आगराः नगर निगम के सदन में मेयर नवीन जैन ने वीर योद्धा गोकुल सिंह की अष्ट धातु की विशाल प्रतिमा फव्वारा चौराहा पर लगाने की घोषणा की है. आपको बता दें कि मुगल बादशाह औरंगजेब के समय जनता के हितों की रक्षा के लिए महान योद्धा वीर गोकुल सिंह ने अद्भुत कौशल दिखाया था. किसानों को एकजुट किया था. जिससे किसानों ने बगावत कर दी थी. वीर गोकुला जाट की वजह से लोगों ने औरंगजेब को कर देने से इनकार कर दिया था. औरंगजेब ने वीर गोकुला को बंदी बना कर आगरा में सरेआम मार डाला था.
प्रतिमा की स्थापना वीर योद्धा को श्रद्धांजलि
नगर निगम के सदन में महापौर नवीन जैन ने कहा कि इतिहासकारों की अनदेखी और तत्कालीन शासकों के स्वार्थ की वजह से हम वीर योद्धाओं को समय के साथ भूलते जा रहे हैं. वीर गोकुला की गाथाओं को इतिहास में दरकिनार कर दिया गया है. अब आगरा में उनकी प्रतिमा की स्थापना ही एक योद्धा को सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
सांसद ने महापौर को किया धन्यवाद
बीजेपी के किसान मोर्चा राष्ट्रीय अक्ष्यक्ष और फतेहपुर सीकरी सांसद राजकुमार चाहर ने कहा कि वीर योद्धा गोकुला जाट को औरंगजेब ने आगरा में फव्वारा पर सरेआम मरवा डाला था. उन्होंने मुगलों के खिलाफ आवाज उठायी थी. जिसपर उन्हें औरंगजेब ने बंधक बनाकर सरेआम सजा दी थी. मैं आगरा के मेयर नवीन जैन को इसके लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. उन्होंने एक महान योद्धा के शौर्य को देखते हुए फव्वारा चौराहा पर उनकी प्रतिमा लगाने की घोषणा की है. इसके साथ ही फव्वारा चौक का नाम भी वीर गोकुला चौक करने की घोषणा की है.
जाट समाज कर रहा था मांग
महापौर नवीन जैन का कहना है कि लगातार जाट समाज की मांग थी कि वीर गोकुला जाट और महाराजा सूरजमल की शहर में प्रतिमा लगायी जाये. अभी हाल में इस बारे में जाट समाज के लोगों के साथ वार्ता भी हुई थी. इसके बाद ही ये तय हुआ है कि, फव्वारा चौराहा पर वीर गोकुला जाट की प्रतिमा लगाई जाये. इस चौक का नाम भी वीर गोकुला जाट किया जायेगा.
घोषणा के बाद महापौर से मिला अग्रवाल समाज
देखा जाये तो जिस जगह वीर गोकुला जाट की प्रतिमा लगाने और चौक का नाम गोकुला जाट करने की बात हुई है. वहां पर पहले से महाराजा अग्रसेन की प्रतिमा लगी है. उस चौक का नाम भी अग्रसेन चौक है. ऐसे में सवाल उठता है कि वीर गोकुला जाट की प्रतिमा कहां लगेगी. किस चौक का नाम उनके नाम पर होगा?
इतिहासकारों की मानें तो कोतवाली थाना क्षेत्र में जौहरी बाजार की ओर औरंगजेब ने वीर गोकुला जाट को सरेआम मरवा डाला था. अग्रवाल समाज के लोग भी इसको लेकर महापौर नवीन से मिले हैं. उन्होंने इस बारे में चर्चा की. पहले से जिस चौक का नाम महाराजा अग्रसेन के नाम पर है. वहां उनकी प्रतिमा है, तो फिर कैसे ऐसी घोषणा की गई है.