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यात्रीगण कृपया ध्यान दें! इन ट्रेनों के बदल गए हैं स्टेशन, चेक कर लें

अगर आप वाराणसी से ट्रेन से सफर करने जा रहे हैं तो यह खबर आपके काम की है. वाराणसी कैंट स्टेशन (Varanasi Cantt station) पर निर्माण कार्य (यार्ड रिमॉडलिंग का काम) चल रहा है, इसलिए रेलवे ने कई ट्रेनों के स्टॉपेज में बदलाव किया है. कई ट्रेनें आपके शहर में रुकेगी मगर दूसरे स्टेशन पर. जैसे वाराणसी कैंट पर रुकने वाली खबर बनारस रेलवे स्टेशन ( train stoppage at banaras railway station) पर रुकेगी. इसके अलावा ट्रेनों के लिए निर्धारित प्लेटफॉर्म भी बदले गए हैं.

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Published : Sep 6, 2022, 5:57 PM IST

वाराणसी : आपको ट्रेन से यात्रा करनी है और वाराणसी कैंट जा रहे हैं? तो जरा अपना टिकट, प्लेटफॉर्म संख्या और स्टेशन का नाम चेक कर लीजिए. कहीं ऐसा न हो आप इंतजार में खड़े रह जाएं और ट्रेन निकल जाए. रेलवे के मुताबिक, अब कई ट्रेनें वाराणसी कैंट (Varanasi Cantt station) पर नहीं बल्कि बनारस रेलवे स्टेशन (banaras railway station) पर रुकेंगी. रेलवे ने इनके स्टेशनों के स्टॉपेज में बदलाव किया गया है.
कैंट स्टेशन निदेशक आनंद मोहन ने बताया कि कैंट स्टेशन का प्लेटफॉर्म छोटा है. यहां पर पिछले दो साल से निर्माण कार्य चल रहा है. ट्रैफिक का बोझ भी काफी बढ़ा हुआ है. ऐसे में ट्रैफिक कम करने और यात्रियों की सुविधा को देखते हुए कुछ ट्रेनों को दूसरे स्टेशन पर शिफ्ट किया गया है. अभी यहां से जाने वाली 9 ट्रेनों का संचालन बनारस स्टेशन से किया जा रहा है.

ऐसे में जिन ट्रेनों को बनारस रेलवे स्टेशन ( banaras railway station) पर शिफ्ट किया जा रहा है. उनके यात्री कैंट स्टेशन पर इंतजार करते रह जाते हैं. इस कारण कई यात्रियों की ट्रेन छूट चुकी है. पूर्वांचल महिला व्यापार मंडल की अध्यक्ष चांदनी श्रीवास्तव का कहना है कि ट्रेनों का शेड्यूल बदलने और ट्रेनों का स्टेशन बदलने से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि ट्रेनों को शेड्यूल और प्लेटफॉर्म में अचानक से बदलाव हो रहा है. इसकी जानकारी भी लोगों को देरी से मिल रही है. ऐसे में बाहर से आने वाले यात्रियों को काफी असुविधा हो रही है. पूछताछ केंद्र पर भी यात्रियों को इधर-उधर दौड़ाया जा रहा है.

वाराणसी कैंट स्टेशन पर आए यात्रियों ने बताया कि अचानक से प्लेटफॉर्म बदलने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. साथ में परिवार की महिलाएं हों या बच्चे हों तो प्लेटफॉर्म बदलने में भी परेशानी होती है. यात्रियों का कहना है कि रेलवे को पहले से ही ट्रेन शेड्यूल या प्लेटफॉर्म बदलने की सूचना सार्वजनिक करनी चाहिए.

कैंट स्टेशन निदेशक आनंद मोहन ने बताया कि ट्रेनों के शेड्यूल या प्लेटफॉर्म बदलने की सूचना यात्रियों को एसएमएस से दी जाती है. उनके टिकट पर भी प्रिंट रहता है. जो भी यात्रा कर रहा है वह इन बातों का ध्यान रखे तो दिक्कत नहीं आएगी. उन्होंने बताया कि जानकारी भेजने के बाद भी कोई परेशानी आ रही है तो उसपर ध्यान दिया जाएगा.

