आगरा: जिले के थाना शाहगंज में कैटरिंग व्यवसाई का आरोप है कि दो साल पहले दारोगा नकुल सिंह उनके थाना क्षेत्र की चौकी पर तैनात थे. तब उनकी मुलाकात दारोगा से हुई थी. दरोगा ने एक पेट्रोल पंप पर उनके साथ मारपीट की थी. इस मामले में उन्हें निलंबित भी किया गया था, लेकिन उसके बाद दरोगा ने बहाली के लिए मदद मांगी थी. वहीं आरोपी दरोगा ने उनसे दस लाख रुपये एक महीने में देने की बात कहकर उधारी पर पैसे लिए थे. इसके बाद दारोगा ने रुपए वापस नहीं किए. रुपयों की मांग करने पर वह टाल मटोल करता रहा. फिलहाल आरोपी दारोगा का ट्रांसफर जीआरपी इटावा में हो गया है.
दरोगा ने की मारपीट
आरोप है कि दिवाली से दो दिन पहले दारोगा ने फोन करके अपनी बेटी का एमबीबीएस में एडमिशन कराने का दबाव बनाया. उसने एडमिशन कराने पर ही रुपए देने की बात कही. रुपए लेने के लिए व्यवसाई ने दाखिला कराने के लिए झूठ बोल दिया. इस पर दारोगा ने दो बार में तीन लाख उनके खाते में ट्रांसफर कर दिए. दो लाख रुपये लेने के लिए 18 नवंबर को बोदला रोड स्थित अपने होटल पर बुलाया. व्यवसाई अपनी पत्नी और बच्ची के साथ ससुराल दारापुर, इरादतनगर जा रहे थे. वहीं आरोपी दारोगा उस होटल पहुंच गया जहां व्यवसायी ठहरा हुआ था. पीड़ित व्यवसाई ने आरोप लगाया है कि दारोगा ने होटल में अपने साथियों की मदद से जबरन शराब पिलाई. इस दौरान पत्नी से छेड़छाड़ भी की. पत्नी गाड़ी लेकर अपने मायके दारापुर चली गई. बाद में दारोगा ने व्यवसाई को एकांत जगह पर ले जाकर मारपीट की. मारपीट के बाद व्यवसाई का मोबाइल और एक लाख लूट लिए.
पीड़ित ने एसपी जीआरपी से शिकायत की थी. मामले की जांच के लिए एसएसपी बबलू कुमार को पत्र लिखा गया. जांच के बाद पुलिस ने दारोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. एसपी सिटी रोहन बोत्रे ने कहा कि मामले की विवेचना की जा रही है. दरोगा नकुल सिंह पर रुपए हड़पने, लूट, मारपीट, छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया है. इस पूरे मामले में एसपी जीआरपी आगरा ने आरोपी एसआई नकुल का स्थानांतरण कर और विभागीय जांच शुरू कर दी है.