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पुर्तगाल के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज सैम्पियो का निधन - Marcelo Rebelo de Sousa

पुर्तगाल के दो बार राष्ट्रपति रहे जॉर्ज सैम्पिओ (Jorge Sampaio) का 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया है. पुर्तगाल के मौजूदा राष्ट्रपति मार्सेलो रोबेलो डे सोउसा (Marcelo Rebelo de Sousa) ने शुक्रवार को सैम्पियो के निधन की घोषणा की.

जॉर्ज सैम्पियो का निधन
जॉर्ज सैम्पियो का निधन
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Published : Sep 10, 2021, 7:11 PM IST

Updated : Jun 29, 2022, 1:09 PM IST

लिस्बन : पुर्तगाल के दो बार राष्ट्रपति (former two-term president of Portugal) रहे जॉर्ज सैम्पिओ (Jorge Sampaio) का 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया है. वह अपनी पीढ़ी की सबसे प्रमुख राजनीतिक हस्तियों (prominent political figures) में से एक थे. पुर्तगाल के मौजूदा राष्ट्रपति मार्सेलो रोबेलो डे सोउसा (Marcelo Rebelo de Sousa) ने शुक्रवार को सैम्पियो के निधन की घोषणा की. हालांकि, उन्होंने मौत का कारण नहीं बताया, सैम्पियो की कई वर्षों से तबीयत खराब थी. बीते दो सप्ताह से वह अस्पताल में थे.

रोबेलो ने कहा कि सैम्पियो 1960 के दशक में एक वकील के तौर पर तत्कालीन तानाशाही शासन (dictatorship) के सामने डटे रहे. लेकिन पुर्तगाल में एक सेंटर-लेफ्ट सोशलिस्ट के रूप में और बाद में संयुक्त राष्ट्र के लिए एक राजनयिक के रूप में अपने छह दशक के राजनीतिक करियर के दौरान, सम्पियो ने अपने कम-कुंजी, डाउन-टू-अर्थ तरीके के लिए प्रशंसा अर्जित की. उन्होंने स्वतंत्रता और समानता के हक में आवाज उठाई.

यूनेस्को का ट्वीट
यूनेस्को का ट्वीट

घर पर, संम्पिो को 2004 में विवादास्पद रूप से केंद्र-दक्षिणपंथी सरकार को गिराने के लिए याद किया जाता था, जब वह राज्य के प्रमुख थे. वह तब का वक्त था, जब सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जोस मैनुअल बारोसो ने यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष बनने के लिए प्रधानमंत्री का पद छोड़ दिया था. उनकी जगह उनकी पार्टी के उपाध्यक्ष पेड्रो सैन्टाना लोप्स ने ले ली थी.

पढ़ें : पुर्तगाली संसद ने इच्छामृत्यु को दी कानूनी मान्यता

बता दें कि उनके पिता, एक प्रसिद्ध पुर्तगाली चिकित्सक थे. और मां एक अंग्रेजी शिक्षिका थीं. 1950 के दशक के अंत में लिस्बन विश्वविद्यालय (Lisbon University) में कानून का अध्ययन करते हुए सैम्पियो ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी. स्नातक के बाद वे विशेष अदालतों द्वारा खासतौर पर राजनीतिक मामलों से निपटने वाले कैदियों के केस लड़ते थे. 1974 की कार्नेशन रेवोल्यूशन (Carnation Revolution) के बाद तानाशाही को खत्म करने और लोकतंत्र की शुरुआत करने के बाद वे चरम वामपंथी आंदोलनों से जुड़े.

उन्होंने 1975 में विदेशी सहयोग के लिए राज्य सचिव के रूप में अपना पहला सरकारी पद ग्रहण किया. उन्होंने 1978 में मुख्यधारा की सोशलिस्ट पार्टी (Socialist Party) के प्रति अपनी निष्ठा को बदल दिया और उसके अगले ही वर्ष से समाजवादी सांसद के रूप में पांच बार संसद में लौटे. संपाओ 1979 में राजधानी लिस्बन के मेयर बने और 10 साल बाद सोशलिस्ट पार्टी के नेता बने.

