वॉशिंगटन : अमेरिका के दो शक्तिशाली सीनेटरों ने राष्ट्रपति जो बाइडेन से सतह से हवा में मार करने वाली रूसी एस-400 मिसाइल प्रणाली खरीदने के लिए भारत के खिलाफ 'काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थ्रू सैंक्शंस एक्ट' (सीएएटीएसए) के प्रावधानों को लागू नहीं करने का आग्रह किया है.
डेमोक्रेटिक पार्टी के सीनेटर मार्क वार्नर और रिपब्लिकन पार्टी के जॉन कॉर्निन ने मंगलवार को राष्ट्रपति बाइडेन को लिखे एक पत्र में भारत को सीएएटीएसए के तहत राष्ट्रीय हित में छूट देने का आग्रह किया. सीनेटरों ने कहा कि यह अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा हित में है.
सीनेटरों ने पत्र में लिखा,'हम आपसे सतह से हवा में मार करने वाली एस-400 ट्रिअम्फ मिसाइल प्रणाली की योजनाबद्ध खरीद के मामले में भारत को सीएएटीएसए में छूट देने की अपील करते हैं. यह कानून राष्ट्रपति को ऐसे मामलों में प्रतिबंधों को लागू करने में अतिरिक्त विवेक का इस्तेमाल करने का अधिकार देता है, जिनमें छूट देने से अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को बढ़ावा मिलता हो.'
उन्होंने लिखा, 'हम रूसी उपकरणों की खरीद और रूस के साथ भारत के निरंतर सहयोग के बारे में आपकी चिंताओं को समझते हैं. हम चाहते हैं कि आपका प्रशासन इस चिंता से भारतीय अधिकारियों को अवगत कराता रहे.'
भारत ने अक्टूबर 2018 में तत्कालीन ट्रंप प्रशासन की चेतावनी को दरकिनार कर रूस से वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली एस-400 की पांच यूनिट खरीदने के लिये पांच अरब डॉलर के करार पर हस्ताक्षर किये थे. ट्रंप प्रशासन ने भारत पर सीएएटीएसए के तहत पाबंदी लगाने की चेतावनी दी थी.
सीएएटीएसए एक सख्त अमेरिकी कानून है जो प्रशासन को उन देशों पर प्रतिबंध लगाने के लिए अधिकृत करता है जो 2014 में क्रीमिया पर रूस के कब्जे और 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में कथित हस्तक्षेप के बाद भी रूस से प्रमुख रक्षा हार्डवेयर खरीदते हैं.
(पीटीआई भाषा)