एडीलेड : लगातार दो पराजय झेलने के बाद भारतीय हॉकी टीम बुधवार को तीसरे टेस्ट से पहले दुनिया की नंबर एक टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डिफेंस की अपनी कमजोरियों से पार पाना चाहेगी. रक्षापंक्ति की लगातार चूक के कारण दुनिया की पांचवें नंबर की टीम भारत को पहले दो टेस्ट में शुरूआती बढ़त बनाने के बावजूद पराजय झेलनी पड़ी. टीम को तीसरे मैच में इससे उबरना होगा.
पहले टेस्ट में आखिरी मिनट में गोल गंवाने के कारण भारत को 4-5 से पराजय मिली. दूसरे मैच में तीसरे मिनट में कप्तान हरमनप्रीत सिंह के गोल के दम पर भारत ने बढ़त बना ली थी लेकिन आखिरी क्वार्टर में गोल गंवाकर 4-7 से हार गई.
दोनों टीमों के लिए यह सीरीज भुवनेश्वर और राउरकेला में 13 जनवरी से शुरू हो रहे विश्व कप की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण है. हरमनप्रीत ने कहा, हमने पहले दो मैचों में काफी गलतियां की. ऑस्ट्रेलिया मौकों को भुनाने में माहिर है लिहाजा हमें अपना डिफेंस बेहतर करना होगा.
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दोनों मैचों में पेनल्टी कॉर्नर की बरसात हुई और भारत को पेनल्टी कॉर्नर गंवाने से भी बचना होगा. बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों के फाइनल में भारत की ऑस्ट्रेलिया के हाथों सात गोल से हार के बाद दोनों टीमों का यह पहला मुकाबला है.
हरमनप्रीत ने कहा, रफ्तार और फिटनेस के मामले में हम ऑस्ट्रेलिया से कम नहीं हैं. युवा खिलाड़ियों ने दबाव का बखूबी सामना किया है. इस तरह की मजबूत टीम के खिलाफ खेलने का अनुभव विश्व कप में काफी काम आएगा.