मुंबई: 'बाहुबली', 'आरआरआर' जैसी फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवा चुके अभिनेता आमिर रजा हुसैन का 66 की आयु में निधन हो गया. शनिवार 3 जून को 66 वर्षीय हुसैन ने आखिरी सांस ली. और अपने पीछे यादगार किरदारों की विरासत छोड़ गए. उनके परिवार में उनकी पत्नी और उनकी क्रिएटिव पार्टनर विराट तलवार हैं. जिनसे वह तब मिले थे जब वह लेडी श्रीराम कॉलेज की छात्रा थीं. और एक नाटक ('डेंजरस लाइजन') के लिए ऑडिशन देने आई थीं. इसके साथ ही आमिर रजा के दो बेटे भी हैं.
आमिर रजा हुसैन एक बेहतरीन अभिनेता होने के साथ ही बाहरी मंच के निर्माता भी है. जिसके तहत उन्होंने अपनी जिंदगी के दो सबसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट 'द फिफ्टी डे वॉर' जो कि कारगिल की कहानी पर बेस्ड है. और इसके साथ ही 'द लीजेंड ऑफ राम' जो महाकाव्य रामायण पर आधारित है, का निर्माण किया.'द लीजेंड ऑफ राम' के निर्माण में तीन एकड़ में फैले 19 आउटडोर सेट और महाकाव्य से लिए गए विभिन्न पात्रों को निभाने वाले 35 कलाकारों की एक कास्ट और 100 सदस्यीय तकनीकी दल शामिल थे. जिसका आखिरी शो तत्कालीन राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के सामने 1 मई 2004 को पेश किया गया था.
इसके अलावा आमिर रजा रुडयार्ड किपलिंग के उपन्यास पर आधारित 'किम' (1984), जिसमें पीटर ओ'टोल ने मुख्य भूमिका निभाई थी. और शशांक घोष की रोमांटिक कॉमेडी ड्रामा 'खुबसूरत' (2014) में दिखाई दिये थे., जिसमें सोनम कपूर और फवाद खान ने अभिनय किया था. इसके साथ ही वे आगामी फिल्म 'आदिपुरुष' में भी दिखाई देंगे. आमिर रजा हुसैन को वर्ष 2001 में भारत सरकरा द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया था. हुसैन ने अपने आखिरी साल दक्षिण दिल्ली के ऐतिहासिक साकेत इलाके में सेलेक्ट सिटीवॉक मॉल के बगल में एक किला बनाने में व्यतीत किये.
(इनपुट-आईएएनएस)