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दिनेश शर्मा ने पूछा, 'कांग्रेस 1971 युद्ध की विजय के लिए इंदिरा जी का नाम क्यों लेती है?' - लखनऊ

लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच तमाम पार्टियां अपने-अपने वादे लेकर जनता के बीच जा रही हैं. कांग्रेस ने अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया है. इस घोषणा पत्र पर भाजपा ने सवाल उठाते हुए इसे दस्तावेज बताया है. इसी सिलसिले में डॉ. दिनेश शर्मा ने करारा हमला किया है.

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री से बातचीत की ब्यूरो चीफ आलोक त्रिपाठी ने.
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Published : Apr 8, 2019, 10:30 PM IST

लखनऊ: 2014 में भारी बहुमत से सत्ता में आई भारतीय जनता पार्टी की सरकार दोबारा सत्ता पाने के लिए तमाम पैतरे अपना रही है. मोदी सरकार की पांच साल की उपलब्धियों के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार के दो साल के काम और राष्ट्रवाद के मुद्दे संग भाजपा चुनाव मैदान में है.

भाजपा को रोकने के लिए सपा-बसपा ने गठबंधन तो बनाया पर इसमें कांग्रेस को शामिल कर महागठबंधन बना पाने में नाकाम रही. इन्हीं मुद्दों और भाजपा की चुनावी तैयारियों पर हमने बात की उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा से.

सवाल: इस समय चुनाव का गहमागहमी भरा दौर है. आप इस चुनाव में अपनी पार्टी की क्या स्थिति देखते हैं?
जवाब: जो लोग बोलते हैं कि 2014 में लहर थी मोदी जी की, मैं उसे सही नहीं मानता. अबकी लहर नहीं है, बल्कि मोदी जी का तूफान चल रहा है. आप आम मतदाताओं के बीच जाएं तो वह बताएंगे कि मोदी जी ने हर वर्ग के लिए काम किया है.

सवाल: यदि आपकी पार्टी ने इतना काम किया है तो जैसा कि विपक्ष आरोप लगा रहा है कि आप चुनाव अभियान को राष्ट्रवाद की तरफ, सेना के शौर्य की तरफ ले जा रहे हैं. आप मुद्दों की लड़ाई क्यों नहीं लड़ते?
जवाब: मुझे लगता है कि विपक्ष मुद्दाविहीन है. विपक्ष स्वयं मुद्दों पर चर्चा नहीं चाहता है. बार-बार राहुल गांधी, फारूख अब्दुल्ला या अन्य विपक्षी नेता कभी राफेल का नाम लेते हैं तो कभी कभी एयर स्ट्राइक में कितने लोग मारे गए यह पूछते हैं. यह लोग विकास के नाम पर खुद चर्चा नहीं चाहते. मोदी जी की डेढ़ सौ योजनाएं चली हैं. एयर स्ट्राइक की बात होती है तो विपक्ष के लोग कहते हैं कि नाम क्यों लेते हैं? यह सेना का शौर्य है और देश के हर नागरिक को सेना के शौर्य पर गर्व होना चाहिए. जहां तक मोदी जी का सेना के शौर्य के साथ नाम लेने की बात है तो कांग्रेस 1971 युद्ध की विजय के लिए इंदिरा जी का नाम क्यों लेती है?

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री से बातचीत की ब्यूरो चीफ आलोक त्रिपाठी ने.
सवाल: यदि विपक्ष जमीनी मुद्दे नहीं उठा रहा और आपको लगता है कि आपने काम किया है तो आप वह मुद्दे अपनी ओर से क्यों नहीं उठा रहे?
जवाब: हमने आईआईएम, मेडिकल कॉलेज, सड़क, बिजली, पानी, शौचायल, मुद्रा लोन, आयुष्मान योजना आदि सब कुछ दिया है. हमारी उपलब्धियां किसी से छिपी नहीं हैं.

सवाल: अभी कांग्रेस का घोषणा पत्र आपने देखा होगा है. पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने हर गरीब के खाते में साल में 72 हजार रुपये देने का वादा किया है. कांग्रेस बहुत उत्साहित है. आपको क्या लगता इससे फर्क पड़ेगा चुनाव में?
जवाब: देखिए वह हतोत्साहित इसलिए थे कि मोदी जी ने छह हजार रुपये किसानों को सम्मान राशि दी है. सभी के खाते में रुपये लगभग पहुंच गए हैं. सबके घर में बिजली पहुंच गई. गैस व चूल्हा फ्री पहुंच गया. शौचालय व आवास का प्रबंध हो गया. जनधन के खाते मुफ्त में खुल गए. हमने जो 55 माह में कर डाला वह 55 साल में नहीं कर सके. पांच करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर किया गया इसी सरकार में. अर्थ की कोई व्यवस्था भी तो होती है. राहुल जी ने यह नहीं बताया कि वह यह पैसा कहां से देंगे?

