नई दिल्ली: कोविड-19 द्वारा लगाए गए ब्रेक से भारतीय महिला क्रिकेट टीम की बल्लेबाज जेमिमा रोड्रिगेज को काफी मदद मिली और वह इसी साल की शुरुआत में टी-20 विश्व कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली हार को भुलाने में सफल रहीं.
आठ मार्च को ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल में भारत को हरा टी-20 विश्व कप का खिताब जीता था. यह मैच महिला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का आखिरी मैच साबित हुआ क्योंकि कोविड-19 ने लम्बे समय तक क्रिकेट को रोक दिया था.
'फाइनल में हारना आसान नहीं है'
रोड्रिगेज ने कहा, "विश्व कप के बाद से बाहर निकलना आसान नहीं था. हम डेढ़ महीने से ज्यादा में ऑस्ट्रेलिया में थे. विश्व कप हारना आसान नहीं है, मानसिक तौर पर भी और भावनात्मक तौर पर भी."
![Jemimah Rodrigues, Indian Women's Cricket Team](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/8766783_jemimah-rodrigues-_1109newsroom_1599828642_738.jpg)
उन्होंने कहा, "आपको उबरने और सही स्थिति में आने के लिए थोड़ा समय चाहिए होता है, इसलिए यह लॉकडाउन इस लिहाज से मेरे लिए आशीर्वाद साबित हुआ. इससे मैं भावनात्मक तौर पर आगे बढ़ सकी. यह ब्रेक हालांकि ज्याद लंबा हो गया. हम मैदान पर आकर खेलने को लेकर ज्यादा इंतजार नहीं कर सकते."
फाइनल की हार पर रोड्रिगेज ने कहा कि टीम अपनी रणनीति को सही तरह से लागू नहीं कर सकी इसलिए उसे हार मिली.
उन्होंने कहा, "मेरे हिसाब से रणनीति को सही तरीके से लागू न कर पाना हमारी हार की वजह रहा. ऑस्ट्रेलिया के पास प्लान था और वो उस पर टिकी रही और अच्छे से लागू किया. हमारे पास भी प्लान था लेकिन हम उसे सही से लागू नहीं कर सके."
'मुझे पता चला कि जिंदगी क्रिकेट से ज्यादा है'
रोड्रिगेज इस कोरोनाकाल की सीख के बारे में बताते हुए कहा, "मुझे एहसास हुआ है कि मैं कितनी भाग्यशाली हूं. हम सफर कर रहे थे क्रिकेट खेल रहे थे, लेकिन अचानक से सब कुछ रुक गया और मुझे अपने परिवार तथा अपने साथ कुछ वक्त बिताने का समय मिला."
उन्होंने कहा, "मुझे पता चला कि जिंदगी क्रिकेट से ज्यादा है. क्रिकेट महान खेल है और मुझे खेलना पसंद है. एक बार जब मैं मैदान पर लौटूंगी तो मैं निश्चित तौर पर अपना 100 फीसदी दूंगी. लेकिन क्रिकेट सिर्फ जिंदगी का हिस्सा है. मेरी जिंदगी में कई ज्यादा अहम चीजें हैं जैसे कि मेरा परिवार, दोस्त, यह भी मेरे लिए काफी अहम हैं."
![Jemimah Rodrigues, Indian Women's Cricket Team](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/8766783_advances-11_1109newsroom_1599828642_80.jpg)
दाएं हाथ की इस बल्लेबाज ने कहा, "लॉकडाउन के साथ मुझे एहसास हुआ कि कई लोग बुनियादी सुविधाओं के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं. लेकिन मैं भाग्यशाली हूं कि मेरे पास परिवार, घर है जो मेरी देखभाल कर रहा है. मेरे पास खाने को भोजन है, पीने को पानी है, छोटी-छोटी चीजें जिन्हें हम कुछ समझते ही नहीं हैं."
'टी-20 विश्व कप की तैयारी के लिए वक्त मिला'
इसी महामारी के कारण अगले साल न्यूजीलैंड में खेला जाने वाला विश्व कप भी स्थगित कर दिया गया है जो अब 2022 में होगा. रोड्रिगेज ने कहा कि इससे टीमों को और अच्छे से तैयारी करने में मदद मिलेगी.
उन्होंने कहा, "हम विश्व कप-2021 खेलना पसंद करते लेकिन मुझे लगता है कि स्थगित होने से टीमों को और बेहतर तैयारी करने का मौका मिला है क्योंकि हमने टी-20 विश्व कप के बाद से क्रिकेट नहीं खेली है."
इस युवा बल्लेबाज ने कहा, "हमने एक टीम के तौर पर अभ्यास नहीं किया है. इसलिए अगर विश्व कप अगले साल होता तो हमें तैयारी करने को ज्यादा समय नहीं मिलता, लेकिन मुझे लगता है कि अब हमें एक साथ खेलने, साथ में अभ्यास करने और लय में वापसी करने का समय मिलेगा जो टी-20 विश्व कप के लिए जरूरी है."
महिला खिलाड़ी नवंबर में आईपीएल के दौरान ही यूएई में महिला टी-20 चैलेंजर में हिस्सा लेती दिखाई दे सकती है. इस टूर्नामेंट के कार्यक्रम की हालांकि अभी तक घोषणा नहीं हुई है. इसे लेकर रोड्रिगेज काफी उत्साहित हैं.
उन्होंने कहा, "जब तक मैं क्रिकेट खेल रही हूं, मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि यह बिग बैश है, महिला टी-20 चैलेंजर है. मुझे लगता है कि बीसीसीआई महिला टी-20 को आयोजित कराने के लिए काफी मेहनत कर रही है. इसलिए हम सभी काफी उत्साहित हैं और मैदान पर उतरने का इंतजार कर रही हैं."