वाराणसी: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का विकास जापान के शहर को क्योटो तर्ज पर करना चाहते हैं. इसे लेकर विभिन्न प्रकार की योजनाएं शहर में चल रही हैं. कैंट रेलवे स्टेशन पर अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एग्जीक्यूटिव लाउंज बनकर तैयार हो चुका है, जिसका उद्घाटन जल्दी होने वाला है. पांच सितारा होटल की तरह दिखने वाला यह लाउंज यात्रियों को बेहतरीन सुविधाएं प्रदान करेगा.
ईटीवी भारत की टीम पहुंची कैंट रेलवे स्टेशन इस प्रकार के एग्जीक्यूटिव लाउंज बनने से वाराणसी आने वाले देशी और विदेशी पर्यटकों को काफी सुविधाएं मिलेंगी. लाउंज में एक ही स्थान पर यात्रियों को खाने व कुछ घंटे ठहरने की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. इसके लिए भुगतान भी करना होगा. इस एग्जीक्यूटिव लाउंज के अंदर जाने पर आपको इस बात का अहसास भी नहीं होगा कि आप कैंट रेलवे स्टेशन पर हैं. यहां आपको ऐसा लगेगा कि आप किसी पांच सितारा होटल में हैं. रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर यह बनकर तैयार हो चुका है. जल्द ही इसका उद्घाटन होगा. उसके बाद लोग इसकी सुविधाओं का आनंद ले सकेंगे.प्रवक्ता शादाब खानम ने बताया कि एग्जीक्यूटिव लाउंज कैंट रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर एक पर बनाया गया है. यात्री ट्रेन लेट होने पर इस लाउंज में आकर इंतजार कर सकते हैं. यहां पर 1 घंटे के लिए आकर रुक सकते हैं. एक व्यक्ति से 1 घंटे रुकने के लिए 85 रुपये लिए जाएंगे. यात्रियों को यहां चाय और कॉफ़ी, फ्री वाई-फाई की सुविधा भी मिलेगा. यहां पर शांतिपूर्ण माहौल में पर्यटक आराम कर सकते हैं. 1 घंटे बाद आपको बफर टाइम दिया जाएगा, जिसका चार्ज नहीं लिया जाएगा. 10 मिनट बाद अगर आप 1 और घंटा रुकना चाहते हैं तो 70 रुपये फीस के रूप में लिए जाएंगे.शादाब खानम ने बताया कि यहां हाइजीन और हेल्थ का विशेष ध्यान रखा जाएगा. फूड एरिया में आप आकर कुछ भी आर्डर कर सकते हैं. साउथ इंडियन फूड भी उपलब्ध है. कोविड-19 प्रोटोकॉल को पालन किया जाएगा. सफाई की पूरी व्यवस्था है. यहां प्रिंटआउट और कंप्यूटर यूज़ के लिए अलग चार्ज यात्री से लिए जाएंगे.
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बनारस की हैंड मेड चीजों को यहां पर रखा गया है. लकड़ी पर बनी हुई छोटी-छोटी आकृति यहां पर बिक्री के लिए हैं. इनकी कीमत ₹10 से लेकर ₹600 तक है. यह भारत का सबसे बड़ा कल्चर बेस लाउंज है, जो पूरी तरीके से काशी को समर्पित है. दीवार पर जो पेंट है, वह बनारस की पहचान है. इसका लुक बनारस के सबसे पुराने क्षेत्र पक्के महाल और श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर से मिलता है. एग्जीक्यूटिव लाउंज की दीवारें बनारस का दर्शन कराएंगी. बाबा श्री काशी विश्वनाथ मन्दिर, सारनाथ, गंगा घाट, बीएचयू समेत काशी की पहचान की पेंटिंग सजाई गई है. इतना ही नहीं म्यूरल आर्ट भी बनायी गई हैं.