नागपुर : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच नागपुर में खेला गया पहला टेस्ट मैच तीसरे दिन चाय के समय के पहले ही खत्म हो गया. इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम का बैटिंग ऑर्डर पूरी तरह से फ्लॉप दिखा. पहली पारी में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज दूसरी पारी में नहीं चले. केवल स्टीव स्मिथ ही दूसरी पारी में सर्वाधिक 25 रन बनाकर नाबाद रहे. ऑस्ट्रेलियाई टीम के सात बल्लेबाज दूसरी पारी में दहाई का आंकड़ा नहीं पार कर पाए. दूसरी पारी में भारतीय स्पिन गेंदबाजों का दबदबा दिखा. रविचंद्रन अश्विन ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में सर्वाधिक 5 विकेट चटकाए. वहीं मोहम्मद शमी और रविंद्र जडेजा को दो-दो विकेट मिले, जबकि अक्षर पटेल को एकमात्र विकेट से संतोष करना पड़ा.
इस मैच के खत्म होते होते रविन्द्र जडेजा पर 25 फीसदी मैच फीस का जुर्माना भी लग गया. तो आइए एक नजर डालते हैं मैच के 5 खास बातों पर, जिसके कारण यह मैच केवल 3 दिन के भीतर खत्म हो गया और भारतीय टीम ने चार मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली.
1. रविन्द्र जडेजा का ऑलराउंड परफार्मेंस
पहले टेस्ट मैच में इस मैच में ऑलराउंडर रविन्द्र जडेजा ने गेंद और बल्ले से बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार जीता. रविंद्र जडेजा ने पहली पारी में जहां 45 रन देकर ऑस्ट्रेलिया के पांच खिलाड़ियों को आउट किया था. वहीं बल्लेबाजी करते हुए शानदार 70 रन भी बनाए थे. वहीं दूसरी पारी में रविंद्र जडेजा ने ऑस्ट्रेलिया के 2 खिलाड़ियों को आउट किया. रविंद्र जडेजा ने दूसरी पारी में 12 ओवर में 34 रन देकर दो विकेट हासिल किए. इस तरह से पूरे मैच में वह 7 खिलाड़ियों को आउट करने के साथ साथ शानदार पारी खेली. इसीलिए उनको प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. इस दौरान वह 50 से अधिक रन बनाने और 5 विकेट लेने के मामले में कपिलदेव से आगे निकल गए.
2. दिखा दूसरी पारी में रविचंद्रन अश्विन का जादू
पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में 3 विकेट लेने वाले रविचंद्रन अश्विन की फिरकी गेंदबाजी दूसरी पारी में कारगर रही. रविचंद्रन अश्विन ने पारी के दूसरे ओवर की पांचवी गेंद पर ही ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा को कोहली के हाथों कैच कराने के बाद कुल पांच विकेट झटके और अपनी स्पिन से ऑस्ट्रेलिया के 5 खिलाड़ियों में से 4 खिलाड़ियों को पगबाधा आउट किया. इस तरह से रविचंद्रन अश्विन ने 12 ओवर में 35 रन देकर पांच खिलाड़ियों को आउट किया. रविचंद्रन अश्विन ने पहली पारी में भी ऑस्ट्रेलिया के 3 खिलाड़ियों को आउट किया था. इस तरह से पूरे मैच में अश्विन ने 8 विकेट झटके. साथ ही पहली पारी में 23 रन भी बनाए थे.
3. कप्तान रोहित शर्मा का शानदार शतक
पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा का शानदार शतक भी एक बड़ा निर्णायक साबित हुआ. उन्होंने इस दौरान 212 गेंदों का सामना करते हुए 15 चौके और दो छक्के की मदद से 120 रन बनाए. रोहित शर्मा ने मैच के दौरान पहले विकेट के लिए केएल राहुल के साथ 76 रन की साझेदारी, दूसरे विकेट के लिए अश्विन के साथ 42 रन की साझेदारी के साथ-साथ अजय जडेजा के साथ शानदार 61 रन की साझेदारी की. इन 3 बड़ी साझेदारियों की वजह से भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया पर बढ़त मिली. साथ ही रोहित शर्मा तीनों फार्मेट में शतक लगाने वाले पहले भारतीय कप्तान बने.
4. रविंद्र जडेजा और अक्षर पटेल की बल्लेबाजी
रविंद्र जडेजा और अक्षर पटेल ने गेंदबाजी के साथ साथ बल्लेबाजी कला का भी इस मैच में बखूबी प्रदर्शन किया. रविंद्र जडेजा ने पहली पारी में पांच विकेट के साथ-साथ दूसरी पारी में 2 विकेट झटके हुए मैच में कुल 7 विकेट लिए और 70 रनों का योगदान किया. वही अक्षर पटेल ने रवींद्र जडेजा के साथ 88 रन की शानदार साझेदारी के बाद मोहम्मद शमी के साथ भी 52 रन की साझेदारी की. इन दो बड़ी साझेदारियों से मेहमान टीम पर टीम इंडिया को 200 से अधिक रनों की बढ़त मिली.
हालांकि अक्षर पटेल 84 रन बनाने के बाद आखिरी बल्लेबाज के रूप में आउट हुए और वह शतक से चूक गए. लेकिन बल्लेबाजी के दौरान उन्होंने यह साबित कर दिया कि वह रविन्द्र जडेजा और आर, अश्विन के बाद भारत के एक और उभरते हुए ऑलराउंडर हैं, जो समय पड़ने पर निचले क्रम में अच्छी बल्लेबाजी कर सकते हैं.
5. टॉड मर्फी की स्पिन गेंदबाजी
पहले टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज टॉड मर्फी ने अपनी छाप छोड़ी. पहली पारी में 45 ओवरों में 120 रन देकर 7 विकेट लेने में सफल रहे. इस दौरान उन्होंने भारतीय टीम के सभी चोटी के बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया. मर्फी ने केएल राहुल, रविचंद्रन अश्विन, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, रविंद्र जडेजा, श्रीकर भारत और मोहम्मद शमी को अपना शिकार बनाया. एक नवोदित खिलाड़ी के रूप में टॉड मर्फी भारतीय बल्लेबाजों पर छाए रहे. हालांकि उन्होंने गेंदबाजी के दौरान 100 रन से अधिक लुटाए, लेकिन पहले मैच की पहली पारी में 7 विकेट लेकर अपनी हनक जरूर दिखा दी कि वह आने वाले मैचों में भी भारतीय खिलाड़ियों के लिए सिरदर्द बन सकते हैं.