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भीख मांग रहे 11 बच्चों को चाइल्ड लाइन ने किया रेस्क्यू, पहुंचाया घर - भिखारी माफिया

आगरा में भीख मांग रहे 11 बच्चों को चाइल्ड लाइन की मदद से पुलिस और सामाजिक संस्थाओं ने घर पहुंचाया. इनमें 6 बच्चे आगरा के निवासी हैं, पांच गोरखपुर और महाराष्ट्र से हैं.

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भीख मांग रहे 11 बच्चों को चाइल्ड लाइन ने किया रेस्क्यू
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Published : Nov 4, 2020, 1:24 PM IST

आगरा : जिले में बेसहारा बच्चों और युवतियों के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत समाजसेवी संगठनों और चाइल्ड लाइन की मदद से 11 बच्चों को उनके घर पहुंचाया गया. ये बच्चे न्यू आगरा क्षेत्र में भीख मांग रहे थे. इनमें 6 आगरा के निवासी हैं, बाकि पांच गोरखपुर और महाराष्ट्र से हैं. यह लॉकडाउन में यहां आकर भीख मांगने लगे थे.

दरअसल, आगरा पुलिस ने भीख मांगने वाली युवती की हत्या के होने के बाद से बेसहारा और फुटपाथ पर रहने वाले बच्चों और युवतियों के लिए मिशन शक्ति के साथ मिशन बेसहारा शुरू किया. इसके तहत पुलिस अब तक कई बेसहारा लोगों के आश्रय का इंतजाम कर चुकी है.

लॉकडाउन से मांगने लगे भीख

पुलिस ने बताया कि न्यू आगरा क्षेत्र में तीन बच्चे मिले जो गोरखपुर के हैं. महिला शांति सेना की वत्सला प्रभाकर और शीला बहल ने बताया कि ये लॉकडाउन में आगरा आये थे. तभी इनके माता-पिता उन्हें यहां छोड़ गए. और कभी-कभार मिलने भी आ जाते हैं. महाराष्ट्र के बच्चे भी उसी समय यहां आये थे.

सूची बनाकर घर भेजे जा रहे बच्चे

चाइल्ड लाइन की रितु वर्मा का कहना है कि जिन बच्चों के मां-बाप का पता चल गया है उन्हें उनके साथ भेजा जा रहा है. बाकी की सूची बना ली गयी है, उन्हें आश्रय ग्रह में रखा जाएगा.

महिलाओं को भेजा वृद्धाश्रम

वत्सला प्रभाकर ने बताया कि जो महिलाएं मिली हैं उन्हें घर भेजा जा रहा है. साथ ही अगर वह घर नहीं जाना चाह रहीं हैं तो उनको रामलाल वृद्धाश्रम में भेजा जा रहा है.

थाना न्यू आगरा प्रभारी उमेश चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस और सामाजिक संगठनों द्वारा पहले भी कई युवतियों और बच्चों को न्यू आगरा क्षेत्र से रेस्क्यू किया गया है. इसी तरह से लगातार ऐसे बच्चों की लिस्ट बनाकर उन्हें आश्रय दिया जा रहा है.

आगरा : जिले में बेसहारा बच्चों और युवतियों के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत समाजसेवी संगठनों और चाइल्ड लाइन की मदद से 11 बच्चों को उनके घर पहुंचाया गया. ये बच्चे न्यू आगरा क्षेत्र में भीख मांग रहे थे. इनमें 6 आगरा के निवासी हैं, बाकि पांच गोरखपुर और महाराष्ट्र से हैं. यह लॉकडाउन में यहां आकर भीख मांगने लगे थे.

दरअसल, आगरा पुलिस ने भीख मांगने वाली युवती की हत्या के होने के बाद से बेसहारा और फुटपाथ पर रहने वाले बच्चों और युवतियों के लिए मिशन शक्ति के साथ मिशन बेसहारा शुरू किया. इसके तहत पुलिस अब तक कई बेसहारा लोगों के आश्रय का इंतजाम कर चुकी है.

लॉकडाउन से मांगने लगे भीख

पुलिस ने बताया कि न्यू आगरा क्षेत्र में तीन बच्चे मिले जो गोरखपुर के हैं. महिला शांति सेना की वत्सला प्रभाकर और शीला बहल ने बताया कि ये लॉकडाउन में आगरा आये थे. तभी इनके माता-पिता उन्हें यहां छोड़ गए. और कभी-कभार मिलने भी आ जाते हैं. महाराष्ट्र के बच्चे भी उसी समय यहां आये थे.

सूची बनाकर घर भेजे जा रहे बच्चे

चाइल्ड लाइन की रितु वर्मा का कहना है कि जिन बच्चों के मां-बाप का पता चल गया है उन्हें उनके साथ भेजा जा रहा है. बाकी की सूची बना ली गयी है, उन्हें आश्रय ग्रह में रखा जाएगा.

महिलाओं को भेजा वृद्धाश्रम

वत्सला प्रभाकर ने बताया कि जो महिलाएं मिली हैं उन्हें घर भेजा जा रहा है. साथ ही अगर वह घर नहीं जाना चाह रहीं हैं तो उनको रामलाल वृद्धाश्रम में भेजा जा रहा है.

थाना न्यू आगरा प्रभारी उमेश चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस और सामाजिक संगठनों द्वारा पहले भी कई युवतियों और बच्चों को न्यू आगरा क्षेत्र से रेस्क्यू किया गया है. इसी तरह से लगातार ऐसे बच्चों की लिस्ट बनाकर उन्हें आश्रय दिया जा रहा है.

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