आगराः ताजनगरी में एंटी भू-माफिया जिला टास्क फोर्स ने सरकारी जमीन बेचने वाले 8 नए भू-माफिया घोषित किए हैं. अब आगरा में भू-माफिया की संख्या 31 हो गई है. डीएम प्रभु नारायण सिंह ने बताया कि, नए घोषित भू माफिया अब जमीन का क्रय-विक्रय नहीं कर सकेंगे.
45 करोड़ रुपये की बेची सरकारी जमीन
डीएम प्रभु नारायण सिंह का कहना है कि, सरकारी जमीन पर कब्जा करके बेचकर करोड़ों की रकम कमाने वालों को भू-माफिया घोषित करने पर विचार हुआ. आठ नए भू-माफिया की घोषणा की गई. नए भू माफिया में किरावली तहसील, सदर तहसील और अन्य हैं. आठों भू-माफिया ने लगभग 45 करोड़ की सरकारी जमीन को बेच डाला है. भू-माफिया घोषित किए गए लोग अब जमीन का क्रय-विक्रय नहीं कर सकेंगे. एंटी भू-माफिया सेल की बैठक में नगर आयुक्त निखिल टीकाराम, एसडीएम सदर एम अरून्मोली, एडीएम प्रशासन निधि श्रीवास्तव आदि मौजूदगी रही.
घोषित भू-माफिया
- जितेंद्र सिंह (सींगना) गाटा संख्या- 588, जमीन- 38.64 हेक्टेयर, कीमत- 25.12 करोड़ रुपये.
- यशपाल सिंह और विक्रम सिंह (सींगना) गाटा संख्या- 461, जमीन- 68.52 हेक्टेयर, कीमत- 17.13 करोड़ रुपये.
- कन्हैया और चंद्रशेखर (गढ़ी चांदनी) गाटा संख्या- 837, जमीन- 1500 वर्ग मीटर, कीमत- 12 करोड़ रुपये.
- बच्चू सिंह (गढ़ी चांदनी) गाटा संख्या- 837, जमीन- 600 वर्ग मीटर, कीमत- चार करोड़ रुपये.
- दिनेश चंद्र और बृजेश सिंह, गाटा संख्या- 837, जमीन- 1000 वर्ग मीटर, कीमत- 8 करोड़ रुपये.