लखनऊ: 2014 में भारी बहुमत से सत्ता में आई भारतीय जनता पार्टी की सरकार दोबारा सत्ता पाने के लिए तमाम पैतरे अपना रही है. मोदी सरकार की पांच साल की उपलब्धियों के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार के दो साल के काम और राष्ट्रवाद के मुद्दे संग भाजपा चुनाव मैदान में है.

भाजपा को रोकने के लिए सपा-बसपा ने गठबंधन तो बनाया पर इसमें कांग्रेस को शामिल कर महागठबंधन बना पाने में नाकाम रही. इन्हीं मुद्दों और भाजपा की चुनावी तैयारियों पर हमने बात की उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा से.

सवाल: इस समय चुनाव का गहमागहमी भरा दौर है. आप इस चुनाव में अपनी पार्टी की क्या स्थिति देखते हैं?
जवाब: जो लोग बोलते हैं कि 2014 में लहर थी मोदी जी की, मैं उसे सही नहीं मानता. अबकी लहर नहीं है, बल्कि मोदी जी का तूफान चल रहा है. आप आम मतदाताओं के बीच जाएं तो वह बताएंगे कि मोदी जी ने हर वर्ग के लिए काम किया है.

सवाल: यदि आपकी पार्टी ने इतना काम किया है तो जैसा कि विपक्ष आरोप लगा रहा है कि आप चुनाव अभियान को राष्ट्रवाद की तरफ, सेना के शौर्य की तरफ ले जा रहे हैं. आप मुद्दों की लड़ाई क्यों नहीं लड़ते?
जवाब: मुझे लगता है कि विपक्ष मुद्दाविहीन है. विपक्ष स्वयं मुद्दों पर चर्चा नहीं चाहता है. बार-बार राहुल गांधी, फारूख अब्दुल्ला या अन्य विपक्षी नेता कभी राफेल का नाम लेते हैं तो कभी कभी एयर स्ट्राइक में कितने लोग मारे गए यह पूछते हैं. यह लोग विकास के नाम पर खुद चर्चा नहीं चाहते. मोदी जी की डेढ़ सौ योजनाएं चली हैं. एयर स्ट्राइक की बात होती है तो विपक्ष के लोग कहते हैं कि नाम क्यों लेते हैं? यह सेना का शौर्य है और देश के हर नागरिक को सेना के शौर्य पर गर्व होना चाहिए. जहां तक मोदी जी का सेना के शौर्य के साथ नाम लेने की बात है तो कांग्रेस 1971 युद्ध की विजय के लिए इंदिरा जी का नाम क्यों लेती है?

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री से बातचीत की ब्यूरो चीफ आलोक त्रिपाठी ने.
सवाल: यदि विपक्ष जमीनी मुद्दे नहीं उठा रहा और आपको लगता है कि आपने काम किया है तो आप वह मुद्दे अपनी ओर से क्यों नहीं उठा रहे?
जवाब: हमने आईआईएम, मेडिकल कॉलेज, सड़क, बिजली, पानी, शौचायल, मुद्रा लोन, आयुष्मान योजना आदि सब कुछ दिया है. हमारी उपलब्धियां किसी से छिपी नहीं हैं.

सवाल: अभी कांग्रेस का घोषणा पत्र आपने देखा होगा है. पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने हर गरीब के खाते में साल में 72 हजार रुपये देने का वादा किया है. कांग्रेस बहुत उत्साहित है. आपको क्या लगता इससे फर्क पड़ेगा चुनाव में?
जवाब: देखिए वह हतोत्साहित इसलिए थे कि मोदी जी ने छह हजार रुपये किसानों को सम्मान राशि दी है. सभी के खाते में रुपये लगभग पहुंच गए हैं. सबके घर में बिजली पहुंच गई. गैस व चूल्हा फ्री पहुंच गया. शौचालय व आवास का प्रबंध हो गया. जनधन के खाते मुफ्त में खुल गए. हमने जो 55 माह में कर डाला वह 55 साल में नहीं कर सके. पांच करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर किया गया इसी सरकार में. अर्थ की कोई व्यवस्था भी तो होती है. राहुल जी ने यह नहीं बताया कि वह यह पैसा कहां से देंगे?
उत्तर प्रदेश में जैसे-जैसे मतदान की तारीखें नजदीक आती जा रही हैं, चुनावी ताप ठीक उसी प्रकार बढ़ता जा रहा है। 2014 में भारी बहुमत से सत्ता में आई भारतीय जनता पार्टी की सरकार दोबार सत्ता पाने के लिए तमाम पैतरे अपना रही है। मोदी सरकार की पांच साल की उपलब्धियों के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार के दो साल के काम और राष्ट्रवाद के मुद्दे संग भाजपा चुनाव मैदान में है। वहीं भाजपा को रोकने के लिए सपा-बसपा ने गठबंधन तो बनाया पर इसमें कांग्रेस को शामिल कर महागठबंधन बना पाने में नाकाम रहीं। इन्हीं मुद्दों और भाजपा की चुनावी तैयारियों पर हमने बात की उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा से। आइए जानते हैं क्या कहा उन्होंने....

