आगराः यूपी सरकार के निर्देश पर रातोरात भदोही के बाहुबली विधायक विजय मिश्रा को चित्रकूट जेल से आगरा की सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया है. विजय मिश्रा को हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है. पहले ही आगरा सेंट्रल जेल में हमीरपुर के पूर्व विधायक अशोक चंदेल और औरेया के एमएलसी कमलेश पाठक बंद हैं. कश्मीर के बंदी भी अभी यहां पर हैं. इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से जेल प्रशासन ने तीनों नेताओं को अलग-अलग बैरक में रखा है. रविवार को विधायक की पुत्री आगरा सेंट्रल जेल पहुंचीं और उन्हें जरूरी सामान दिया.
गोपीगंज के धानपुर दक्षिण गांव के निवासी और विधायक के रिश्तेदार कृष्ण मोहन तिवारी ने चार अगस्त को मकान कब्जा करने और संपत्ति को बेटे के नाम वसीयत कराने के प्रयास करने का आरोप लगाते हुए विधायक विजय मिश्रा, उनकी पत्नी एमएलसी रामलली मिश्रा और बेटे विष्णु मिश्र के खिलाफ गौरीगंज थाने मे एफआईआर दर्ज कराई थी. इसी आधार पर विधायक को मध्य प्रदेश पुलिस ने आगर मालवा से गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी से पहले विधायक ने एक वीडियो जारी करके कुख्यात विकास दुबे की तरह एनकाउंटर होने की आशंका जताई थी और अपनी जान को खतरा बताया था.
गिरफ्तार विधायक विजय मिश्रा को पहले प्रयागराज स्थित नैनी सेंट्रल जेल में रखा गया था. फिर सुरक्षा के मद्देनजर 17 अगस्त को नैनी सेंट्रल जेल से चित्रकूट जेल शिफ्ट किया गया था. एक बार फिर शासन ने विधायक विजय मिश्रा को शनिवार की देर रात चित्रकूट जेल से कड़ी सुरक्षा में आगरा सेंट्रल जेल में शिफ्ट कर दिया.
लगातार चौथी बार विधायक
साल 1990 में विजय मिश्रा ने भदोही से कांग्रेस ब्लॉक प्रमुख के रूप में अपने राजनैतिक सफर की शुरुआत की थी. फिर सपा की टिकट पर भदोही जिले की ज्ञानपुर विधानसभा सीट पर तीन बार विधायक रहे. विजय मिश्रा साल 2017 में निषाद पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते और लगातार चौथी बार विधायक चुने गए.
आगरा सेंट्रल जेल के वरिष्ठ अधीक्षक वीके सिंह ने बताया कि शासन के निर्देश पर चित्रकूट जेल से विधायक विजय मिश्रा को सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया है. विधायक को हाई सिक्योरिटी सेल में रखा गया है और उन पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है.