आगरा: पांच दिवसीय दीपोत्सव के पांचवें दिन मंगलवार को भैया दूज पर बहनों ने भाइयों का तिलक किया. मिठाई खिलाई और भाइयों की लंबी उम्र की कामना की. भाई-बहन के प्यार और अटूट रिश्ते का पर्व भैया दूज आगरा जिला जेल में मनाया गया.
आगरा जिला जेल में किया भाइयों का तिलक
आगरा जिला जेल पर सुबह आठ बजे से बहनें पहुंचना शुरू हो गईं थी. इससे पर्ची काउंटर पर लंबी कतार लग गई. मंगलवार सुबह 9:30 बजे के बाद जेल प्रशासन ने भैया दूज पर भाइयों से बहनों को मिलवाने और तिलक कराने के लिए जेल में प्रवेश देना शुरू किया. बहनों ने सलाखों के पीछे भाइयों को देखा तो उनकी आंखें भर आईं. वे फफक-फफक कर रोने लगीं. फिर बहनों ने भाइयों का टीका किया. ईश्वर से भाइयों की लंबी उम्र और खुशहाली की कामना की. उन्हें मिठाई खिलाई और भाइयों से अपराध की राह छोड़ने का वचन भी लिया. यह सिलसिला देर शाम तक यूं ही चलता रहेगा. सुरक्षा की दृष्टि से जेल प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए हैं.
बहनों को जेल के अंदर प्रवेश दिया
आगरा जिला जेल में 3,100 से ज्यादा कैदी हैं. मंगलवार सुबह तमाम ऐसी बहनें भैया दूज पर जिला जेल पहुंचीं, जिनके भाई जेल में निरुद्ध हैं. ऐसी बहनें अपने भाइयों का तिलक करने और मिठाई खिलाने के लिए आगरा जिला जेल आईं. बहनों ने पर्ची काउंटर से पर्ची बनवाई. इस दौरान काउंटर पर लंबी-लंबी कतार लग गई. फिर जिला जेल प्रशासन की ओर से समूह बनाकर के बहनों को जेल के अंदर प्रवेश दिया गया.
चार-पांच महीने पहले भाई से मुलाकात हुई थी. उसके बाद आज भाई दूज पर में जेल में उससे मिलने आई हूं. भाई के लिए मैं सोन पपड़ी, गजक और सेब लेकर लाई हूं.
-मानदेवी, आगरा निवासी
सुबह 9 बजे यहां पहुंची. पर्ची के लिए लंबी लाइन लगी थी. 2 घंटे से ज्यादा समय हो गया, लेकिन अभी तक मेरा नंबर नहीं आया है. कितनी देर में भाई से मुलाकात होगी. मैं बस इतना ही कहूंगी कि कभी भी जेल में इस तरह से किसी को नहीं आना पड़े. इस बारे में अपने भाई को भी समझाऊंगी.
-मधु गुप्ता, एटा निवासी
बहुत दूर से भाई दूज पर जेल आई हूं. मेरे साथ मेरी मां और दूसरी बहनें भी आईं हैं. मैं अपने भाई को समझाऊंगी. अब अगली दूज में उसके साथ घर पर ही मनाऊं. वह कोई ऐसा काम न करे, जिससे मुझे और मेरे परिवार को यहां त्योहार पर आना पड़े. इस बारे में उसे समझाउंगी.
-रोमा, मथुरा निवासी
भाई दूज के चलते सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. आज महिलाओं की उनके भाइयों से मुलाकात कराई जाएगी. जब तक महिलाएं आएंगीं, तब तक मुलाकात कराई जाएगी. खाने पीने की चीजों को चेक करके जेल के अंदर भेजा जा रहा है.
-शशिकांत मिश्रा, जिला जेल अधीक्षक