ETV Bharat / state

आगरा ADRDE के पैराशूट से समुद्र में गिराया गया कैप्सूल, परीक्षण सफल - आईएएनएस-315 स्क्वाड्रन

हवाई डिलीवरी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान आगरा ने एक विशेष पैराशूट का निर्माण किया है. इसके जरिए अब आपात स्थिति में जरूरत पड़ने पर हवा से पैराशूट के जरिए पानी में सामान गिराया जा सकता है.

एडीआरडीई टीम.
एडीआरडीई टीम.
author img

By

Published : Dec 31, 2020, 1:55 PM IST

Updated : Dec 31, 2020, 3:08 PM IST

आगरा: हवाई डिलीवरी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (एडीआरडीई) आगरा ने समुद्र में सामान पहुंचाने के लिए विशेष पैराशूट तैयार किया है. इस पैराशूट का गोवा में सफल परीक्षण किया गया. जिसमें आईएएनएस-315 स्क्वाड्रन ने आईएल-38 विमान से कैप्सूल गिराया गया जो कि सफल रहा. अब समुद्र में सफर कर रहे नेवी पोत पर इमरजेंसी की स्थिति में पैराशूट से सामान पानी में गिराया जा सकता है.

एडीआरडीई के निदेशक वरिष्ठ वैज्ञानिक एके सक्सेना ने बताया कि बुधवार को गोवा के पास समुद्र में भारतीय नौसेना के साथ समन्वय कर पैराशूट का सफल परीक्षण किया गया है. इससे भविष्य में नौसेना के किसी पोत को किसी भी आकस्मिक स्थिति में सामान की जरूरत होगी, तो वायुसेना के आईएल 38 जहाज से उस सामान को एक कैप्सूल में रखकर एडीआरडीई, नेवल साइंस टेक्नोलॉजी लैब एवं मैसर्स अवनटेल कंपनी द्वारा विकसित/निर्मित पैराशूट से पोत के पास पानी में गिराया जाएगा.

कैप्सूल को नहीं पहुंचेगा कोई नुकसान
एडीआरडीई के निदेशक वरिष्ठ वैज्ञानिक एके सक्सेना ने बताया कि पोत पर सवार नौसैनिक कुछ ही मिनटों में कैप्सूल को पानी से निकालकर उसमें रखे सामान का इस्तेमाल कर सकेंगे. सफल ट्रायल में कैप्सूल को 380 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से समुद्र में गिराया गया था. पैराशूट का इस्तेमाल कैप्सूल को बिना नुकसान पहुंचाए पानी में गिराने के लिए होगा. पैराशूट के निर्माण में एडीआरडीई के वैज्ञानिक विपिन वर्मा सहित अन्य लोगों का भी योगदान है.

आगरा: हवाई डिलीवरी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (एडीआरडीई) आगरा ने समुद्र में सामान पहुंचाने के लिए विशेष पैराशूट तैयार किया है. इस पैराशूट का गोवा में सफल परीक्षण किया गया. जिसमें आईएएनएस-315 स्क्वाड्रन ने आईएल-38 विमान से कैप्सूल गिराया गया जो कि सफल रहा. अब समुद्र में सफर कर रहे नेवी पोत पर इमरजेंसी की स्थिति में पैराशूट से सामान पानी में गिराया जा सकता है.

एडीआरडीई के निदेशक वरिष्ठ वैज्ञानिक एके सक्सेना ने बताया कि बुधवार को गोवा के पास समुद्र में भारतीय नौसेना के साथ समन्वय कर पैराशूट का सफल परीक्षण किया गया है. इससे भविष्य में नौसेना के किसी पोत को किसी भी आकस्मिक स्थिति में सामान की जरूरत होगी, तो वायुसेना के आईएल 38 जहाज से उस सामान को एक कैप्सूल में रखकर एडीआरडीई, नेवल साइंस टेक्नोलॉजी लैब एवं मैसर्स अवनटेल कंपनी द्वारा विकसित/निर्मित पैराशूट से पोत के पास पानी में गिराया जाएगा.

कैप्सूल को नहीं पहुंचेगा कोई नुकसान
एडीआरडीई के निदेशक वरिष्ठ वैज्ञानिक एके सक्सेना ने बताया कि पोत पर सवार नौसैनिक कुछ ही मिनटों में कैप्सूल को पानी से निकालकर उसमें रखे सामान का इस्तेमाल कर सकेंगे. सफल ट्रायल में कैप्सूल को 380 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से समुद्र में गिराया गया था. पैराशूट का इस्तेमाल कैप्सूल को बिना नुकसान पहुंचाए पानी में गिराने के लिए होगा. पैराशूट के निर्माण में एडीआरडीई के वैज्ञानिक विपिन वर्मा सहित अन्य लोगों का भी योगदान है.

Last Updated : Dec 31, 2020, 3:08 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.