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काशी संग पूर्वांचल के लिए संजीवनी साबित होगा एमसीएच विंग, पीएम मोदी ने महिला स्वास्थ्य के लिए किया समर्पित

वाराणसी दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने बीएचयू में बनकर तैयार 100 बेड के मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य विंग (Maternal and Child Health Wing) (एमसीएच विंग) का भी उद्घाटन किया. यहां निरीक्षण के दौरान उन्होंने डॉक्टर्स से मंत्रणा की और मेडिकल उपकरणों के बारे में जानकारी भी हासिल की. इसके बन जाने से पूर्वांचल सहित अन्य राज्यों को इसका फायदा मिलेगा.

100 बेड के मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य विंग (एमसीएच विंग) का पीएम मोदी ने किया उद्घाटन
100 बेड के मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य विंग (एमसीएच विंग) का पीएम मोदी ने किया उद्घाटन
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Published : Jul 15, 2021, 4:14 PM IST

वाराणसी: सरकार के लिए महिला स्वास्थ्य और सुरक्षा सदैव प्राथमिकता रही है. इसीलिए अन्य योजनाओं का संचालन करके महिला के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा रहा है. इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पांच तल का मातृत्व एवं शिशु हेल्थ विंग बनाया गया है, जहां पर एक छत के नीचे जच्चा-बच्चा दोनों को सभी आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी. गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी को तमाम सौगात देने के साथ-साथ लगभग 45.50 करोड की लागत से बने एमसीएच विंग का उद्घाटन कर महिला स्वास्थ्य के लिए इसे समर्पित किया.

100 बेड के मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य विंग (एमसीएच विंग) का पीएम मोदी ने किया उद्घाटन
एमसीएच विंग की नोडल अधिकारी डॉक्टर मधु जैन ने बताया कि इस अस्पताल की परिकल्पना महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी आधुनिक सुविधाएं देने के लिए की गई है. इसलिए अस्पताल में सभी आधुनिक सुविधाओं की व्यवस्था की गई है,जिससे महिलाओं को इलाज के लिए कहीं और भटकना न पड़े. उन्होंने बताया कि बीएचयू में पहले से महिला ओपीडी चल रही थी. लेकिन वहां पर इस प्रकार की अत्याधुनिक सुविधाएं नहीं थी. लेकिन इस अस्पताल के बन जाने से अब उन्हें एक छत के नीचे सभी प्रकार के इलाज जांच की सुविधाएं मिल जाएगी. क्योंकि कई बार हाई रिस्क के भी केस आते हैं. उन्होंने बताया कि इससे गायनी डॉक्टर एवं सीनियर रेजिडेंट की भागदौड़ भी कम हो जाएगी. उन्होंने बताया कि आगे स्त्री एवं प्रसूति वार्ड की भी सुविधाएं यहां शिफ्ट की जाएंगी.डॉक्टर जैन ने बताया कि इस अस्पताल में आगे चलकर आईवीएफ तकनीकी की शुरुआत की जाएगी, जो महिलाओं के लिए संजीवनी साबित होगा. उन्होंने बताया कि यहां बहुत सी महिलाएं ऐसी आती हैं. जिन्हें इस तकनीकी की जरूरत होती है. उनके मातृत्व पन में समस्याएं उत्पन्न होती हैं. ऐसे में यह तकनीक काफी मददगार साबित होगी. हमारा प्रयास है कि आगे चलकर इसे और बेहतर बनाया जाए.
एमसीएच विंग के बारे में जानकारी देतीं नोडल अधिकारी डॉक्टर मधु जैन
एमसीएच विंग में सुविधाएं
  • 100 बेड का बीएचयू में एमसीएच विंग 45.50 करोड़ की लागत से बना है. इसे बनाने में कई वर्ग मीटर क्षेत्र में बना यह विंग 2018 अप्रैल में बनना शुरू हुआ था. इसका 24 माह में दिसंबर 2020 तक निर्माण पूरा हो चुका है.
  • भूतल पर सेवाएं- रिसेप्शन, इमरजेंसी, फार्मेसी, पेसेंट वेटिंग एरिया, तीन लिफ्ट (एक पैसेंजर व दो स्ट्रेचयर), एक माइनर ओटी, छह क्लिनिक, तीन कंसलटेंट रूम व तीन काउंसिलिंग रूम.
  • प्रथम तल पर सेवाएं- 32 बेड का एनसी वार्ड, तीन बेड का आइसोलोशन रूम, 10 बेड का लेबर रूम.
  • द्वितीय तल पर सेवाएं -64 बेड का पीएनजी वार्ड के साथ ही दो प्राइवेट रूम की भी सुविधा रहेगी.
  • तृतीय तल पर सेवाएं -16 बेड का मदर एंड न्यू बार्न केयर यूनिट, स्तनपान सेंटर व 30 बेड का नीकू.
  • चतुर्थ तल पर सेवाएं -पांच बेड का आइसीयू, सात बेड का एचडीयू, पांच बेड का प्री एंड पोस्ट आपरेटिव, तीन ओटी, एक्लेमप्सिया वार्ड (गर्भावस्था के दौरान होने वाली समस्या)
  • पांचवें व टेरिस तल पर सेवाएं- लाइब्रेरी, लेक्चर हाल, स्किल लैब्स। 100 सीटों की क्षमता वाला कांफ्रेंस रूम.

