कुशीनगर: पटहेरवा थाना क्षेत्र में सामूहिक दुष्कर्म मामले में पीड़िता के भाई के साथ पुलिस ने अभद्रता की. आरोप है कि शिकायत करने पर पीड़िता के भाई को थाने में बैठाकर मारा-पीटा गया और पीड़िता से जबरन आरोपियों के पक्ष में कागज तैयार करवा लिए गए.
पीड़िता ने बताया कि दो युवकों द्वारा चार दिन तक बंधक बनाकर उसके साथ दुष्कर्म किया गया और फिर उसे छोड़ दिया गया. इसकी जानकारी होने पर जब उसका भाई शिकायत लेकर थाने गया तो पुलिसकर्मियों ने उसके भाई को ही पीटकर थाने में बैठा लिया और उसके पास रखे चार हजार रुपये और मोबाइल छीन लिया. एसपी सचिन्द्र पटेल के हस्तक्षेप के बाद पटहेरवा पुलिस ने केस दर्ज कर लिया. वहीं, पटहेरवा पुलिस द्वारा मामले में सुलह का दबाव बनाने के साथ ही आरोपियों द्वारा जान से मारने की धमकी और अपने साथ पुलिसिया उत्पीड़न की शिकायत लेकर शनिवार को पीड़ित व उसका भाई एसपी से न्याय की गुहार लगाई.
पीड़िता ने बताया कि उसका मेडिकल समय से नहीं कराया गया. पटहेरवा पुलिस सुलह करने का दबाव बना रही है. पीड़िता ने बताया कि वह कक्षा 8 की छात्रा है और उसकी उम्र 13 साल है, लेकिन विवेचना कर रहे दारोगा ने जबरदस्ती 26 वर्ष उम्र लिख दी है. पुलिस के आरोपियों को शह देने से वे लोग उसे और उसके पूरे परिवार को मारने की धमकी दे रहे हैं. वहीं, पीड़िता के भाई ने बताया कि मैं जब घटना की शिकायत लेकर थाने पहुंचा तो सिपाही राहुल यादव ने उसे बुरी तरह पीटा और गाली देते हुए तब तक पीटने की बात कही जब तक वह शिकायत वापस न ले ले. बहन से कुछ कागजों पर हस्ताक्षर लेने के बाद मुझे छोड़ा गया.
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इस मामले में जब हमने थानाध्यक्ष पटहेरवा सुनील कुमार सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि रेप के मामले में केस दर्ज कर लिया गया है. मामला देवरिया जिले से जुड़ा था इसलिए संबंधित थाने को ट्रांसफर कर दिया गया. थाने में पुलिस द्वारा मारने-पीटने और दबाव का आरोप गलत है.