नई दिल्ली: भारत की निखत जरीन और नीतू ने शुक्रवार को बुल्गारिया के सोफिया में 73वें स्ट्रैंड्जा मेमोरियल बॉक्सिंग टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश करने के लिए अपना शानदार फॉर्म जारी रखा. 25 साल की निखत ने तुर्की के बसे नाज काकीरोग्लू के खिलाफ एक कठिन मुकाबले में 4-1 से जीत हासिल की, जबकि नीतू ने सेमीफाइनल में यूक्रेन की हन्ना ओखोटा के खिलाफ एक शानदार जीत दर्ज की.
बता दें, महिलाओं के 52 किग्रा के सेमीफाइनल मुकाबले में साल 2019 संस्करण की चैंपियन निखत ने टोक्यो ओलंपिक रजत पदक विजेता काकीरोग्लू के खिलाफ भारतीय मुक्केबाज ने कड़ा मुकाबला किया. हालांकि, तेलंगाना की बॉक्सर निखत ने अपनी हिम्मत को थामे रखा और कुछ कठिन मुक्कों के साथ परिणाम को अपने पक्ष में 4-1 से कर लिया.
महिलाओं के 48 किग्रा सेमीफाइनल मुकाबले में नीतू ने साल 2018 विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता ओखोटा के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया. शुरुआती दौर के बाद बढ़त हासिल की, हरियाणा की दो बार की विश्व युवा चैंपियन ने इस गति को बनाए रखा और दूसरे दौर में समय पर सटीक मुक्कों को अंजाम दिया, जिससे उनके फाइनल में जाने का मार्ग प्रशस्त हुआ.
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यूरोप के सबसे पुराने अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी टूर्नामेंट में रविवार को नीतू और निखत अपने स्वर्ण पदक के मैच खेलेंगे. बाद में, एक अन्य भारतीय मुक्केबाज नंदिनी फाइनल में जगह बनाने के लिए लड़ेंगी, क्योंकि वह 81 प्लस किग्रा अंतिम-4 चरण में कजाकिस्तान की लज्जत कुंगेइबावा से भिड़ेंगी.
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भारत के तीन पदक हैं पक्के
निकहत और नीतू के सेमीफाइनल में पहुंचने से भारत ने अब यूरोप के सबसे पुराने मुक्केबाजी टूर्नामेंट में तीन पदक पक्के कर लिए थे. नंदिनी (81 किग्रा से अधिक) ने मंगलवार को क्वॉर्टर फाइनल में कजाकिस्तान की वेलेरिया एक्सेनोवा को हराकर देश के लिए पहला पदक पक्का किया था. सुमित कुंडू (75 किग्रा) और अनामिका (50 किग्रा) को शुरूआती मुकाबलों में हार मिली. सुमित प्री क्वॉर्टर फाइनल में मौजूदा विश्व और यूरोपीय चैंपियन यूक्रेन के अलेक्सांद्र खेज़नियाक से 0-5 से हार गए. अनामिका बुधवार को अंतिम आठ मुकाबले में अल्जीरिया की रौमेसा बौलेम से 1-4 से हारकर बाहर हो गईं.