टोक्यो: टोक्यो पैरालंपिक के जैवलिन थ्रो की F64 कैटेगरी में सुमित अंतिल ने गोल्ड मेडल जीता है. यह भारत का इस टोक्यो पैरालंपिक में दूसरा गोल्ड मेडल है. तीन बार अपना ही वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़कर सुमित अंतिल ने यह उपलब्धि हासिल की है. दूसरे थ्रो में उन्होंने 68.55 मीटर के थ्रो के साथ नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया.
बता दें, सुमित अंतिल शुरू से ही फॉर्म में नजर आ रहे थे. सुमित ने पहले थ्रो में 66.95 मीटर का लक्ष्य हासिल किया. इसके बाद उन्होंने 68.08 मीटर का थ्रो किया. फिर तीसरे प्रयास में 65.27, चौथे प्रयास में 66.71 और 5वें प्रयास में सुमित ने 68.55 मीटर का थ्रो किया. सुमित जहां नंबर वन पर रहकर गोल्ड लेने में कामयाब रहे तो वहीं ऑस्ट्रेलिया के माइकल बरियन ने 66.29 मीटर थ्रो के साथ सिल्वर मेडल अपने नाम किया.
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सुमित से जुड़ी कुछ जरूरी बातें...
- हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले सुमित अंतिल का जन्म 7 जून 1998 को हुआ था.
- सुमित के 7 साल की अवस्था में ही एयरफोर्स में तैनात उनके पिता की मौत हो गई थी.
- मां निर्मला ने हर दुख सहन करते हुए चार बच्चों का पालन-पोषण किया.
- 12वीं कक्षा की ट्यूशन लेने के बाद 5 जनवरी 2015 की शाम को वह बाइक से वापस आ रहे थे.
- इसी दरमियान सीमेंट के कट्टों से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली ने सुमित को टक्कर मार दी और काफी दूर तक घसीटते ले गई. हादसे में सुमित को अपना एक पैर गंवाना पड़ा.
- सुमित ने साल 2018 में एशियन चैम्पियनशिप में भाग लिया, लेकिन 5वीं रैंक ही प्राप्त कर सके.
- साल 2019 में वर्ल्ड चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता. इसी साल हुए नेशनल गेम में सुमित ने स्वर्ण पदक जीत खुद को साबित किया.