना का काफी समय और परिश्रम लगता है. खासकर कमांडो अफसर का जाना सेना के लिए बड़ी क्षति है. "सर, आपका बेटा बहुत ही बहादुर था". उसने दुश्मनों का सीधा मुकाबला किया. आपने बेटा और सेना ने अपना जांबाज अफसर खो दिया है.
शहीद का स्मारक बनाए जाने की मांग
बलिदानी के पिता बसंत गुप्ता का कहना है कि "मेरे बेटे ने देश की रक्षा के लिए प्राण गवाएं हैं. मैं चाहता हूं कि पैतृक गांव कुआंखेड़ा में शहीद स्मारक बने. जिससे युवा प्रेरणा लें. उनमें देशभक्ति की भावना जगे. वे सेना में जाएं और देश की सीमाओं को मजबूत करें. पहले ही अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम और शहर की प्रमुख सड़क का नामकरण बेटे के नाम से कराने की शासन ने संस्तुति भी की है, लेकिन इस बारे में अभी प्रशासन से कोई जानकारी नहीं मिली है.
कलाकृति में शोक सभा आज
बलिदानी के पिता ने बताया कि कैप्टन शुभम गुप्ता की स्मृति में फतेहाबाद रोड स्थित कलाकृति मैदान में शोक संवेदनाओं के लिए रविवार को सभा रखी है. शोक सभा दोपहर 2 से 3 बजे तक है. जिसमें शहर और आसपास के लोग कैप्टन को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.
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