वाराणसीः महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में छात्रों का धरना देर रात समाप्त हो गया. शिक्षकों की नियुक्ति, विश्वविद्यालय की अनियमितता सहित कुल 9 सूत्री मांगों को लेकर धरने पर बैठे छात्रों का विरोध देर रात कुलपति के आश्वासन के बाद खत्म हुआ. बुधवार को बड़ी संख्या में छात्र अपनी मांग को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेतृत्व में सुबह से ही प्रदर्शन कर रहे थे.
एबीवीपी काशी महानगर संगठन मंत्री कौतुक उपाध्याय ने बताया कि हमारी 9 सूत्रीय मांग थीं. इनको लेकर हम सुबह से धरना दे रहे थे. देर रात करीब 11:00 बजे विश्वविद्यालय के कुलपति से हमारी वार्ता हुई. इस दौरान जो हमारी प्रमुख मांग थी, विश्वविद्यालय से पीएससी बालों को हटाए जाने की उसको स्वीकार कर लिया गया. विश्वविद्यालय ने इसके लिए 7 सदस्यीय टीम का गठन किया है. इसके साथ-साथ विश्वविद्यालय के अव्यवस्थाओं को दूर करने संग परीक्षा की तिथियों को बढ़ाने का भी निर्णय लिया गया है.
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उन्होंने बताया कि जो परीक्षा 25 तारीख को होनी थी, उसके लिए नई तिथि घोषित की जाएगी. इसके अलावा अन्य परीक्षाओं के लिए 21 तारीख को विचार कर उन्हें 10 दिनों के लिए टाला जाएगा. यदि विश्वविद्यालय अपना दिया आश्वासन पूरा नहीं करता, तो छात्र फिर से लामबंद होंगे.
इन मांगों को लेकर हो रहा था विरोधः गौरतलब है कि विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अनियमितता, शिक्षकों की नियुक्ति, छात्रावास में विद्यार्थियों को रहने के लिए कमरों का आवंटन, पीएससी बलों को कैंपस से तत्काल हटाने, विश्वविद्यालय में कैंटीन व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित करने, कृषि छात्रों हेतु प्रयोगशाला एवं कृषि फॉर्म उपलब्ध करना और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार पुस्तकें उपलब्ध कराने सहित कुल नौ सूत्रीय मांगों को लेकर छात्र विरोध कर रहे थे.
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