लखनऊ: 2014 में भारी बहुमत से सत्ता में आई भारतीय जनता पार्टी की सरकार दोबारा सत्ता पाने के लिए तमाम पैतरे अपना रही है. मोदी सरकार की पांच साल की उपलब्धियों के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार के दो साल के काम और राष्ट्रवाद के मुद्दे संग भाजपा चुनाव मैदान में है.
भाजपा को रोकने के लिए सपा-बसपा ने गठबंधन तो बनाया पर इसमें कांग्रेस को शामिल कर महागठबंधन बना पाने में नाकाम रही. इन्हीं मुद्दों और भाजपा की चुनावी तैयारियों पर हमने बात की उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा से.
सवाल: इस समय चुनाव का गहमागहमी भरा दौर है. आप इस चुनाव में अपनी पार्टी की क्या स्थिति देखते हैं?
जवाब: जो लोग बोलते हैं कि 2014 में लहर थी मोदी जी की, मैं उसे सही नहीं मानता. अबकी लहर नहीं है, बल्कि मोदी जी का तूफान चल रहा है. आप आम मतदाताओं के बीच जाएं तो वह बताएंगे कि मोदी जी ने हर वर्ग के लिए काम किया है.
सवाल: यदि आपकी पार्टी ने इतना काम किया है तो जैसा कि विपक्ष आरोप लगा रहा है कि आप चुनाव अभियान को राष्ट्रवाद की तरफ, सेना के शौर्य की तरफ ले जा रहे हैं. आप मुद्दों की लड़ाई क्यों नहीं लड़ते?
जवाब: मुझे लगता है कि विपक्ष मुद्दाविहीन है. विपक्ष स्वयं मुद्दों पर चर्चा नहीं चाहता है. बार-बार राहुल गांधी, फारूख अब्दुल्ला या अन्य विपक्षी नेता कभी राफेल का नाम लेते हैं तो कभी कभी एयर स्ट्राइक में कितने लोग मारे गए यह पूछते हैं. यह लोग विकास के नाम पर खुद चर्चा नहीं चाहते. मोदी जी की डेढ़ सौ योजनाएं चली हैं. एयर स्ट्राइक की बात होती है तो विपक्ष के लोग कहते हैं कि नाम क्यों लेते हैं? यह सेना का शौर्य है और देश के हर नागरिक को सेना के शौर्य पर गर्व होना चाहिए. जहां तक मोदी जी का सेना के शौर्य के साथ नाम लेने की बात है तो कांग्रेस 1971 युद्ध की विजय के लिए इंदिरा जी का नाम क्यों लेती है?