आगराः जिले के राजा की मंडी स्थित चामुंडा देवी मंदिर को हटाने के मामले में अब अन्य संगठनों ने भी अपना समर्थन दिया. संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि रेलवे अपनी हठधर्मिता नहीं छोड़ता है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा. इसके बाद भी रेलवे नहीं मानता है तो ट्रेन के नीचे अपनी जान दे देंगे और आत्मदाह कर लेंगे. इसका जिम्मेदार रेलवे होगा. गुरुवार को आगरा में हिंदू जागरण मंच, राष्ट्रीय हिंदू परिषद भारत, हिंदू कल्याण महासभा और जनसत्ता दल ने एक संयुक्त प्रेस वार्ता कर रेलवे को आगाह किया है कि मंदिर की ईंट भी छूने की न सोचें.
हिंदू कल्याण महासभा के मनोज अग्रवाल ने कहा कि अगर रेलवे ने मंदिर की एक ईट को भी छुआ तो वह आत्मदाह कर लेंगे. मौत का जिम्मेदार रेलवे होगा. हमारी आस्था का केंद्र चामुंडा मंदिर को हाथ लगाने का भी प्रयास न करें. रेलवे विकास के नाम पर मंदिर हटाने के लिए रणनीति बना रही है ऐसा नहीं होने देंगे. यदि रेलवे ने अपनी हठधर्मिता नहीं छोड़ी तो ट्रेन के नीचे लेटकर हम अपनी जान दे देंगे लेकिन मंदिर नहीं हटने देंगे.
चामुंडा देवी मंदिर के महंत और जूनागढ़ अखाड़े से जुड़े वीरेंद्र गिरी ने बताया कि जरूरत पड़ी तो जूनागढ़ अखाड़ा के साधु-संतों को आगरा में बुलाया जाएगा. आगरा में हजारों की तादाद में संत जुटेंगे. रेलवे के डीआरएम के खिलाफ बड़ा आंदोलन किया जाएगा. राष्ट्रीय हिंदू परिषद भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोविंद पाराशर ने कहा कि रेलवे के डीआरएम आनंद स्वरूप को एबीसीडी नहीं आती हिंदुत्व के नाम पर, पता नहीं कैसे बन गए हैं अधिकारी. उनको यह भी नहीं पता कि पहले मंदिर था या रेलवे. वहीं, मंदिर को हटाने के विरोध में हिंदू जागरण मंच, राष्ट्रीय हिंदू परिषद भारत, हिंदू कल्याण महासभा और जनसत्ता दल ने भी मोर्चा खोल दिया है.
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