पार्ट-1 (00ः00ः00 से)
सवाल- इस समय चुनाव का गहमागहमी भरा दौर है। क्या स्थिति देखते हैं आप इस चुनाव में अपनी पार्टी की?
जवाब- जो लोग बोलते हैं कि 2014 में लहर ही मोदी जी की, मैं उसे सही नहीं मानता। अबकी लहर नहीं है, बल्कि मोदी जी का तूफान चल रहा है। आप आम मतदाताओं के बीच जाएं तो वह बताएंगे कि मोदी जी ने हर वर्ग के लिए काम किया है।

सवाल- यदि आपकी पार्टी ने इतना काम किया है, तो जैसा कि विपक्ष आरोप लगा रहा है कि आप चुनाव अभियान को राष्ट्रवाद की तरफ, सेना की शैर्य की तरफ ले जा रहे हैं। आप मुद्दों की लड़ाई क्यों नहीं लड़ते?
जवाब- मुझे लगता है कि विपक्ष मुद्दाविहीन है। विपक्ष स्वयं मुद्दों पर चर्चा नहीं चाहता है। बार-बार राहुल गांधी, फारूफ अब्दुल्ला या अन्य विपक्षी नेता कभी राफेल का नाम लेते हैं, तो कभी कभी एयर स्ट्राइक में कितने लोग मारे गए यह पूछते हैं। यह लोग विकास के नाम पर खुद चर्चा नहीं चाहते। मोदी जी की डेढ़ सौ योजनाएं चली हैं। एयर स्ट्राइक की बात होती है, तो विपक्ष के लोग कहते हैं कि नाम क्यों लेते हैं? यह सेना का शौर्य है और देश के हर नागरिक को सेना के शौर्य पर गर्व होना चाहिए। जहां तक मोदी जी का सेना के शौर्य के साथ नाम लेने की बात है, तो कांग्रेस 1971 युद्ध की विजय के लिए इंदिरा जी का नाम क्यों लेती है?  

सवाल- यदि विपक्ष जमीनी मुद्दे नहीं उठा रहा और आपको लगता है कि आपने काम किया है, तो आप वह मुद्दे अपनी ओर से क्यों नहीं उठा रहे?
जवाब- हमने आईआईएम, मेडिकल कॉलेज, सड़क, बिजली, पानी, शौचायल, मुद्रा लोन, आयुष्मान योजना आदि सब कुछ दिया है। हमारी उपलब्धियां किसी से छिपी नहीं हैं।  

सवाल- अभी कॉग्रेस का घोषणा पत्र आपने देखा होगा है। पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने हर गरीब के खाते में साल में 72 हजार रुपये देने का वादा किया है। कांग्रेस बहुत उत्साहित है। आपको क्या लगता इससे फर्क पड़ेगा चुनाव में?  
जवाब- देखिए वह हतोस्साहित इसलिए थे कि मोदी जी ने छह हजार रुपये किसानों को सम्मान राशि दी है। सभी के खाते में रुपये लगभग पहुंच गए हैं। सबके घर में बिजली पहुंच गई। गैस व चूल्हा फ्री पहुंच गया। शौचालय व आवास का प्रबंध हो गया। जनधन के खाते मुफ्त में खुल गए। हमने जो 55 माह में कर डाला वह 55 साल में नहीं कर सके। पांच करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर किया गया इसी सरकार में। अर्थ की कोई व्यवस्था भी तो होती है। राहुल जी ने यह नहीं बताया कि वह यह पैसा कहां से देंगे? (00ः07ः12 तक)

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पार्ट-2 (00ः07ः13 से) 
सवाल- कांग्रेस ने अपना ट्रंपकार्ड चल दिया है। पार्टी ने प्रियंका गांधी को उतारा है। आपको लगता है कि उत्तर प्रदेश में प्रियंका के आगमन से आपकी पार्टी को नुकसान पहुंचेगा?  
जवाब- मुझे लगता है यह चर्चाएं वहां पर होती हैं, जहां पर लोग जानते नहीं हैं। उनका यह लोक सभा का तीसरा चुनाव है। विधान सभा में चार चुनावों में वह प्रचार कर चुकी हैं। जब अब तक उन्होंने कोई चमत्कार नहीं किया तो अब क्या कर पाएंगी। कुछ नेता हैं जो पांच साल कहीं नहीं जाते, वह चुनाव के दौरान अचानक आते हैं और चुनावी मैदान में पिकनिक मनाकर लुप्त हो जाते हैं।  

