आगरा: उन्नाव कांड के बाद अब पुलिस ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष ध्यान देना शुरू कर दिया है. दुष्कर्म पीड़िताओं के घर जाकर उनकी काउंसलिंग, सुरक्षा के साथ केस की विवेचना और अन्य कानूनी मदद के लिए पुलिस काम कर रही है. इसके साथ ही अब अगर किसी महिला को देर रात घर या कार्यालय जाना है तो एक फोन पर पुलिस उन्हें सुरक्षित गंतव्य स्थल तक पहुंचाने का काम करेगी.
दुष्कर्म पीड़िताओं की काउंसलिंग करेगी पुलिस
उन्नाव काण्ड के बाद महिलाओं की सुरक्षा के लिए अब आगरा पुलिस ने नई व्यवस्था शुरू की है. इस नई व्यवस्था के तहत एक साल में जितने भी मुकदमे दुष्कर्म के दर्ज हुए हैं, उनमें पीड़िताओं के पास थाना प्रभारी और सीओ खुद जाकर उनकी काउंसलिंग कर रहे हैं और सुरक्षा की जानकारी ले रहे हैं. इसके साथ ही प्राइवेट स्तर पर उनकी काउंसलिंग कराई जा रही है.
112 नम्बर पर करें कॉल
इसके अलावा जो महिलाएं या युवतियां रात में कहीं बाहर से शहर आ रही हैं और उन्हें साधन नहीं मिल रहा है या फिर किसी महिला को देर रात कहीं जाना है तो वे तत्काल 112 नम्बर पर कॉल कर सकती हैं. पीआरवी उन्हें स्कॉट करते हुए घर तक पहुंचाएगी.
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सिटिजन इमरजेंसी ऐप करेगी महिलाओं की मदद
एसएसपी बबलू कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि इन सुविधाओं के साथ यूपी पुलिस और डायल 112 ने मिलकर सिटीजन इमरजेंसी ऐप बनाया है. इसे प्ले स्टोर से डाउनलोड करके अपने मोबाइल में एक्टिवेट कर लें. इस ऐप के जरिए आपत्तिकाल में मोबाइल पर अगर टच भी किया गया तो 112 तक जानकारी पहुंचेगी और आपके मोबाइल की लोकेशन से पुलिस आपकी मदद के लिए पहुंच जाएगी.