वाराणसीः अनचाहा गर्भ या फिर कम उम्र में किये गए भूल को छिपाने के लिए गर्भनिरोधक गोलियां (contraceptive pills) खाना आसान हो गया है. लेकिन ये गोलियां महिलाओं के साथ-साथ भविष्य में होने वाले बच्चों पर भी खासा असर डाल रही हैं. एक शोध ने सामने आया है कि अत्यधिक गर्भ निरोधक दवाओं का सेवन करने से बच्चो में ऑटिज्म यानी भावनात्मक शून्यता की शिकायत ज्यादा आ रही है.
चिकित्सकों की मानें तो अनचाहे गर्भ (unwanted pregnancy) को हटाने के लिए तत्काल में तो ये दवाएं साथ दे रही हैं. लेकिन भविष्य में बच्चे की चाहत पर ये खासा असर डाल रही हैं. क्योंकि इस बीमारी का असर बच्चों पर भी पड़ रहा है. इस बीमारी में सिर दर्द, माइग्रेन नकारात्मक सोच जैसी बीमारियां तेजी से हो रही हैं. यही नहीं इससे नई अविवाहित लडकियां भी परेशान हैं.
गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल करने वाली महिलाएं रहें सावधान, बच्चों के लिए है घातक - वाराणसी में न्यूरोथैरेपी
अनचाहे गर्भ (unwanted pregnancy) को रोकने के लिए गर्भनिरोधक गोलियों (contraceptive pills) का इस्तेमाल करने वाली महिलाएं सावधान हो जाएं. ये दवाइयां महिलाओं की सेहत के साथ-साथ भविष्य में बच्चे की चाहत पर असर डाल रही हैं. इस समस्या को विस्तार से जानें..
वाराणसीः अनचाहा गर्भ या फिर कम उम्र में किये गए भूल को छिपाने के लिए गर्भनिरोधक गोलियां (contraceptive pills) खाना आसान हो गया है. लेकिन ये गोलियां महिलाओं के साथ-साथ भविष्य में होने वाले बच्चों पर भी खासा असर डाल रही हैं. एक शोध ने सामने आया है कि अत्यधिक गर्भ निरोधक दवाओं का सेवन करने से बच्चो में ऑटिज्म यानी भावनात्मक शून्यता की शिकायत ज्यादा आ रही है.
चिकित्सकों की मानें तो अनचाहे गर्भ (unwanted pregnancy) को हटाने के लिए तत्काल में तो ये दवाएं साथ दे रही हैं. लेकिन भविष्य में बच्चे की चाहत पर ये खासा असर डाल रही हैं. क्योंकि इस बीमारी का असर बच्चों पर भी पड़ रहा है. इस बीमारी में सिर दर्द, माइग्रेन नकारात्मक सोच जैसी बीमारियां तेजी से हो रही हैं. यही नहीं इससे नई अविवाहित लडकियां भी परेशान हैं.