बता दें कि काशी-विश्वनाथ एक्सप्रेस, कामायनी एक्सप्रेस, बुंदेलखंड एक्सप्रेस, बनारस-रांची एक्सप्रेस, बनारस-हुबली एक्सप्रेस, बनारस-प्रतापगढ़ एक्सप्रेस, बनारस-संभलपुर एक्सप्रेस, बनारस-बक्सर एक्सप्रेस और बनारस-उधना एक्सप्रेस को वाराणसी रेलवे स्टेशन पर भेजा जा रहा है.

पढ़ें : दो साल बाद कोलकाता से वाराणसी पहुंचा लग्जरी क्रूज राजमहल

वाराणसी : आपको ट्रेन से यात्रा करनी है और वाराणसी कैंट जा रहे हैं? तो जरा अपना टिकट, प्लेटफॉर्म संख्या और स्टेशन का नाम चेक कर लीजिए. कहीं ऐसा न हो आप इंतजार में खड़े रह जाएं और ट्रेन निकल जाए. रेलवे के मुताबिक, अब कई ट्रेनें वाराणसी कैंट (Varanasi Cantt station) पर नहीं बल्कि बनारस रेलवे स्टेशन (banaras railway station) पर रुकेंगी. रेलवे ने इनके स्टेशनों के स्टॉपेज में बदलाव किया गया है.
कैंट स्टेशन निदेशक आनंद मोहन ने बताया कि कैंट स्टेशन का प्लेटफॉर्म छोटा है. यहां पर पिछले दो साल से निर्माण कार्य चल रहा है. ट्रैफिक का बोझ भी काफी बढ़ा हुआ है. ऐसे में ट्रैफिक कम करने और यात्रियों की सुविधा को देखते हुए कुछ ट्रेनों को दूसरे स्टेशन पर शिफ्ट किया गया है. अभी यहां से जाने वाली 9 ट्रेनों का संचालन बनारस स्टेशन से किया जा रहा है.

ऐसे में जिन ट्रेनों को बनारस रेलवे स्टेशन ( banaras railway station) पर शिफ्ट किया जा रहा है. उनके यात्री कैंट स्टेशन पर इंतजार करते रह जाते हैं. इस कारण कई यात्रियों की ट्रेन छूट चुकी है. पूर्वांचल महिला व्यापार मंडल की अध्यक्ष चांदनी श्रीवास्तव का कहना है कि ट्रेनों का शेड्यूल बदलने और ट्रेनों का स्टेशन बदलने से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि ट्रेनों को शेड्यूल और प्लेटफॉर्म में अचानक से बदलाव हो रहा है. इसकी जानकारी भी लोगों को देरी से मिल रही है. ऐसे में बाहर से आने वाले यात्रियों को काफी असुविधा हो रही है. पूछताछ केंद्र पर भी यात्रियों को इधर-उधर दौड़ाया जा रहा है.

वाराणसी कैंट स्टेशन पर आए यात्रियों ने बताया कि अचानक से प्लेटफॉर्म बदलने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. साथ में परिवार की महिलाएं हों या बच्चे हों तो प्लेटफॉर्म बदलने में भी परेशानी होती है. यात्रियों का कहना है कि रेलवे को पहले से ही ट्रेन शेड्यूल या प्लेटफॉर्म बदलने की सूचना सार्वजनिक करनी चाहिए.

कैंट स्टेशन निदेशक आनंद मोहन ने बताया कि ट्रेनों के शेड्यूल या प्लेटफॉर्म बदलने की सूचना यात्रियों को एसएमएस से दी जाती है. उनके टिकट पर भी प्रिंट रहता है. जो भी यात्रा कर रहा है वह इन बातों का ध्यान रखे तो दिक्कत नहीं आएगी. उन्होंने बताया कि जानकारी भेजने के बाद भी कोई परेशानी आ रही है तो उसपर ध्यान दिया जाएगा.

बता दें कि काशी-विश्वनाथ एक्सप्रेस, कामायनी एक्सप्रेस, बुंदेलखंड एक्सप्रेस, बनारस-रांची एक्सप्रेस, बनारस-हुबली एक्सप्रेस, बनारस-प्रतापगढ़ एक्सप्रेस, बनारस-संभलपुर एक्सप्रेस, बनारस-बक्सर एक्सप्रेस और बनारस-उधना एक्सप्रेस को वाराणसी रेलवे स्टेशन पर भेजा जा रहा है.

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