आगरा: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने (Archaeological Survey of India) ताजमहल में बढ़ रहे बंदरों (monkeys taj mahal agra) के आतंक से निपटने के लिए कमर कस ली है. नगर निगम और अन्य संबंधित विभागों से एएसआई लगातार बंदरों की समस्या को लेकर पत्राचार कर रहा है. मगर, समस्या जस की तस है. इस वजह से एएसआई ने अब 4 कर्मचारियों को ताजमहल परिसर में बंदरों को भगाने की ड्यूटी में लगाया है. एएसआई कर्मचारी हाथ में डंडा लेकर के बंदरों को डर आएंगे और भगाने का काम करेंगे.
ताजमहल के दीदार के लिए हर दिन हजारों की संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक पहुंचते हैं. ताजमहल में बंदरों का आतंक है. यही वजह है कि आए दिन बंदर ताजमहल परिसर में पर्यटकों पर हमला करके जख्मी कर रहे हैं. बीते 5 दिन में देशी और विदेशी 3 पर्यटकों पर बंदरों ने हमला करके जख्मी कर दिया.
ताजमहल में बंदरों के आतंक और पर्यटकों की परेशानी के वीडियो लगातार सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. इसे ताजमहल परिसर में पर्यटकों की सुरक्षा पर सवाल भी खड़े हो रहे थे. बंदरों के आतंक की वजह से ही ताजमहल में आने वाले पर्यटक सहमे हुए हैं. इससे देशी और विदेशी पर्यटकों में गलत संदेश जा रहा था. मगर, जिम्मेदार एएसआई के साथ ही नगर निगम और वन विभाग के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे थे.
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ताजमहल के संरक्षण सहायक प्रिंस वाजपेई ने बताया कि आए दिन सुबह और शाम बंदर ताजमहल में पर्यटकों पर हमला बोल रहे हैं. पर्यटकों की सुरक्षा प्राथमिकता में शामिल है. इसलिए, बंदरों को डंडा से डराने और भगाने के लिए चार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है.
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