आगरा: जिले के तहसील बाह में सोमवार को अधिवक्ताओं ने बार एसोसिएशन के नेतृत्व में तहसीलदार कार्यालय पर जमकर हंगामा किया. नारेबाजी करते हुए वकीलों ने उपजिलाधिकारी बाह को ज्ञापन सौंपते हुए तहसीलदार पर अभद्र व्यवहार करने का गंभीर आरोप भी लगाया.
तहसील बाह परिसर में सोमवार को बार एसोसिएशन बाह के अध्यक्ष सुभाष बाबू के नेतृत्व में अधिवक्ताओं की एक बैठक हुई. इसके बाद एकत्रित अधिवक्ताओं ने तहसीलदार बाह के कार्यालय के बाहर नारेबाजी करते हुए जमकर हंगामा किया. प्रदर्शन कर रहे अधिवक्ताओं ने तहसीलदार पर अभद्र व्यवहार करने के साथ गंभीर आरोप लगाए. तहसीलदार के खिलाफ उपजिलाधिकारी बाह अब्दुल बासित को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की.
अधिवक्ता सुशील भदौरिया ने तहसीलदार हेमचंद्र शर्मा पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि तहसीलदार अपने अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए किसान के खेत के बैनामा के बाद उसका-दाखिल खारिज रोक दिया और पूछे जाने पर कोई संतुष्ट जवाब नहीं दिया. अधिवक्ताओं ने तहसीलदार पर आरोप लगाते हुए कहा कि आए दिन उनके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है.
वहीं तहसीलदार हेम चंद्र शर्मा ने बताया कि अधिवक्ताओं द्वारा लगाए गए सारे आरोप बेबुनियाद हैं. एक किसान के खेत के दाखिल-खारिज मामले में अधिवक्ता सुशील भदौरिया ने दबाव बनाया था. मेरे द्वारा अधिवक्ता को बताया गया दाखिल खारिज पत्रावली में भूमि विकास बैंक के प्रबंधक के द्वारा आपत्ति दर्ज की गई है, जिसमें नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. तहसीलदार ने बताया कि जिस खेत का बैनामा किया गया है, वह पहले से ही बैंक में बंधक है.
भूमि विकास बैंक के प्रबंधक आरके जादौन ने बताया कि दाखिल खारिज मामले में मेरे द्वारा आपत्ति दर्ज की गई थी. उसी पत्रावली की सुनवाई तहसीलदार बाह न्यायालय में लंबित है. जमीन का बैनामा कराते समय भी मेरे द्वारा आपत्ति दर्ज की गई थी.