आगरा: जिले की खेरागढ़ तहसील क्षेत्र में एक 12 वर्षीय बच्चे का ऐसा संवेदनशील मामला सामने आया था, जिसकी आपबीती सुनकर अध्यापक भावुक हो गए थे. यह बच्चा पढ़ना चाहता है, लेकिन उसकी पढ़ाई में रोड़ा उसकी सौतेली मां और पिता बने हुए थे. यह मामला शुक्रवार का था. इसकी जानकारी जैसे ही खंड शिक्षा अधिकारी जगनेर अमरेश कुमार सिंह को मिली तो वे शनिवार को बच्चे की सौतेली मां और पिता से मिले. उन्होंने बच्चे के माता-पिता से मिलकर समस्या जानी और फिर कड़े शब्दों में चेतावनी दी कि बच्चा पढ़ना चाहता है तो उसकी पढ़ाई में व्यवधान पैदा न करें.
मामला खेरागढ़ तहसील के ब्लॉक जगनेर क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय बसई जगनेर का है. शुक्रवार को मान सिंह विद्यालय पहुंचा और रोते-सिसकते हुए उसने अपनी व्यथा अध्यापक को बताई. बच्चे की पीढ़ा सुनकर अध्यापक भी अपने आंसू नहीं रोक पाए और उसकी हरसंभव मदद करने का संकल्प लिया. बच्चे की परेशानी की जानकारी होने पर शनिवार को खंड शिक्षा अधिकारी अमरेश कुमार सिंह ने उसके माता-पिता को विद्यालय बुलाया. उन्होंने दोनों को कड़ी फटकार लगाई.
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बच्चे की सौतेली मां और पिता ने बताया कि वह बच्चे को पढ़ने से नहीं रोकते. इस पर बच्चे ने हिम्मत जुटाते हुए कहा कि दोनों उसे स्कूल जाने से रोककर काम पर भेजते हैं. उसने बताया कि दोनों उससे झूठ बुलवाते हैं. कहते हैं कि विद्यालय से कॉल आए तो बोल देना कि कपड़े लेने तांतपुर गया हूं. बीईओ अमरेश कुमार सिंह ने बच्चे के माता-पिता को हिदायत दी कि 18 वर्ष तक बच्चे को पढ़ने दिया जाए. अगर उसे रोका या पढ़ाई में व्यवधान पैदा किया तो कड़ी कानूनी कार्रवाई कराई जाएगी.
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