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जब अपना हक मांगने के लिए शतरंज में 7 बार की चैंपियन दिव्यांग खिलाड़ी का छलक उठा दर्द

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Published : Jan 3, 2022, 12:54 PM IST

जालंधर की दिव्यांग शतरंज खिलाड़ी मलिका हांडा का दर्द एक बार फिर छलक उठा. उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए वीडियो साझा कर अपनी बात रखी. मलिका राष्ट्रीय और अंतररष्ट्रीय स्तर पर कई पदक अपने नाम कर चुकी हैं, लेकिन अभी तक उन्हें न सरकारी नौकरी मिली और न ही नकद ईनाम राशि.

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विश्व चैंपियन मलिका हांडा

चंडीगढ़: पंजाब सरकार के दावों की पोल उस वक्त खुल गई, जब शतरंज की चैम्पियन प्लेयर और दिव्यांग (मूक-बधिर) मलिका हांडा ने सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकाली. मलिका हांडा ने प्रदेश सरकार पर खिलाड़ियों के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है.

उनका कहना है कि वो लगातार सरकार पर सरकारी नौकरी और घोषित ईनाम के लिए गुहार लगा रही हैं, लेकिन सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंगे रही है. मलिका ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस की पंजाब सरकार ने पिछले पांच साल से मेरा मजाक ही बनाया. मलिका, शतरंज में सात बार नेशनल चैम्पियनशिप जीती हैं. उन्होंने इसके अलावा कई इंटरनेशनल चैम्पियनशिप भी जीती हैं.

यह भी पढ़ें: पाकिस्तान के इस सीनियर खिलाड़ी ने International Cricket से लिया संन्यास

मलिका ने रविवार (2 जनवरी) को एक ट्विट किया, जिसमें उन्होंने लिखा- मुझे बहुत दुख पहुंचा है. मैं 31 दिसंबर 2021 को पंजाब के स्पोर्ट्स मिनिस्टर से मिली थी. अब वे कह रहे हैं कि पंजाब सरकार कोई सरकारी नौकरी या नगदी ईनाम नहीं दे सकती, क्योंकि उनके पास मूक-बधिर खिलाड़ियों के लिए कोई पॉलिसी ही नहीं है. इससे पहले वाले स्पोर्ट्स मिनिस्टर ने मुझे नगदी ईनाम देने की घोषणा की थी.

मैंने इसके लिए एक पत्र भी लिखा था. उन्होंने मुझे इसके बाद निमंत्रण भी भेजा था, लेकिन कोरोना के चलते यह रद्द कर दिया गया. यही सब कुछ मौजूदा स्पोर्ट्स मिनिस्टर परगत सिंह के समय भी हो रहा है. उन्होंने साफ शब्दों में कह दिया है कि यह घोषणा पूर्व मंत्री ने की थी, मैंने या सरकार ने नहीं.

I m very feeling Hurt
31 dec I met sports minister of Punjab @PargatSOfficial
Now He said punjab Govt can not give job and Not cash award accept to (Deaf sports) because they do not have policy for deaf sports.
Cc: @CHARANJITCHANNI @sherryontopp @RahulGandhi @rhythmjit @ANI pic.twitter.com/DrZ97mtSNH

— Malika Handa🇮🇳🥇 (@MalikaHanda) January 2, 2022

मैं सिर्फ यही कहना चाहती हूं कि फिर घोषणा क्यों की थी. कांग्रेस सरकार में मेरे पांच साल बर्बाद हुए हैं, उन्होंने मेरा मजाक बनाया है. उन्होंने मूक-बधिर खिलाड़ियों की कोई देखभाल नहीं की. जिला कांग्रेस ने भी मुझे हर बार सपोर्ट का आश्वासन दिया, लेकिन पांच सालों में कुछ नहीं हुआ. क्यों-क्यों पंजाब सरकार यह सब कर रही है?

यह भी पढ़ें: Ind vs SA का दूसरा टेस्ट मैच आज, प्लेइंग 11 में शामिल होंगे ये खिलाड़ी

इससे पहले भी मलिका ने कई बार सरकार से गुहार लगाई

मलिका हांडा ने कई बार सरकार और लोगों के सामने गुहार लगाई, लेकिन अब तक उन्हें कोई मदद नहीं मिल सकी. एक बार फिर उन्होंने सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो शेयर कर सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई है. इससे पहले भी मलिका ने कई सोशल मीडिया पोस्ट के लिए सरकार को चीजें याद दिलाईं, लेकिन अब तक उन्हें निराशा ही हाथ लगी है.

चंडीगढ़: पंजाब सरकार के दावों की पोल उस वक्त खुल गई, जब शतरंज की चैम्पियन प्लेयर और दिव्यांग (मूक-बधिर) मलिका हांडा ने सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकाली. मलिका हांडा ने प्रदेश सरकार पर खिलाड़ियों के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है.

उनका कहना है कि वो लगातार सरकार पर सरकारी नौकरी और घोषित ईनाम के लिए गुहार लगा रही हैं, लेकिन सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंगे रही है. मलिका ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस की पंजाब सरकार ने पिछले पांच साल से मेरा मजाक ही बनाया. मलिका, शतरंज में सात बार नेशनल चैम्पियनशिप जीती हैं. उन्होंने इसके अलावा कई इंटरनेशनल चैम्पियनशिप भी जीती हैं.

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मलिका ने रविवार (2 जनवरी) को एक ट्विट किया, जिसमें उन्होंने लिखा- मुझे बहुत दुख पहुंचा है. मैं 31 दिसंबर 2021 को पंजाब के स्पोर्ट्स मिनिस्टर से मिली थी. अब वे कह रहे हैं कि पंजाब सरकार कोई सरकारी नौकरी या नगदी ईनाम नहीं दे सकती, क्योंकि उनके पास मूक-बधिर खिलाड़ियों के लिए कोई पॉलिसी ही नहीं है. इससे पहले वाले स्पोर्ट्स मिनिस्टर ने मुझे नगदी ईनाम देने की घोषणा की थी.

मैंने इसके लिए एक पत्र भी लिखा था. उन्होंने मुझे इसके बाद निमंत्रण भी भेजा था, लेकिन कोरोना के चलते यह रद्द कर दिया गया. यही सब कुछ मौजूदा स्पोर्ट्स मिनिस्टर परगत सिंह के समय भी हो रहा है. उन्होंने साफ शब्दों में कह दिया है कि यह घोषणा पूर्व मंत्री ने की थी, मैंने या सरकार ने नहीं.

मैं सिर्फ यही कहना चाहती हूं कि फिर घोषणा क्यों की थी. कांग्रेस सरकार में मेरे पांच साल बर्बाद हुए हैं, उन्होंने मेरा मजाक बनाया है. उन्होंने मूक-बधिर खिलाड़ियों की कोई देखभाल नहीं की. जिला कांग्रेस ने भी मुझे हर बार सपोर्ट का आश्वासन दिया, लेकिन पांच सालों में कुछ नहीं हुआ. क्यों-क्यों पंजाब सरकार यह सब कर रही है?

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इससे पहले भी मलिका ने कई बार सरकार से गुहार लगाई

मलिका हांडा ने कई बार सरकार और लोगों के सामने गुहार लगाई, लेकिन अब तक उन्हें कोई मदद नहीं मिल सकी. एक बार फिर उन्होंने सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो शेयर कर सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई है. इससे पहले भी मलिका ने कई सोशल मीडिया पोस्ट के लिए सरकार को चीजें याद दिलाईं, लेकिन अब तक उन्हें निराशा ही हाथ लगी है.

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