सैम्पिओ 1996 में पहली बार और 2006 में दूसरी बार पुर्तगाल के राष्ट्रपति बने थे. उनके परिवार में पत्नी, एक बेटी और एक बेटा है.

(पीटीआई-भाषा)

लिस्बन : पुर्तगाल के दो बार राष्ट्रपति (former two-term president of Portugal) रहे जॉर्ज सैम्पिओ (Jorge Sampaio) का 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया है. वह अपनी पीढ़ी की सबसे प्रमुख राजनीतिक हस्तियों (prominent political figures) में से एक थे. पुर्तगाल के मौजूदा राष्ट्रपति मार्सेलो रोबेलो डे सोउसा (Marcelo Rebelo de Sousa) ने शुक्रवार को सैम्पियो के निधन की घोषणा की. हालांकि, उन्होंने मौत का कारण नहीं बताया, सैम्पियो की कई वर्षों से तबीयत खराब थी. बीते दो सप्ताह से वह अस्पताल में थे.

रोबेलो ने कहा कि सैम्पियो 1960 के दशक में एक वकील के तौर पर तत्कालीन तानाशाही शासन (dictatorship) के सामने डटे रहे. लेकिन पुर्तगाल में एक सेंटर-लेफ्ट सोशलिस्ट के रूप में और बाद में संयुक्त राष्ट्र के लिए एक राजनयिक के रूप में अपने छह दशक के राजनीतिक करियर के दौरान, सम्पियो ने अपने कम-कुंजी, डाउन-टू-अर्थ तरीके के लिए प्रशंसा अर्जित की. उन्होंने स्वतंत्रता और समानता के हक में आवाज उठाई.

यूनेस्को का ट्वीट
यूनेस्को का ट्वीट

घर पर, संम्पिो को 2004 में विवादास्पद रूप से केंद्र-दक्षिणपंथी सरकार को गिराने के लिए याद किया जाता था, जब वह राज्य के प्रमुख थे. वह तब का वक्त था, जब सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जोस मैनुअल बारोसो ने यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष बनने के लिए प्रधानमंत्री का पद छोड़ दिया था. उनकी जगह उनकी पार्टी के उपाध्यक्ष पेड्रो सैन्टाना लोप्स ने ले ली थी.

पढ़ें : पुर्तगाली संसद ने इच्छामृत्यु को दी कानूनी मान्यता

बता दें कि उनके पिता, एक प्रसिद्ध पुर्तगाली चिकित्सक थे. और मां एक अंग्रेजी शिक्षिका थीं. 1950 के दशक के अंत में लिस्बन विश्वविद्यालय (Lisbon University) में कानून का अध्ययन करते हुए सैम्पियो ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी. स्नातक के बाद वे विशेष अदालतों द्वारा खासतौर पर राजनीतिक मामलों से निपटने वाले कैदियों के केस लड़ते थे. 1974 की कार्नेशन रेवोल्यूशन (Carnation Revolution) के बाद तानाशाही को खत्म करने और लोकतंत्र की शुरुआत करने के बाद वे चरम वामपंथी आंदोलनों से जुड़े.

उन्होंने 1975 में विदेशी सहयोग के लिए राज्य सचिव के रूप में अपना पहला सरकारी पद ग्रहण किया. उन्होंने 1978 में मुख्यधारा की सोशलिस्ट पार्टी (Socialist Party) के प्रति अपनी निष्ठा को बदल दिया और उसके अगले ही वर्ष से समाजवादी सांसद के रूप में पांच बार संसद में लौटे. संपाओ 1979 में राजधानी लिस्बन के मेयर बने और 10 साल बाद सोशलिस्ट पार्टी के नेता बने.

सैम्पिओ 1996 में पहली बार और 2006 में दूसरी बार पुर्तगाल के राष्ट्रपति बने थे. उनके परिवार में पत्नी, एक बेटी और एक बेटा है.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Jun 29, 2022, 1:09 PM IST
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