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नामांकन के अंतिम दिन सपा का बड़ा फैसला, मोदी के खिलाफ तेज बहादुर यादव को बनाया प्रत्याशी

सपा ने पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से तेज बहादुर यादव को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है. इससे पहले समाजवादी पार्टी ने शालिनी यादव को यहां से टिकट देने का फैसला किया था. वहीं आज नामांकन के अंंतिम दिन सपा ने शालिनी यादव का नाम वापस लेते हुए पूर्व बीएसएफ के जवान तेजबहादुर यादव को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया.

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Published : Apr 29, 2019, 3:39 PM IST

Updated : Apr 29, 2019, 4:53 PM IST

तेज बहादुर यादव ने वाराणसी से सपा से किया नामांकन.

वाराणसी: बीते 24 अप्रैल को निर्दल प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल कर चुके सेना से बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने सपा के सिंबल पर नामांकन किया. इस दौरान सपा के प्रदेश प्रवक्ता मनोज राय धूपचंडी भी मौजूद रहे. बता दें कि सपा ने वाराणसी से शालिनी यादव को टिकट दे दिया था. शालिनी सोमवार को जब नामांकन करने पहुंचीं तभी सपा ने तेजबहादुर यादव को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया.

फिलहाल बनारस में इस नई राजनीतिक सरगर्मी के सामने आने के बाद एक बार फिर से सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई है. शालिनी यादव को बनारस से टिकट दिए जाने के बाद यह माना जा रहा था कि गठबंधन के प्रत्याशी के रूप में शालिनी, कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय और प्रधानमंत्री मोदी को टक्कर दे सकती हैं. वहीं तेज बहादुर यादव का कहना है कि मैं कई दिनों से अखिलेश यादव के संपर्क में था. आज सुबह अचानक से मुझे टिकट देने का फैसला ले कर मुझे नामांकन के लिए कहा गया. उन्होंने बताया कि मैं नामांकन दाखिल कर फॉर्म भरकर पार्टी का सिंबल जमा कर के बाहर निकल चुका हूं. पार्टी जो कहेगी मैं वह करूंगा.

वहीं तेज बहादुर यादव को टिकट मिलने के बाद शालिनी को डमी प्रत्याशी के रूप में बताए जाने के सवाल पर सपा के प्रदेश प्रवक्ता मनोज राय धूपचंडी ने कहा कि राजनीतिक गलियारों में यह सब चीजें होना आम है. क्या रणनीति है, क्या नहीं है यह आपको कल पता चल जाएगा. जिसे पर्चा वापस लेना होगा वह ले लेगा और जो चुनावी मैदान में रहेगा वह प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ गठबंधन के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेगा. बता दें कि सोमवार को नॉमिनेशन का आखिरी दिन था.

वाराणसी: बीते 24 अप्रैल को निर्दल प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल कर चुके सेना से बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने सपा के सिंबल पर नामांकन किया. इस दौरान सपा के प्रदेश प्रवक्ता मनोज राय धूपचंडी भी मौजूद रहे. बता दें कि सपा ने वाराणसी से शालिनी यादव को टिकट दे दिया था. शालिनी सोमवार को जब नामांकन करने पहुंचीं तभी सपा ने तेजबहादुर यादव को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया.

फिलहाल बनारस में इस नई राजनीतिक सरगर्मी के सामने आने के बाद एक बार फिर से सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई है. शालिनी यादव को बनारस से टिकट दिए जाने के बाद यह माना जा रहा था कि गठबंधन के प्रत्याशी के रूप में शालिनी, कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय और प्रधानमंत्री मोदी को टक्कर दे सकती हैं. वहीं तेज बहादुर यादव का कहना है कि मैं कई दिनों से अखिलेश यादव के संपर्क में था. आज सुबह अचानक से मुझे टिकट देने का फैसला ले कर मुझे नामांकन के लिए कहा गया. उन्होंने बताया कि मैं नामांकन दाखिल कर फॉर्म भरकर पार्टी का सिंबल जमा कर के बाहर निकल चुका हूं. पार्टी जो कहेगी मैं वह करूंगा.

