आगरा : फरीदाबाद के एक बिल्डर के बेटे को उसके ही कार चालक ने अगवा कर लिया. अपहरण में कार चालक का दोस्त भी शामिल रहा. दोनों बिल्डर के बेटे को कार की डिग्गी में बंदकर यमुना एक्सप्रेस बेफ्रिक गुजर रहे थे. यहां टोल कटने का मैसेज घरवालों के पास पहुंचा तो उनको बेटे की लोकेशन पता चली और तत्काल पुलिस को सूचना दी. मंगलवार को आगरा पुलिस ने इसी लोकेशन के आधार पर खंदौली टोल प्लाजा पर कार रुकवा ली. अगवा युवक को पुलिस ने कार की डिग्गी से बरामद किया.
घरवालों ने जताई थी अनहोनी की आशंका :आगरा पुलिस कमिश्नर डाॅ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि सैनिक नगर, फरीदाबाद निवासी बिल्डर आशीष अग्रवाल ने बेटे ईशांत अग्रवाल के अपहरण की सूचना दी. इसके पहले पारस गुप्ता निवासी नोएडा ने भी रविवार देर शाम पुलिस को बताया था कि ईशांत उसका साला है. रविवार दोपहर फरीदाबाद से कार से उसके घर नोएडा आ रहा था. मगर उसका कहीं पता नहीं चल रहा है. आशंका जताई कि ईशांत के साथ कुछ गलत हुआ है.
पिता के मोबाइल पर आ रहा था फास्टैग का मैसेज : ईशांत के पिता आशीष अग्रवाल के मोबाइल पर यमुना एक्सप्रेस वे पर टोल कटने का फास्टैग मैसेज पहुंचा तो वह हैरान रह गए. तब तक अपहरणकर्ता मथुरा टोल प्लाजा पार कर चुके थे. घबराए बिल्डर ने आगरा पुलिस को सूचना दी कि बेटा कार से नोएडा जा रहा था. वो वहां नहीं पहुंचा है. उसकी कार अभी यमुना एक्सप्रेस वे पर है.
पुलिस ने घेराबंदी कर डिग्गी से किया बरामद : आगरा पुलिस कमिश्नर डाॅ. प्रीतेंदर सिंह ने बताया कि प्रभारी निरीक्षक खंदौली और यमुना एक्सप्रेसवे चौकी प्रभारी रुद्र प्रताप सिंह खंदौली टोल प्लाजा पर पहुंच गए. पुलिस टीम ने गुजर रही गाडियों की निगरानी की. जैसे ही टोल प्लाजा पर बताई गई कार आई, पुलिस टीम ने उसे रुकवा लिया. पुलिस ने कार के चालक और उसके साथ बैठे युवक से पूछताछ की. दोनों इसके बाद जब कार की डिग्गी खोली तो हैरान रह गए. डिग्गी में ईशांत था.
चालक और उसके साथी से पूछताछ : पूछताछ में कार चालक ने अपना नाम आकाश यादव निवासी गांव चौकोंना, किशनी मैनपुरी बताया. उसके साथी का नाम आशीष यादव है. वह भी मैनपुरी का रहने वाला है. दोनों के पास से एक तमंचा और कारतूस बरामद हुआ है. दोनों से पूछताछ की जा रही है.
अपहरण की पहले ही कर ली थी प्लानिंग : पुलिस की पूछताछ में आकाश और आशीष ने बताया कि दोनों ने ईशांत को किडनैप करने की पहले ही प्लालिंग कर ली थी. जैसे ही ईशांत कार में सवार हुआ, उसे नोएडा नहीं ले जाकर एक जगह गाड़ी रोकी. ईशांत को बंधक बनाकर उसे कार की डिग्गी में डाल दिया. इसके बाद नोएडा जाने की जगह यमुना एक्सप्रेस वे पर आ गए.
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