सवाल- इस बार भारतीय जनता पार्टी या मोदी जी को हराने के लिए धुर विरोधी रहे सपा-बसपा एक हो गए हैं। इस गठबंधन से भारतीय जनता पार्टी को कितना फर्क पड़ेगा? 
जवाब- मोदी जी ने जातिवाद और संप्रदायवाद की सीमाओं को तोड़ा है और यही डर है यहां के विपक्षी दलों में। मैं तुलना नहीं करता किसी की, लेकिन यह इतने डरे हुए हैं कि सब मिलने के बाद भी इनको विश्वास नहीं हो पा रहा कि मोदी जी का सामना कर पाएंगे। मोदी जी कहते हैं हम महंगाई का सामना करेंगे, अराष्ट्रवादी ताकतों का सामना करेंगे, आतंकवाद का सामना करेंगे। यह कहते हैं हम मोदी जी का सामना करेंगे। मोदी जी कहते हैं हम आतंकवाद हटाएंगे, यह कहते हैं मोदी जी को हटाएंगे। क्यों हटाओगे? राष्ट्रद्रोही धारा को समाप्त करना है। विपरीत धारा में चलने वाले मिलकर भी मोदी जी का सामना नहीं कर पाएंगे।

सवाल- भारतीय जनता पार्टी में जो बड़े नेता हैं, जिन्हें मार्गदर्शक मंडल में डाला गया है, उनके सम्मान को लेकर सवाल उठते रहे हैं। चाहें मुरली मनोहर जोशी हों या सुमित्रा महाजन, उन्हें मीडिया के माध्यम से बताना पड़ा है कि वह चुनाव नहीं लड़ना चाहते। विपक्ष अक्सर आरोप लगाता है कि भाजपा में वरिष्ठ नेताओं का सम्मान नहीं है। क्या कहेंगे आप? 
जवाब- जो हमारे आराध्य हैं, पार्टी के वरिष्ठ नेतागण हैं, उनकी किसी से कोई तुलना नहीं है। पार्टी का संगठन ही यह निर्णय करता है। अटल जी ने एक बार कहा था कि मैं प्रधानमंत्री भले ही हो गया हूं, लेकिन मैं एक कार्यकर्ता हूं। मेरा बारे में जो निर्णय होगा व संगठन का नेतृत्व लेगा। हम वन फेमिली पार्टी नहीं हैं। हमारा सामूहिक नेतृत्व होता है और किस कार्यकर्ता को क्या जिम्मेदारी दी जानी है इसका निर्णय वही करता है। 

सवाल- शत्रुघ्न सिन्हा ने पार्टी छोड़ी और कांग्रेस में शामिल हुआ। उन्होंने तमाम आरोप भी लगाए हैं। इस पर क्या कहेंगे आप?
जवाब- विगत दो वर्ष से शत्रु जी भापजा में शत्रु की भांति काम कर रहे थे। जो भाजपा के राजनीतिक शत्रु थे वह उनके मित्र हो गए थे। वह पहले से ही विभिन्न दलों में अपना स्थान तलाश रहे थे। इसलिए यह कोई चौकाने वाली खबर नहीं है। वह अक्सर वन मैन आर्मी शब्द का इस्तेमाल करते थे और अब वन फेमिली पार्टी में गए हैं। इसका अंतर अब उन्हें दिखाई देगा। उन्हें जल्द एहसास होगा कि भाजपा और कांग्रेस पार्टी में कितना अंतर है। 

सवाल- अभी एक अमेरिकी पत्रिका के हवाले से खबर आई है कि भारत का यह दावा गलता है कि हमारे एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई में हमने पाक का एक एफ-16 विमान मार गिराया। इस पर क्या कहेंगे आप? 
जवाब- मैंने तो ऐसा कोई समाचार नहीं पढ़ा। पाकिस्तान की मीडिया में खुद इस आशय की खबरें छपीं। कुछ लोग दुष्प्रचार करते हैं। पाकिस्तान ने शुरू के एक माह में कोई खंडन नहीं किया। अगर कुछ नहीं हुआ तो बालाकोट में एक माह तक मीडिया को क्यों नहीं जाने दिया। चुनाव में फेक न्यूज भी छपेंगी। कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों को महारत हासिल है ऐसे समाचार छपवाने में। 

सवाल- छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में पार्टी को पराजय का सामना करना पड़ा था। क्या इसका इन चुनावों में कोई फर्क पड़ेगा?
जवाब- पिछली कमी को पूरा करेंगे। हम इस बार 2014 के नतीजे दोहराएंगे। 

पार्ट-2 (00ः15ः34 तक) 

---समाप्त---

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Alok Tripathi
(News Co-ordinator)
ETV Bharat (U.P.)
Mob. 9839464017


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