आगरा: खतैना-बोदला मार्ग पर करोड़ों की जमीन पर कब्जा करने के लिए फर्जी केस में परिवार को जेल भेजना पुलिस के लिए किरकिरी का सबब बना हुआ है. इस मामले में एक और एफआईआर दर्ज की गयी है. मामले में पीड़ित के भाई मोहित कुशवाह ने नया खुलासा किया है. उन्होंने कहा कि परिवार की पैरवी करने वाले लोगों को होटल में बुलाया गया था. वहीं तत्कालीन एसओ और बिल्डर ने उनको जान से मारने की धमकी दी थी. आगरा में मंगलवार को एसओ और बिल्डर के खिलाफ एक और केस दर्ज किया है.
एसओ ने होटल में बुलाया और बिल्डर ने धमकाया: जगदीशपुरा की बेशकीमती जमीन पर कब्जा करने के लिए खाकी और खादी का खेल उजागर होने के बाद भी पीड़ित परिवार की पैरोकारी करने वाले लोगों को होटल में बुलाकर आरोपी एसओ और बिल्डर ने धमकाया था. इस बात की शिकायत पर डीसीपी के आदेश के बाद आरोपियों पर जान से मारने की धमकी देने के मामले में नया मुकदमा दर्ज किया गया है. पीड़ित परिवार की पैरोकारी करने वाले मोहित ने बताया कि वह झूठे मुकदमे में जेल गए.
रवि कुशवाह के ताऊ के लड़के हैं. शुक्रवार को इस मामले में पैरोकारी करने वाले लोगों को होटल पीएल पैलेस में मिलने एसओ जितेंद्र सिंह ने बुलाया था. उनके साथी धर्मेन्द्र भी उनके साथ आरोपी एसओ जितेंद्र सिंह से मिलने पहुंचे थे. जब पीएल पैलेस वह पहुंचे तो एसओ जितेंद्र सिंह वहीं मौजूद था. हमें बात करने के लिए अंदर कमरे में ले जाया गया. वहां पहले से आरोपी भूमाफिया कमल चौधरी मौजूद था.
वहां आरोपी एसओ जितेंद्र सिंह और बिल्डर ने हमसे पूरे मामले की पैरवी बंद करने की बात कही. उन्होंने रुपयों का भी लालच दिया और कहा कि खतौनी में से उमा देवी का नाम हटवा दिया है. हम रसूखदार लोग हैं. हमारी ऊपर तक पहुंच है. अगर पैरोकारी करना बंद नहीं किया, तो परिवार सहित तुम्हें गोली से उड़वा सकते हैं. वह डर गए और आगे बिना बात किए सभी वापस लौट आये. होटल के सीसीटीवी कैमरा में सिपाही का वीडियो मिला है.
सीसीटीवी में दिखा आरोपी एसओ और गाड़ी: वहीं सोशल मीडिया पर संजय प्लेस स्थित होटल पीएल का भी सीसीटीवी वीडियो सामने आया है. इसमें आरोपियों ने पीड़ित परिवार के पैरोकारों को मिलने बुलाया था. इस वीडियो में आरोपी एसओ जितेंद्र सिंह होटल के दरवाजे से अंदर जाते हुए दिखाई दे रहे हैं. वहीं एसओ की कार भी पीएल पैलेस की पार्किंग में खड़ी दिख रही है. इसमें उसकी टोपी भी रखी दिखाई दे रही है.
पुलिस का यह है कहना: इस मामले में DCP सिटी सूरज राय का कहना है कि बीते सोमवार की कार्यालय पर पीड़ित परिवार ने आकर पूरी बात बताई थी. इसके बाद होटल के सीसीटीवी चेक कराए गए थे. सीसीटीवी में एसओ की मौजूदगी, वहां दिखाई दे रही है. लेकिन आरोपी बिल्डर के वहां होने की पुष्टि सीसीटीवी फुटेज से नहीं हुई है. हम सीडीआर और लोकेशन निकलवा रहे हैं. वहीं आरोपी एसओ जितेंद्र सिंह के खिलाफ पीड़ित परिवार को जान से मारने की धमकी देने के आरोप में थाना हरीपर्वत में एक और नया मुकदमा दर्ज किया गया है.
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