आगरा: ताजनगरी में अवैध खनन की ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से चालक की मौत के बाद हुए बवाल को लेकर एसएसपी आगरा सख्त नजर आए हैं. एसएसपी बबलू कुमार ने ताजगंज थाने में बवाल के दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज कराए हैं. जिसमें एक मुकदमा फतेहाबाद रोड पर स्थित हॉस्पिटल के सामने हंगामा और पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई करने का है. दूसरा मुकदमा तोरा पुलिस चौकी पर उपद्रव करने और आगजनी का है. दोनों में 100 से ज्यादा लोगों को आरोपी बनाया गया है. वहीं, एसएसपी बबलू कुमार ने गुरुवार देर रात ताजगंज थाना प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र कुमार के साथ ही तोरा चौकी के समस्त स्टाफ लाइन हाजिर कर दिया है.
यह था मामला
ताजगंज निवासी 22 वर्षीय पवन यादव गुरुवार सुबह करीब 11.30 बजे ट्रैक्टर-ट्राली से बालू लेकर आ रहा था. शिल्पग्राम रोड पर एसटीपी के पास पुलिस की चीता मोबाइल पर तैनात सिपाहियों ने ट्रैक्टर-ट्राली रुकवाने का प्रयास किया. इस पर पवन ने ट्रैक्टर-ट्राली को दौड़ा दिया. इससे बेकाबू ट्रैक्टर-ट्राली पलट गई. जिसके नीचे पवन दब गया. पुलिस और स्थानीय लोगों ने पवन को फतेहाबाद रोड पर स्थित एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया. परिजन और भीड़ हॉस्पिटल पहुंच गई. ट्रैक्टर चालक पवन की मौत के बाद भीड़ ने पुलिकर्मियों पर हमला बोल दिया. पुलिसकर्मियों की पिटाई की. गुस्साई भीड़ तोरा पुलिस चौकी पर पहुंच गई. शव को फतेहाबाद रोड पर रखकर जाम लगा दिया और हंगामा किया. लोगों ने पुलिस चौकी में तोड़ फोड़ कर दी. पुलिस कर्मियों को पीटा.
एसएसपी ने तोरा पुलिस चौकी में आगजनी और बवाल में बड़ी कार्रवाई करके
एसएसपी ने ताजगंज थाना प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र सिंह को लाइन हाजिर कर दिया. वहीं इसके साथ ही एसएसपी ने तोरा पुलिस चौकी प्रभारी सहित चौकी के समस्त स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया. इसके साथ ही एसएसपी इस बवाल के पीछे की गोपनीय जांच भी करा रहे हैं. इसके बाद दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जा सके. क्योंकि, गुरुवार को हुए बवाल से पुलिस की खूब किरकिरी हुई है.
उपद्रवियों के खिलाफ दो अलग-अलग मुकदमे
एसएसपी बबलू कुमार ने तोरा पुलिस चौकी पर जमकर तोड़फोड़, आगजनी, पत्थरबाजी और फतेहाबाद रोड पर पुलिस के साथ हाथापाई में बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने ताजगंज थाने में उपद्रवियों के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज किए हैं. एक मुकदमा शांति मांगलिक अस्पताल पर बवाल का दर्ज कराया गया है. दूसरा मुकदमा तोरा पुलिस चौकी को जलाने का लिखा गया. दोनों ही मुकदमों में 100 से ज्यादा उपद्रवी हैं. जिनके खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किए गए हैं.
ताजगंज में हुए बवाल को लेकर पुलिस ने हरकत में आ गई है. पुलिस ने प्रारंभिक छानबीन के बाद कई संदिग्ध हिरासत में लिए हैं. सभी से पूछताछ की जा रही है. इसके साथ ही शांति मांगलिक हॉस्पिटल के बाहर हुए बवाल और तोरा पुलिस चौकी को फूंकने वाले उपद्रवियों की पहचान के लिए पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है. वीडियो और फोटो के आधार पर उपद्रवियों की तलाश शुरू हो गई है. एसएसपी बबलू कुमार का कहना है कि, उपद्रवी बच नही पाएंगे.