आगरा:शहर में बिना नक्शा पास कराए चार बीघा जमीन पर विकसित की जा रही काॅलोनी को शुक्रवार को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया है. आगरा विकास प्राधिकारण (एडीए) टीम ने पहले कारण बताओ नोटिस दिया था. जब कोई दस्तावेज कार्यालय या अधिकारियों को नहीं दिए गए तो एडीए प्रवर्तन टीम ने शुक्रवार को ये कार्रवाई की. जिससे जिले में अनाधिकृत रूप से नई काॅलोनी विकसत करने वालों में खलबली मची हुई है.
आगरा में एडीए की ओर से अनाधिकृत विकसित हो रही काॅलोनियों के खिलाफ अभियान चल रहा है. लगातार एडीए की टीमें बिना नक्शा पास कराकर विकसित हो रही काॅलोनियों पर बुलडोजर चला रही है. एडीए ने जनता से यह अपील है कि नई विकसित काॅलोनी में दस्तावेज देखकर ही प्लाॅट खरीदें. तमाम लोग एडीए एप्रूवव्ड होने की कहकर प्लाॅटिंग करते हैं. जबकि, उनके पास ऐसा कुछ नहीं होता है. इतना ही नहीं, एडीए से बिना नक्शा भी नहीं होता है. इसलिए, लोगों से अपील है कि अवैध या अनाधिकृत काॅलोनी में प्लाट लेने से परहेज करें.
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एडीए उपाध्यक्ष चर्चित गौड ने बताया कि मौजा चोहटना में चार बीघा भूमि पर काॅलोनी विकसित की जा रही थी. कमलानगर डी ब्लाॅक निवासी इंदर गोयल, धीरेंद्र सिंह और कांति प्रसाद अग्रवाल की ओर से यह अनाधिकृत काॅलोनी विकसित की जा रही थी. यहां पर सड़क बनाई जा चुकी थी, प्लाॅटिंग की जा रही थी. जबकि, एडीए की ओर से कोई नक्शा पास नहीं कराया गया है. इस पर एडीए की ओर से अनाधिकृत काॅलोनी विकसित कर रहे इंदर गोयल, धीरेंद्र सिंह और कांति प्रसाद अग्रवाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. जगदीशपुरा थाना पुलिस ने भी मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया था. इसके बाद बिना नक्शा और अनुमति के अनाधिकृत काॅलोनी का निर्माण कार्य रुकवा दिया गया और नोटिस दिया गया. नोटिस मिलने के बाद भी इंदर गोयल, धीरेंद्र सिंह और कांति प्रसाद अग्रवाल ने कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए. इसके बाद एडीए प्रवर्तन की टीम ने शुक्रवार को अनाधिकृत काॅलोनी में निर्माण कार्य ध्वस्त कर दिया.
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