आगरा: एंटी नार्कोटिक्स टास्क फोर्स टीम के साथ सैंया पुलिस ने आगरा मुंबई एनएच 3 पर टोल टैक्स के पास से अन्तर्राज्यीय गिरोह के आठ सदस्यों को करीब दो कुंतल अवैध गांजे के साथ गिरफ्तार करने में सफलता पाई है. पुलिस के अनुसार पकड़े गए गांजे की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में करीब 97 लाख रुपये की कीमत आंकी गई है.
डीसीपी पश्चिमी जोन सोनम कुमार ने बताया कि अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में एएनटीएफ आगरा जोन एवं थाना सैया की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए मादक पदार्थ अन्तर्राज्यीय गिरोह के आठ सदस्यों को दबोच लिया. पकड़े गए तस्करों ने पूछताछ में बताया कि वह सिंडीकेट बनाकर अवैध गांजे का व्यवसाय करते हैं. इस अवैध गांजे को उड़ीसा और आंध्र प्रदेश से ट्रक में कांच के बोरों व अन्य सामान के बीच में छुपाकर लाते हैं. इस माल की सप्लाई दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुख्यतः आगरा, मथुरा, हाथरस, अलीगढ़ करते हैं. इस गांजे को लोकल और बाहर के जिलों में खपाने के लिए अपने वाहनों के साथ साथ किराए के वाहनों का भी प्रयोग करते है. लिए गिरोह का सरगना और उसके साथी स्विफ्ट डिजायर कार में बैठकर ट्रक के आगे आगे चलते हैं, जिससे पुलिस की लोकेशन मिलती रहे.
डीसीपी के मुताबिक अलीगढ़ निवासी विवेक कुमार, सचिन, कुलदीप उर्फ कुल्ली, हरेन्द्र, भगवान सिंह को सैंया टोल प्लाजा से गिरफ्तार किया गया है. वहीं, मथुरा निवासी मुकेश कुमार, असार और राशिद निवासी आगरा को आगरा मुंबई हाइवे संख्या 3 पर स्थित बिजलीघर के सामने से गिरफ्तार किया गया. इनके कब्जे से 1 कुंतल 94 किलो 250 ग्राम गांजा बरामद हुआ है, जिसकी अंर्तराष्ट्रीय कीमत लगभग 97 लाख रुपये आंकी गई है. उन्होंने बताया कि 10 टायरा ट्रक जिसमें छुपाकर गांजा ला रहे थे. एक स्विफ्ट डिजायर कार जो अवैध गांजा की तस्करी में इस्तेमाल की जा रही थी. साथ ही पांच मोबाइल भी बरामद हुए है. डीसीपी पश्चिमी जोन सोनम कुमार ने बताया कि जांच पड़ताल में सामने आया है कि गिरोह के सरगना विवेक कुमार पर पहले से ही अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के मुकदमे दर्ज हैं. वहीं मुकेश गैंगस्टर में वांछित है.