प्रधानमंत्री के द्वारा उद्घाटन करने के बाद 16 जुलाई से यहा ओपीडी की शुरुआत की जाएगी और महिलाओं का इलाज होगा. एमसीएच विंग के बन जाने से वाराणासी पूर्वांचल के साथ अन्य राज्यों के मरीजों को भी इससे लाभ मिलेगा. क्योंकि बीएचयू के सर सुंदर लाल अस्पताल में प्रतिदिन लगभग एक हजार से ज्यादा मरीज यहां आते हैं, जिनमे लगभग 5 सौ से ज्यादा महिलाएं शामिल हैं. हालांकि यहां पूर्व में पुराने भवन में महिलाओं के लिए ओपीडी की सुविधा पहले से मौजूद है, लेकिन वो नाकाफ़ी है. कई बार बेड की कमी के कारण महिलाओं को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ऐसे में ये एमसीएच विंग मरीजों के लिए काफ़ी मददगार साबित होगा.

वाराणसी: सरकार के लिए महिला स्वास्थ्य और सुरक्षा सदैव प्राथमिकता रही है. इसीलिए अन्य योजनाओं का संचालन करके महिला के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा रहा है. इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पांच तल का मातृत्व एवं शिशु हेल्थ विंग बनाया गया है, जहां पर एक छत के नीचे जच्चा-बच्चा दोनों को सभी आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी. गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी को तमाम सौगात देने के साथ-साथ लगभग 45.50 करोड की लागत से बने एमसीएच विंग का उद्घाटन कर महिला स्वास्थ्य के लिए इसे समर्पित किया.

