आगरा: देश में कोरोना का कहर बढ़ रहा है. सभी अपने-अपने तरीके से जन जागरूकता कर रहे हैं. ऐसे में आगरा जिले में शमशाबाद के गांव धिमश्री की पांचवीं में पढ़ने वाली मुस्कान ने अलग अंदाज में कोरोना के खौफ को समझाया है. मुस्कान की मां किडनी की पेशेंट है. इसलिए वह सभी को इंसान की जिंदगी की कीमत समझा रही है. बच्चों ने 17 सैकेंड की लघु नाटिका में दूसरी बीमारियों से कोरोना की तुलना की है.
इस वीडियो के माध्यम से अपील है कि, रविवार को घर से नहीं निकलें. बच्चों की इस अनौखी पहल की खूब सराहना हो रही है. मुस्कान ने देश की 'मुस्कान' बनाए रखने के लिए सभी देशवासियों से जिस अंदाज में अपील की है. जिसकी खूब सराहना हो रही है.
ये वीडियो धिमिश्री गांव की कक्षा पांच की छात्रा मुस्कान, उसकी बहन सृष्टि, भाई दिव्यांश, राजा और अंशु ने मिलकर बनाई है. सभी सुबह आंगन में खेल रहे थे. परिवार में रविवार को पीएम मोदी की जनता कर्फ्यू की अपील और कोरोना के कहर की चर्चा हो रही थी. खेल-खेल में मुस्कान और उसके छोटे भाई बहन ने 'भारत की मुस्कान' बनाए रखने के लिए घर के आंगन में पेड़ की छाया के नीचे अलग अंदाज में कोरोना के कहर से बचने के लिए लोगों से अपील की. तभी बच्चों की 17 सैकंड की लघु नाटिका का परिवार के लोगों ने वीडियो बना लिया.
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वीडियो में बच्चों ने डेंगू, मलेरिया, कैंसर और अन्य बीमारियों से अलग अंदाज में कोरोना के कहर को समझाया है. जो अब चर्चा का विषय बन गया है. भारत की मुस्कान के लिए दिया गया मुस्कान का काम संदेश सोशल मीडिया पर छा गया और मुस्कान की चर्चाएं होने लगी. मुस्कान के सराहनीय कार्य के लिए उनको सोशल मीडिया पर उनके कार्य के लिए सराहा जा रहा है. मासूम मुस्कान का कहना है कि, इंसान की जिंदगी बहुत अहम है. मेरी मां की किडनी खराब हैं. नाना ने मां को किडनी डोनेट करने अस्पताल गए. मगर किडनी डोनेट करने से तीन घंटे पहले नाना जी दुनियां से चले गए.
मुस्कान ने बताया कि इंसान और अपनों की कीमत जानती हूं. इसलिए सभी से अपील है कि, कोरोना के खतरे को समझें और रविवार को अपने घर से बाहर नहीं निकले. मुस्कान ने सभी देशवासियों से अपील की कि कोरोना वायरस से बचने के लिए 22 मार्च को सभी लोग घरों में रहें. एक छोटी सी बच्ची का यह संदेश क्षेत्र में चर्चा का विषय है.