आगरा: मोहब्बत की निशानी ताजमहल के दीदार के लिए हर दिन हजारों की संख्या में पर्यटक आगरा आते हैं. ताजमहल की खूबसूरती देखकर हर कोई मनमोहित हो जाता है. ताजमहल जितना खूबसूरत है उससे भी ज्यादा रोचक उसका इतिहास है. ताजमहल के इतिहास को समेटे ताज म्यूजियम है. मुगल बादशाह शहंशाह शाहजहां ने जब अपनी बेगम मुमताज की याद में ताजमहल को तीमार कराने की योजना बनाई थी तो पहले ताजमहल के निर्माण का नक्शा तैयार किया गया था. यह नक्शा आज भी ताज म्यूजियम में रखा हुआ है. ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद आरके सिंह का कहना है कि ताज म्यूजियम में रखे ताजमहल के नक्शे में कहीं भी काले ताजमहल का जिक्र नहीं है और न ही अभी तक एएसआई को इसके कोई सबूत मिले हैं.
मुगल बादशाह शहंशाह शाहजहां ने सन् 1628 से 1658 तक शासन किया. जब अपनी बेगम मुमताज की याद में भव्य मकबरा बनाने की सोची तो इसके लिए उन्होंने भारत ही नहीं अरब, पर्सिया और तुर्की के वास्तुविदो को बुलाया. शहंशाह शाहजहां ने सभी से चर्चा की. इतिहासकारों की मानें तो ताज का नक्शा तमाम वास्तुविदों ने बनाया था. लेकिन, मुगल बादशाह शहंशाह शाहजहां को उस्ताद ईसा आफदी (उस्ताद अहमद लाहौरी) का डिजाइन पसंद आया था. इसके बाद सन् 1632 में यमुना किनारे ताजमहल बनवाने की शुरुआत हुई.
कैनवास पर बनाया गया ताजमहल का नक्शा
ताज म्यूजियम के पूर्व प्रभारी रहे अधीक्षण पुरातत्वविद आरके सिंह ने बताया कि ताजमहल के निर्माण से पहले कैनवास पर नक्शा बनाया गया था, जो ताज म्यूजियम में रखा है. इस नक्शे में ताजमहल के आसपास बसाए गए कटरा के साथ ही ताजमहल के दक्षिणी गेट, पूर्वी गेट और पश्चिमी गेट के साथ ही साथ ही शाही प्रवेश द्वार को दिखाया गया है. नक्शे में चारबाग पद्धति पर बनाए गए उद्यानों के साथ ही उद्यानों में लगाए गए सभी तरह के पौधों का जिक्र है. इसमें फूल वाले और फलदार पौधे भी शामिल बताए गए हैं.
ब्लैक ताजमहल का नक्शे में जिक्र नहीं
ताज म्यूजियम के पूर्व प्रभारी रहे अधीक्षण पुरातत्वविद आरके सिंह ने बताया कि ताजमहल के दूसरी ओर यमुना किनारे मेहताब बाग में बारादरी का स्थान भी दिखाया गया है. वहां पर काला (ब्लैक) ताजमहल बनाए जाने के कोई सबूत नहीं हैं. यहां पर टूरिस्ट गाइड और तमाम लोग जिन्हें जानकारी नहीं हैं. जो इस बात को बताते हैं कि ताजमहल के दूसरी ओर यमुना किनारे मेहताब बाग में जो फाउंडेशन खुदाई में मिला है. वो ब्लैक ताजमहल का है. लेकिन, हकीकत यह नहीं है. एएसआई को ब्लैक ताजमहल के अभी तक वहां ऐसे कोई सबूत नहीं मिले हैं और न ही ताजमहल के कैनवास पर बनाए गए नक्शे में इसका कोई जिक्र है. सिर्फ मेहताब बाग में बारादरी के ही सबूत मिले हैं और उसका फाउंडेशन अभी भी मौजूद है.
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ताज म्यूजियम में संजोकर रखा है इतिहास
दिल्ली से आई पर्यटक रिंकी ने बताया है कि सबसे पहले मैंने ताजमहल का दीदार किया. ताजमहल बहुत खूबसूरत है. इसके बाद जब मुझे पता चला कि ताजमहल परिसर में ताज म्यूजियम है. जहां ताजमहल से जुड़ा इतिहास रखा हुआ है. तो मैं उसे देखने के लिए आई हूं. यहां पर मैंने देखा कि ताजमहल के समय की सभी चीजें अभी तक मौजूद हैं. यह बहुत अच्छा प्रयास है. जिससे लोगों को ताजमहल के इतिहास के बारे में भी जानकारी होती है.
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