आगरा: जिले के थाना ताजगंज के गांव गढ़ी नवलिया में बीते रविवार को चुनावी रंजिश में हुए गोलीकाण्ड में पुलिस ने धारा सिंह यादव के बयान पर जानलेवा हमले के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है. इस मामले में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष के पति और सपा नेता राजपाल यादव को आरोपी बनाया गया है. वहीं इस मामले में कुछ अज्ञात समेत 11 लोगों के नाम शामिल हैं, जिसमें से कुछ आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही फरार आरोपियों की तलाश की जारी है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, थाना ताजगंज के गांव गढ़ी नवलिया में घात लगाए बैठे बदमाशों ने प्रगति समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष धारा सिंह यादव को गोली मार दी थी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था, जिसमे कुछ लोग गांव में बेखौफ असलहा लहराते ओर गोली चलाते नजर आ रहे थे. विवाद का मुख्य कारण चुनावी रंजिश बतायी जा रही है, जिसके कारण गांव के दो गुटों के बीच काफी समय से संघर्ष चल रहा था, रविवार को इस विवाद ने गांव में दहशत फैला दी. गोलियों की तड़तड़ाहट से पूरा गांव सहम गया. वहीं धारा सिंह यादव को गोली उनके कमर के निचले हिस्से में जा लगी. गोली लगने की वजह से धारा सिंह सड़क पर ही गिर पड़े. पुलिस ने घायल धारा सिंह यादव की तहरीर पर 12 लोगो के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया है, जिनमे पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष कुशल यादव के पति सपा नेता राजपाल यादव का नाम भी शामिल है.
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कौन है राजपाल यादव?
इस मामले में आरोपी बनाए गए राजपाल यादव समाजवादी पार्टी के नेता है. राजपाल काफी समय से सपा में सक्रिय है. इसके अलावा उनकी पत्नी कुशल यादव 2016 में आगरा से जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं, लेकिन उनका कार्यकाल ज्यादा दिन नही चल सका. एक साल के भीतर उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव जारी हो गया, जिसके कारण कुशल यादव को जिला पंचायत अध्यक्ष की गद्दी छोड़नी पड़ी. इन बिगड़े समीकरणो के कारण ही सपा के खेमे में फूट पड़ गयी, जिसके बाद इस हार ने आपसी रंजिश का रूप ले लिया.