आगरा: विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है मगर मुनाफाखोर अभी भी सक्रिय हैं. देश इस समय आपदा से गुजर रहा है, उसके बाद भी मुनाफाखोर बाज नहीं आ रहे हैं. बाजार में जरूरी वस्तुओं की कालाबाजारी शुरू हो गई है. कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए आगरा में लॉकडाउन है. साथ ही लोगों ने खाद्य सामग्री का स्टॉक करना शुरू कर दिया है. इसके चलते रिटेल की परचून की दुकानों पर माल खत्म हो गया है.
वहीं पुलिस-प्रशासन को लगातार कालाबाजारी की शिकायतें मिल रही हैं और डोर स्टेप डिलीवरी अभी प्रभावी नहीं हो पा रही है. इसी के चलते डीएम पीएन सिंह ने खाद्यान्न, सब्जी और फल की रेट लिस्ट जारी की है. और उस रेट लिस्ट से ज्यादा मूल्य पर सामान बेचने वाले के खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए हैं.
बता दें कि कोरोना वायरस के चलते 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है. ऐसे में लोगों में ज्यादा से ज्यादा सामान खरीदने की होड़ मच गई है. गुरुवार सुबह कई इलाकों में थोड़ी देर के लिए दुकानें खुलीं और यहां पर भीड़ लग गई. बाजार खुलते ही लोगों ने अपने परिचित दुकानदारों को फोन पर सामान नोट कराया. साथ ही कई इलाकों में लोगों ने कालाबाजारी होने की बात कही है. सोशल मीडिया पर लोगों ने निर्धारित दर से ज्यादा दाम लिए जाने की बात भी कही है. लोगों की शिकायत है कि दाल, चावल, आटा, तेल और अन्य जरूरी वस्तुओं के दाम ज्यादा लिए जा रहे हैं.
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प्रशासन कड़ी कार्रवाई की तैयारी में
आगरा में पुलिस प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी की है. जिलाधिकारी पीएन सिंह लगातार निर्देश जारी कर रहे हैं कि कालाबाजारी नहीं होगी. यदि कोई दुकानदार इस आपदा की स्थिति का अनुचित लाभ उठाता है तो उस पर कड़ी धाराओं में कार्रवाई होगी.