100 बेड के मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य विंग (एमसीएच विंग) का पीएम मोदी ने किया उद्घाटन
एमसीएच विंग की नोडल अधिकारी डॉक्टर मधु जैन ने बताया कि इस अस्पताल की परिकल्पना महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी आधुनिक सुविधाएं देने के लिए की गई है. इसलिए अस्पताल में सभी आधुनिक सुविधाओं की व्यवस्था की गई है,जिससे महिलाओं को इलाज के लिए कहीं और भटकना न पड़े. उन्होंने बताया कि बीएचयू में पहले से महिला ओपीडी चल रही थी. लेकिन वहां पर इस प्रकार की अत्याधुनिक सुविधाएं नहीं थी. लेकिन इस अस्पताल के बन जाने से अब उन्हें एक छत के नीचे सभी प्रकार के इलाज जांच की सुविधाएं मिल जाएगी. क्योंकि कई बार हाई रिस्क के भी केस आते हैं. उन्होंने बताया कि इससे गायनी डॉक्टर एवं सीनियर रेजिडेंट की भागदौड़ भी कम हो जाएगी. उन्होंने बताया कि आगे स्त्री एवं प्रसूति वार्ड की भी सुविधाएं यहां शिफ्ट की जाएंगी.डॉक्टर जैन ने बताया कि इस अस्पताल में आगे चलकर आईवीएफ तकनीकी की शुरुआत की जाएगी, जो महिलाओं के लिए संजीवनी साबित होगा. उन्होंने बताया कि यहां बहुत सी महिलाएं ऐसी आती हैं. जिन्हें इस तकनीकी की जरूरत होती है. उनके मातृत्व पन में समस्याएं उत्पन्न होती हैं. ऐसे में यह तकनीक काफी मददगार साबित होगी. हमारा प्रयास है कि आगे चलकर इसे और बेहतर बनाया जाए.
एमसीएच विंग के बारे में जानकारी देतीं नोडल अधिकारी डॉक्टर मधु जैन
एमसीएच विंग में सुविधाएं
  • 100 बेड का बीएचयू में एमसीएच विंग 45.50 करोड़ की लागत से बना है. इसे बनाने में कई वर्ग मीटर क्षेत्र में बना यह विंग 2018 अप्रैल में बनना शुरू हुआ था. इसका 24 माह में दिसंबर 2020 तक निर्माण पूरा हो चुका है.
  • भूतल पर सेवाएं- रिसेप्शन, इमरजेंसी, फार्मेसी, पेसेंट वेटिंग एरिया, तीन लिफ्ट (एक पैसेंजर व दो स्ट्रेचयर), एक माइनर ओटी, छह क्लिनिक, तीन कंसलटेंट रूम व तीन काउंसिलिंग रूम.
  • प्रथम तल पर सेवाएं- 32 बेड का एनसी वार्ड, तीन बेड का आइसोलोशन रूम, 10 बेड का लेबर रूम.
  • द्वितीय तल पर सेवाएं -64 बेड का पीएनजी वार्ड के साथ ही दो प्राइवेट रूम की भी सुविधा रहेगी.
  • तृतीय तल पर सेवाएं -16 बेड का मदर एंड न्यू बार्न केयर यूनिट, स्तनपान सेंटर व 30 बेड का नीकू.
  • चतुर्थ तल पर सेवाएं -पांच बेड का आइसीयू, सात बेड का एचडीयू, पांच बेड का प्री एंड पोस्ट आपरेटिव, तीन ओटी, एक्लेमप्सिया वार्ड (गर्भावस्था के दौरान होने वाली समस्या)
  • पांचवें व टेरिस तल पर सेवाएं- लाइब्रेरी, लेक्चर हाल, स्किल लैब्स। 100 सीटों की क्षमता वाला कांफ्रेंस रूम.

प्रधानमंत्री के द्वारा उद्घाटन करने के बाद 16 जुलाई से यहा ओपीडी की शुरुआत की जाएगी और महिलाओं का इलाज होगा. एमसीएच विंग के बन जाने से वाराणासी पूर्वांचल के साथ अन्य राज्यों के मरीजों को भी इससे लाभ मिलेगा. क्योंकि बीएचयू के सर सुंदर लाल अस्पताल में प्रतिदिन लगभग एक हजार से ज्यादा मरीज यहां आते हैं, जिनमे लगभग 5 सौ से ज्यादा महिलाएं शामिल हैं. हालांकि यहां पूर्व में पुराने भवन में महिलाओं के लिए ओपीडी की सुविधा पहले से मौजूद है, लेकिन वो नाकाफ़ी है. कई बार बेड की कमी के कारण महिलाओं को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ऐसे में ये एमसीएच विंग मरीजों के लिए काफ़ी मददगार साबित होगा.

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