वहीं तेज बहादुर यादव को टिकट मिलने के बाद शालिनी को डमी प्रत्याशी के रूप में बताए जाने के सवाल पर सपा के प्रदेश प्रवक्ता मनोज राय धूपचंडी ने कहा कि राजनीतिक गलियारों में यह सब चीजें होना आम है. क्या रणनीति है, क्या नहीं है यह आपको कल पता चल जाएगा. जिसे पर्चा वापस लेना होगा वह ले लेगा और जो चुनावी मैदान में रहेगा वह प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ गठबंधन के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेगा. बता दें कि सोमवार को नॉमिनेशन का आखिरी दिन था.

Intro:वाराणसी: हमेशा से राजनीतिक चर्चा में रहने वाले शहर बनारस में आज एक और अजीबोगरीब राजनीतिक परिस्थिति सामने आई है यहां पर बीते चौबीस अप्रैल को अपना नामांकन निर्दल दाखिल कर चुके सेना से बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने अब से कुछ देर पहले समाजवादी पार्टी के सिंबल पर प्रदेश प्रवक्ता मनोज राय धूपचंडी के साथ पहुंच कर एक बार फिर से नामांकन दाखिल किया सबसे बड़ी बात यह है कि समाजवादी पार्टी ने वाराणसी से कांग्रेस छोड़कर समाजवादी पार्टी में आई कद्दावर कांग्रेसी नेता श्याम लाल यादव की बहू शालिनी यादव को कुछ दिन पहले ही टिकट दिया था लेकिन शालिनी आज नामांकन करने पहुंची थी उनका नामांकन प्रोसेस में है लेकिन इसके पहले ही समाजवादी पार्टी ने अचानक से तेज बहादुर को भी वाराणसी से टिकट दे दिया है और तेज बहादुर बनारस में पार्टी का सिंबल जमा कर फिर से नामांकन दाखिल करने के बाद बाहर निकले और उन्होंने अखिलेश यादव को धन्यवाद दिया.


Body:वीओ-01 फिलहाल बनारस में इस नई राजनीतिक सरगर्मी के सामने आने के बाद एक बार फिर से राजनीति के गलियारों में चर्चा तेजी से हो रही है क्योंकि शालिनी यादव को बनारस से टिकट दिए जाने के बाद यह माना जा रहा था कि गठबंधन के प्रत्याशी के रूप में शालिनी अजय राय और प्रधानमंत्री मोदी को टक्कर दे सकती हैं लेकिन आज जिस तरह से बीजेपी ने खराब खाने के लिए आवाज उठा कर सेना से किए गए बीएसएफ से बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव को सपा से टिकट देकर गठबंधन का प्रत्याशी बनाया गया है उसके बाद अब कौन बनारस से गठबंधन का प्रत्याशी होगा इसे लेकर संशय बना हुआ क्योंकि सपा का टिकट शालिनी को भी मिला है और तेज बहादुर को भी तेज बहादुर यादव का कहना है कि मैं कई दिनों से अखिलेश यादव के संपर्क में था और आज सुबह अचानक से मुझे टिकट देने का फैसला ले कर मुझे नामांकन के लिए कहा कि मैं नामांकन दाखिल कर फॉर्म भरकर पार्टी का सिंबल जमा कर के बाहर निकल चुका हूं पार्टी जो कहेगी मैं वह करूंगा.

बाईट- तेज बहादुर यादव, सेना से बर्खास्त जवान


Conclusion:वीओ-02 वही तेज बहादुर को टिकट मिलने के बाद शालिनी को डमी प्रत्याशी के रूप में बताए जाने के सवाल पर समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मनोज राय धूपचंडी का कहना था कि राजनैतिक गलियारों में यह सब चीजें होना आम है क्या रणनीति है क्या नहीं है यह आपको कल पता चल जाएगा जिसको पर्चा वापस लेना होगा वह ले लेगा और जो चुनावी मैदान में रहेगा वह प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ सपा गठबंधन के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेगा फिलहाल समाजवादी पार्टी ने एकसाथ बनारस में 2 प्रत्याशियों को टिकट देकर उहापोह की स्थिति पैदा कर दी है सबसे बड़ी बात यह है कि अब मामला इस बात पर लेकर फंसा है कि आखिर प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ महागठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर बनारस से चुनाव लड़ेगा कौन शालिनी यादव या फिर तेज बहादुर.

बाईट- मनोज राय धूपचंडी प्रदेश प्रवक्ता समाजवादी पार्टी

गोपाल मिश्र

9839809074
Last Updated : Apr 29, 2019, 4:53 PM IST
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