वाराणसी: गाजीपुर जिले में निर्माणाधीन कॉम्प्लेक्स से गिरने की वजह से रामधारी नाम के मजदूर के पेट में से 3 सरिया आर-पार हो गईं और वह बेहोश हो गया. मजदूर को आनन-फानन में बीएचयू ट्रॉमा सेंटर भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने मजदूर का सफल ऑपरेशन करते हुए तीनों सरिया को बाहर निकाल दिया है. साथ ही मजदूर को आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया है. डॉक्टरों ने बताया कि आने वाले 72 घंटे मजदूर के लिए काफी अहम होंगे.
महत्वपूर्ण तथ्य
- निर्माणाधीन कॉम्प्लेक्स से गिरने की वजह से मजदूर के पेट में घुसी तीन सरिया
- गाजीपुर जिले में हो रहा था कॉम्प्लेक्स का निर्माण
- बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में हुआ मजदूर रामधारी का सफल ऑपरेशन
- डॉक्टरों के अनुसार आने वाले 72 घंटे मजदूर के लिए काफी अहम
दरअसल, गाजीपुर जिले में निर्माणाधीन कॉम्प्लेक्स से गिरने की वजह से मजदूर के शरीर में तीन सरिया घुस गई थीं. मजदूर की हालत खराब होते देख गाजीपुर के डॉक्टरों ने उसे बीएचयू ट्रॉमा सेंटर के लिए रेफर किया था.
बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में रामधारी नाम के युवक का सफल ऑपरेशन किया गया. मरीज के शरीर में तीन जगह सरिया घुसी थी, जिसे तत्काल ऑपरेशन करके निकाला गया है. साथ ही मरीज की छोटी-बड़ी आंतों के छेद को बंद किया गया है. ऑपरेशन के बाद 24 घंटे आईसीयू में रखा गया है. मरीज की हालत में सुधार होने पर वार्ड में स्थानांतरित कर दिया जाएगा. अभी मरीज की हालत काफी स्थिर है. वहीं अगले 72 घंटे मरीज के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं.
- प्रो. एस के गुप्ता, बीएचयू ट्रॉमा सेंटर इंचार्ज
कैसे हुआ हादसा
गाजीपुर जिले के रौजा क्षेत्र में शनिवार देर रात निर्माणाधीन काम्प्लेक्स में एक मजदूर काम करते समय नीचे गिर गया. नीचे गिरने से मजदूर के पेट में से 3 सरिया आर-पार हो गईं और वह बेहोश हो गया. तत्काल इसकी जानकारी एंबुलेंसकर्मियों को दी गई. स्वास्थ्यकर्मियों के साथ ही एंबुलेंस चालक और इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन की मदद से घायल मजदूर को जिला अस्पताल भेजा गया. जहां ईएमओ डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद स्थिति गंभीर होने की वजह से उसे वाराणसी रेफर कर दिया. एंबुलेंस के माध्यम से घायल मजदूर को वाराणसी स्थित ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया गया.
108 एंबुलेंस के प्रभारी ने बताया कि गाजीपुर शहर के रौजा क्षेत्र में निर्माणाधीन काम्प्लेक्स में काम करते समय मजदूर अर्धनिर्मित पिलर पर गिर गया. इस दौरान लोहे की 3 सरिया उसके पेट के आर-पार हो गईं. डॉक्टरों की मानें तो समय से एंबुलेंस मिल जाने के कारण युवक की जान बच पाई है.
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